आजम के बिगड़े बोल : कल्बे जव्वाद नकवी मिल्लत को नुकसान पहुंचाने के लिए काफी

Update: 2017-04-08 11:02 GMT

रामपुर : समाजवादी पार्टी में एकता और मुलायम सिंह यादव को अध्यक्ष बनाने की मांग को लेकर लखनऊ में कई बड़े नेताओं ने एक मीटिंग बुलाई थी जिसमें आजम खान पहुचें नहीं जबकि वो मुलायम के काफी करीबी माने जाते हैं ऐसे में आजम ने अपनी सफाई में कहा कि सूचना और निमंत्रण न होने के कारण ऐसा हुआ। उन्होंने कहा एकता की बात तो काफी दिन से की जा रही हैं। चुनाव से पहले और चुनाव में भी एकता की कोशिशें जारी रहीं।

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आजम खां ने कहा कि एकता कराने के लिए उन्हेांने सारी सीमायें लांघ दी लेकिन मैं उसमें बुरी तरह से नाकाम रहा। कई बार लगा कि मसला हल हो गया लेकिन ऐसा हो नहीं सका। और अब इन बातों में कोई दम नजर नहीं आता।

शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की मीटिंग में मुस्लिम समाज से सरकारी फंडिंग को अलग रखने के सवाल पर पूर्व मंत्री ने कहा कि अगर बोर्ड अपने आप को मुस्लिम समाज से अलग मानता है तो यह इंटरनेशनल न्यूज़ है, और यह निंदा के योग्य है। दुनिया में जितने भी वर्ग हैं वो सब कलमे की बुनियाद पर मुसमान हैं और उन्हें वो सब चीजें जो मुसलमान को मिलती हैं मिलनी चाहिए।

उन्होंने कहा एकता को तोड़ने की नहीं बल्कि जोड़ने की जरूरत है। यह भाजपा और आरएसएस का खतरनाक हथकंडा है इससे होशियार रहना चाहिए। कहा आज जरूरत नहीं है नये मीर जाफर नकवी और मीर सादिक नकवी जैसे लोगों को पैदा करने की बल्कि कल्बे जव्वाद नकवी, मुख्तार अब्बास नकवी, एजाज अब्बास नकवी ही मिल्लत को नुकसान पहुंचाने के लिए काफी हैं।

 

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