ट्रंप का यादगार दौरा, भारत-अमेरिका की दोस्ती और मजबूत हुई
अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत दौरे पर सबसे पहले जब अहमदाबाद की धरती पर कदम रखा तो एयरपोर्ट से लेकर साबरमती आश्रम तक के रास्ते में हजारों लोगों ने भारत व अमेरिका के झंडे लहराकर ट्रंप दंपति का जोरदार स्वागत किया। ट्रंप ने साबरमती आश्रम में चरखे पर सूत भी काता और महात्मा गांधी को भी याद किया।
अंशुमान तिवारी
लखनऊ: दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश के सबसे ताकतवर शख्स अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बहुप्रतीक्षित यात्रा कई मायने में महत्वपूर्ण रही। अपनी इस यात्रा के दौरान ट्रंप ने भारत को अपना मजबूत दोस्त बताते हुए विभिन्न क्षेत्रों में भारत के साथ मिलकर काम करने की बात कही। इस यात्रा के दौरान अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में भारी हुजूम के बीच ट्रंप ने इस्लामिक आतंकवाद के खात्मे की बात कहकर इशारों-इशारों में पाकिस्तान को सचेत कर दिया। बाद में उन्होंने दिल्ली में पीएम मोदी के साथ वार्ता के बाद तीन अरब डॉलर के रक्षा सौदे का एलान किया।
राष्ट्रपति ट्रंप ने दोनों देशों के बीच जल्द ही ट्रेड डील होने की बात भी कही। प्रधानमंत्री मोदी और दोनों देशों के मजबूत रिश्तों का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा कि वे भारत के इस दौरे को कभी नहीं भूलेंगे। उन्होंने कहा कि भारत में मेरा इतना शानदार स्वागत किया गया जो मुझे हमेशा याद रहेगा।
इस्लामिक आतंकवाद बड़ा खतरा
अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत दौरे पर सबसे पहले जब अहमदाबाद की धरती पर कदम रखा तो एयरपोर्ट से लेकर साबरमती आश्रम तक के रास्ते में हजारों लोगों ने भारत व अमेरिका के झंडे लहराकर ट्रंप दंपति का जोरदार स्वागत किया। ट्रंप ने साबरमती आश्रम में चरखे पर सूत भी काता और महात्मा गांधी को भी याद किया। साबरमती आश्रम से मोटेरा स्टेडियम में पहुंचने के बाद ट्रंप भारतीयों के जोरदार स्वागत से अभिभूत हो गए।
पीएम मोदी ने नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम में अपने स्वागत भाषण में ट्रंप को अपना दोस्त बताते हुए कहा कि पिछले आठ महीने में मेरी उनसे पांच बार मुलाकात हो चुकी है और हर बार वे काफी गर्मजोशी से मिले। बाद में ट्रंप ने अपने भाषण में भारत व मोदी को अपना दोस्त बताते हुए स्वामी विवेकानंद, सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली सभी का जिक्र करते हुए इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ बड़ी बातें कह डालीं।
उन्होंने कहा कि अमेरिका ने आईएसआईएस के आतंक को खत्म करते हुए इसके खलीफा बगदादी को मार गिराया है। किसी भी देश को अपनी जमीन से आतंकवादी गतिविधियां चलाने की इजाजत नहीं दी जा सकती। माना जा रहा है कि ट्रंप का यह बयान भारत के उस दावे को मजबूत करने वाला है जिसमें भारत हमेशा यह कहता रहा है कि पाकिस्तान आतंकी गतिविधियों को प्रश्रय दे रहा है।
ताजमहल को निहारते रह गए ट्रंप
अहमदाबाद के बाद ट्रंप का अगला पड़ाव आगरा था जहां वे ताजमहल की खूबसूरती देखकर अभिभूत हो गए। उन्होंने तय समय से अधिक समय ताज के दीदार में बिताया और ताजमहल के बारे में गाइड से तमाम सवाल किए। वे अपनी पत्नी मेलानिया के साथ ताजमहल के कैंपस में करीब डेढ़ किमी तक चले और फोटो सेशन कराया।
