लक्षण पर रखें ध्यान नहीं तो जा सकती है जान

हाइपरटेंशन दिवस 17 मई को मनाया जाता है। विश्व में हाई बीपी से ज्‍यादातर लोग पीड़ित हैं। जो सबके लिए बड़ी समस्‍या है।

Written By :  rajeev gupta janasnehi
Published By :  Suman Mishra | Astrologer
Update:2021-05-17 09:33 IST

 कांसेप्ट फोटो ( सौ. सोशल मीडिया)

लखनऊ : हाई ब्‍लड प्रेशर यानी उच्‍च रक्‍तचाप (हाइपरटेंशन)दिवस हर साल 17 मई को लोगों को जागरूक करने के लिए मनाया जाता है ताकि लोग इस रोग की गम्भीरता को समझे तथा उससे बचने या रोग को ख़त्म कर सके ।विश्व में ब्रेन हेमरेज व हार्टअटैक से अधिकतर मृत्यु का कारण हाई ब्‍लड प्रेशर यानी उच्‍च रक्‍तचाप होता है ।

क्या कारण हाई ब्‍लड प्रेशर

उच्च रक्तचाप से ज्‍यादातर लोग विश्व में पीड़ित हैं। ये अब लाइफस्‍टाइल से जुड़ी समस्‍या बन गया है। उच्च रक्तचाप अकसर चिंता, गुस्सा, मानसिक तनाव , अनियमित खान-पान, भागदौड़ की ज़िंदगी ,जीवनशैली में आए बदलाव, सिगरेट और शराब के अधिक सेवन ,काम का दबाव से हो सकता है। मोटापा, तनाव और नमक और तली चीज़ के ज़्यादा सेवन से भी हो सकता है। इसके अलावा, जेनेटिक प्रोब्लम की वजह से भी कई बीमारी होती है| यह बीमारी भी इससे अछूती नही है। उच्च रक्तचाप में सिर दर्द, चक्कर आना और घबराहट प्रमुख लक्षण है|

उच्च रक्तचाप का क्या है गणित

उच्च रक्तचाप की मात्रा एक स्वस्थ व्यक्ति की 120/80 होना चाहिए मतलब नीचे का 80 और ऊपर का 120 होना है । उच्च रक्तचाप का खतरा महिलाओं से ज्यादा पुरुषों में होता है|

उच्च रक्तचाप को कैसे करे नियंत्रित 

उच्च रक्तचाप बिना किसी ड्रग्स की सहायता से नॉर्मल लेवल पर लाया जा सकता है। इसके लिए आपको अपनी जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव करने की जरूरत होती है। वजन को नियंत्रित करना जरूरी होता है। नियमित व्यायाम व नमक व तली चीज़ का कम सेवन से उच्च रक्तचाप की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।

अकसर ‍ उच्च रक्तचाप की बीमारी का पता चलते ही लोग एलोपैथिक दवाएं लेने लगते हैं| जबकि शुरुआत में इस रोग को देसी उपायों और खानपान के साथ व्यायाम से इसे कंट्रोल किया जाए तो बेहतर है ।लेकिन अगर उच्च रक्तचाप देशी उपाय से ठीक नही हो रहा हो तो देशी के साथ एलोपेथिक दवाई शुरू करने में देर नही करनी चाहिए कारण है उच्च रक्तचाप बढ़ने से ब्रेन हेमरेज हार्टअटैक जैसी गम्भीर परेशानी हो सकती है। 

उच्च रक्तचाप की देसी दवा

कुछ देशी (दादी माँ के नुस्ख़े )उपाय इस प्रकार है

आंवले की पत्तियों का रस या एक आंवले का सेवन करना चाहिए। लहसुन रोज खाएं। अपने आहार में हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करें। उच्च रक्तचाप पर नियंत्रण पाने के लिए आप अपने आहार में पालक, गोभी, काले, सौंफ या लेट्यूस और चुकंदर को शामिल कर सकते हैं। साथ ही सहजन देसी सब्जी व केला इसमें हाई प्रोटीन, विटामिन और खनिज तत्व होते हैं।अन्य बहुत सी चीज़ जो हमारे किचेन में है ।

इसके साथ प्रतिदिन 30 मिनट का वर्कआउट करें|इससे दिल मजबूत होता है और शरीर में रक्‍तप्रवाह भी अच्‍छा होता है| अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, सप्‍ताह में 150 मिनट की एक्‍सरसाइज से ब्‍लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और हृदय से संबंधित बीमारियों का खतरा कम होता है।

आज 17 मई उच्च रक्तचाप दिवस पर सभी लोगों को अपने आस पास के लोगों को आग्रह करना चाहिये कि भागम भाग की ज़िंदगी की रफ़्तार को या तो छोड़ दे नहीं तो कुछ लगाम लगायें।दो भारतीय जीवन शैली और खानपान प्रणाली को अपना लो अन्यथा उच्च रक्तचाप अनेक रोगों से या कहे स्वस्थ जीवन के लिए दीमक है |ब्लड शुगर की तरह | उच्च रक्तचाप एक साइलेंट किलर का काम करती है अतः समय समय पर इसकी जाँच करते रहे हैं|

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