2019 लोकसभा: सपा- बसपा के गठबंधन में कांग्रेस को नो इंट्री
आज मायावती और अखिलेश यादव ने साझा प्रेस कांफ्रेंस कर 2019 लोकसभा के गठबंधन के लिए सीटों का खुलासा कर दिया।सपा 38 और बसपा 38 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।2 सीटों को अभी रिक्त रखा गया गया है। और रायबरेली अमेठी सीट पर गठबंधन अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी।
लखनऊ: आज मायावती और अखिलेश यादव ने साझा प्रेस कांफ्रेंस कर 2019 लोकसभा के गठबंधन के लिए सीटों का खुलासा कर दिया।सपा 38 और बसपा 38 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।2 सीटों को अभी रिक्त रखा गया गया है। और रायबरेली अमेठी सीट पर गठबंधन अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी।
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मायावती ने गठबंधन में कांग्रेस को साथ न लेने के पीछे कारणों का आज खुलासा किया।मायावती ने कहा, कांग्रेस और बीजेपी दोनों की नीतियां एक तरह की है। बसपा सुप्रीमो ने कहा,हमें कांग्रेस को कोई लाभ नहीं मिलता है। 1996 में इस का कड़वा अनुभव हमेें विधान सभा चुनाव में मिल चुका है।यही अनुभव सपा को 2017 के चुनाव में भी मिला।आम चुनाव में सपा बसपा गठबंधन में कांग्रेस को शामिल नहीं किया है।सपा और बसपा का गठबंधन फायदेमंद रहा दोनों का वोट एक दूसरे को ट्रांसफर हुआ ऐसा लिए अब हमें परहेज़ नहीं है। बीजेपी को सत्ता में नहीं आने देगा।
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मायाावती ने कहा कि आजादी के बाद लंबे समय तक देश और उत्तर प्रदेश में सहित अन्य राज्यों में कांग्रेस ने राज किया है। कांग्रेस के राज में कमजोर वर्ग, किसान, व्यापारी, दलित और ओबीसी के लोग परेशान रहे हैं। इनके शासनकाल में बेरोजगारी और भ्रष्टाचार बढ़ा है। इसी के चलते बसपा और सपा जैसी राजनीतिक पार्टियों का गठन हुआ ताकि कांग्रेस के मनमानी तरीके से किए जा रहे शासन को मुक्ति मिल सके।
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