विजिटर बुक में ट्रंप ने लिखा- इमारत भारत की समृद्ध संस्कृति का प्रतीक है। जब ट्रंप ने पहली बार सामने से ताजमहल को देखा तो कहा- इनक्रेडिबल। मुमताज-शाहजहां की प्रेम कहानी और शाहजहां की मौत के बारे में जानकर वे इमोशनल हो गए। ट्रंप की यात्रा को खास बनाने के लिए एयरपोर्ट से ताजमहल तक के रास्ते में 21 जगहों पर 3000 कलाकारों ने भारतीय कला और संस्कृति से उन्हें रूबरू कराया। उनकी बेटी इवांका भी ताजमहल को देखकर अभिभूत हो गईं और तमाम सवाल पूछकर अपनी जिज्ञासा शांत की।
तीन अरब डॉलर का रक्षा सौदा
ट्रंप की यात्रा का दूसरा दिन काफी महत्वपूर्ण रहा। राष्ट्रपति भवन में भव्य स्वागत के बाद उन्होंने राजघाट जाकर राष्ट्रपिता को नमन किया और फिर हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी के साथ महत्वपूर्ण वार्ता की। बाद में दोनों नेताओं ने संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित किया। उन्होंने भारत और अमेरिका के बीच तीन अरब डालर के रक्षा सौदे के साथ ही तीन अन्य समझौतों की जानकारी दी जिनमें से एक समझौता ऊर्जा क्षेत्र से संबंधित है। रक्षा समझौते में अमेरिका के 23 एमएच 60 रोमियो हेलिकॉप्टर और छह एएच 64ई अपाचे हेलिकॉप्टर शामिल हैं।
संयुक्त बयान में ट्रंप ने कहा कि इस सौदे से दोनों देशों के बीच रक्षा संबंध और मजबूत होंगे। ये दोनों हेलिकॉप्टर हर तरह के मौसम में दिन के किसी भी समय हमला करने में सक्षम हैं। चौथी पीढ़ी वाला यह हेलिकॉप्टर छिपी हुई पनडुब्बियों को भी निशाना बना सकता है।
21वीं सदी का सबसे महत्वपूर्ण गठजोड़
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों ने अपने संबंधों को समग्र वैश्विक सामरिक गठजोड़ के स्तर पर ले जाने का निर्णय लिया है। उन्होंने अमेरिका और भारत के संबंधों को 21वीं सदी का सबसे महत्वपूर्ण गठजोड़ बताते हुए कहा कि यह संबंध सिर्फ दो सरकारों के बीच नहीं है बल्कि लोक केंद्रित हैं। मोदी ने कहा कि हमने भारत-अमेरिकी संबंधों को व्यापक वैश्विक साझेदारी के स्तर तक ले जाने का फैसला किया है। दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग भारत और अमेरिका के बीच बढ़ती रणनीतिक साझेदारी का प्रतिबिंब है।
ट्रेड डील पर बातचीत जारी रहेगी
पीएम मोदी ने कहा कि ट्रेड डील को लेकर बातचीत पर दोनों देशों के बीच सहमति बनी है। हमने आतंकवाद के समर्थकों को जवाबदेह ठहराने की खातिर प्रयास बढ़ाने का फैसला किया है। हमारे बीच नशीले पदार्थों की तस्करी पर काबू करने के लिए नई प्रणाली पर सहमति बनी है। मोदी ने कहा कि तेल और गैस के लिए अमेरिका भारत का एक महत्वपूर्ण स्रोत बन गया है। वैश्विक स्तर पर भारत और अमेरिका का सहयोग हमारे समान लोकतांत्रिक मूल्यों और उद्देश्यों पर आधारित है।
भारतीय प्रोफेशनल्स के टैलेंट ने अमरीकी कम्पनीज की टेक्नोलॉजी लीडरशिप को मजबूत किया है। वहीं राष्ट्रपति ट्रंप ने अपनी इस यात्रा को अविस्मरणीय, असाधारण और सार्थक बताते हुए कहा कि हमने तीन अरब डॉलर के रक्षा समझौतों को अंतिम रूप दिया। अमेरिका-भारत की साझेदारी सही मायने में पहले से काफी मजबूत हुई है और दोनों देशों ने शानदार समझौते किए हैं।
ट्रंप बोले-जल्द होगा व्यापार समझौता
ट्रंप ने कहा कि यह यात्रा अविस्मरणीय, असाधारण और सार्थक रही है। हम कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद से निपटने में सहयोग करने को सहमत हुए हैं। हमने 5जी दूरसंचार प्रौद्योगिकी, हिंद-प्रशांत में स्थिति पर चर्चा की। दोनों देशों के बीच यह बातचीत व्यापक व्यापार सौदा करने पर फोकस थी। ट्रंप ने कहा कि भारत में पिछले दो दिन शानदार रहे, विशेष तौर पर मोटेरा स्टेडियम का कार्यक्रम। ट्रंप ने मीडिया के समक्ष मोदी से कहा, जब भी मैं आपका नाम लेता था, लोगों की हर्षध्वनि सुनाई देती थी।
