बलिया: अखिलेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे नारद राय ने आज बसपा से नाता तोड़ लिया है । वे विधान सभा चुनाव से ठीक पहले बसपा में शामिल हुए थे।
पूर्व मंत्री नारद राय ने आज यहाँ अपने निवास पर बसपा से त्यागपत्र देने का ऐलान किया है। मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री रहे राय ने पत्रकारो से कहा कि वह बसपा में घुटन महसूस कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हम लोग छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र और मुलायम सिंह यादव के लोग हैं, संघर्ष ही हमारी ताकत व पूंजी है। बसपा में संघर्ष की मनाही है।
उन्होंने आगे कहा कि विधानसभा चुनाव में बहन जी ने उम्मीदवार बनाया, इसके लिए उनका वह आभार व्यक्त करते हैं। बसपा पर हमला करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि बसपा में हमारे सुझावों की कोई अहमियत नही थी।
नारद ने बसपा पर आरोप लगते हुए कहा कि इस पार्टी के कोआर्डिनेटर निजी कंपनी के कलेक्शन एजेंट के तरह काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने इनपर लगाम लगाने की बात बहनजी से कही थी, लेकिन कोई फर्क नही पड़ा।
आगामी राजनैतिक कदम के बारे में उन्होंने स्पष्ट किया कि वह भाजपा में शामिल नही होंगे। राजनैतिक प्रेक्षक नारद राय के फिर सपा में शामिल होने की संभावना जता रहे हैं। नारद राय बलिया से दो बार विधायक रहे चुके हैं। और 2017 के चुनाव में हारे थे।