लखनऊ: ये तो आपको पता ही है, कि पूर्व सपा नेता बुक्कल नवाब ने विधान परिषद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। अब आप सोच रहे होंगे, हमने क्या नया बता दिया। ये तो पुरानी खबर है। तो जनाब आपको बता दें! नवाब साहेब को हिंदी लिखनी नहीं आती। अरे आप तो मान ही नहीं रहे, हमें पता था आप नहीं मानोगे। आखिर नवाब साहेब इत्ते बड़े वाले नेता हैं, गलती तो कर नहीं सकते। लेकिन हमारे पास सबूत है जी! ज़रा नीचे वाली तस्वीर पर नजरें इनायत फरमाइए, पता चल जाएगा।
क्या हुआ पता नहीं चला, फिर से इस्तीफा पढ़िए, बार बार पढ़िए! नहीं मिला। तो हम ही बता देते हैं, वो शब्द है ‘सदस्यता’। अब आया समझ में।
गुस्ताखी माफ! लेकिन अब तो लगे हाथ नवाब साहेब की मार्कशीट भी दिखवा लेनी चाहिए।