सही मायने में लोग आपको बेहद पसंद करते हैं। ट्रंप ने भी कहा कि हमारी टीमों ने एक व्यापक व्यापार समझौते के मामले में जबरदस्त प्रगति की है और मैं आशावादी हूं कि हम दोनों देशों के लिए बहुत महत्व का सौदा कर सकते हैं। जबसे मैंने राष्ट्रपति का कार्यभार संभाला है तब से भारत में अमेरिकी निर्यात लगभग 60 प्रतिशत है और उच्च गुणवत्ता वाली अमेरिकी ऊर्जा का निर्यात 500 प्रतिशत बढ़ा है।
स्थायी सदस्यता के समर्थन का वादा
साझा बयान का एक महत्वपूर्ण पहलू अमेरिका का एक वादा रहा। अमेरिका ने वादा किया है कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन करेगा। अमेरिका ने यह भी कहा है कि वह न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप (एनएसजी) में भी भारत के बिना देरी प्रवेश के लिए सहयोग करेगा। दोनों नेताओं ने आर्थिक सहयोग, रक्षा सहयोग समेत सभी क्षेत्रों में आपसी समझ और भरोसे के साथ संबंध मजबूत बनाने की बात दोहराई।
भारत में लोगों को धार्मिक आजादी
ट्रंप ने अपने दौरे की कई महत्वपूर्ण बातें शाम के समय की पत्रकार वार्ता में कही। जब उनसे सीएए से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि पीएम मोदी धार्मिक आजादी के पैरोकार हैं और भारत इस संबंध में अच्छा काम कर रहा है। ट्रंप ने कहा कि मुझे पूरा यकीन है कि भारत में लोगों को पूरी तरह धार्मिक आजादी हासिल है। सीएए पर प्रतिक्रिया से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि यह भारत का आंतरिक मामला है और इसे भारत को देखना है।
उन्होंने कहा कि दूसरे देशों की तुलना में देखें तो भारत ने धार्मिक आजादी के लिए कड़ी मेहनत की है। यात्रा के दौरान दिल्ली में हुई हिंसक घटनाओं के बारे में ट्रंप ने कहा कि मैंने इस बारे में सुना है,लेकिन इस संबंध में मोदी से कोई चर्चा नहीं की। यह भारत को देखना है कि वह अपने लोगों के लिए सही फैसला करे। मैं इस बाबत कोई बात कहकर अपने शानदार दौरे पर पानी नहीं फेरूंगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि उनकी पीएम मोदी से आतंकवाद के मुद्दे पर विस्तृत बातचीत हुई है। वे शांत प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं मगर समय आने पर कड़े फैसले भी लेने पूरी तरह सक्षम हैं। वे आतंकवाद का मुकाबला करने में पूरी तरह सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को खत्म करने में अमेरिका जो कुछ कर सकता है, वह करेगा।
इवांका बनीं सबके आकर्षण का केन्द्र
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के साथ उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप, बेटी इवांका ट्रंप और दामाद जेरेड भी आए हुए थे। ट्रंप के दौरे के दौरान उनकी बेटी इवांका ट्रंप सबके आकर्षण का केन्द्र बनी रहीं। मीडिया और सोशल मीडिया में वे पूरी तरह छाई रहीं। मोटेरा स्टेडियम में ट्रंप परिवार का स्वागत करते हुए पीएम मोदी ने विशेष रूप से इवांका का उल्लेख किया। उन्होंने दो साल पहले इवांका के भारत दौरे का जिक्र करते हुए उन्हें भारत व अमेरिका की दोस्ती में विशेष रूप से महत्वपूर्ण बताया।
अहमदाबाद, आगरा और दिल्ली के दौरे के दौरान इवांका की ड्रेस मीडिया में चर्चा का विषय बनी रहीं और उनकी फोटो को विशेष महत्व देते हुए प्रकाशित किया गया। ट्रंप की पत्नी मेलानिया के दिल्ली के स्कूल के दौरे को भी मीडिया में विशेष कवरेज मिला।