सीएम योगी ने कहा—मैंने इलाहाबाद का नाम बदल दिया, 24 घंटे में बूचड़खाने बंद हुए

Update:2018-11-04 17:21 IST

लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने हरिद्वार में एक कार्यक्रम में कहा कि मैंने इलाहाबाद का नाम बदल दिया। लोगों ने कहा क्यों नाम बदल दिया। कुछ लोगों ने कहा कि नाम से क्या होता है तो मैंने कहा कि तुम्हारा नाम तुम्हारे मां—बाप ने रावण, दुर्योधन क्यों नहीं रख दिया। नाम का बड़ा भारी महत्व होता है। इस देश में सबसे अधिक नाम राम से जुड़ते हैं। मैं मानता हूं कि अनुसूचित जाति में सबसे ज्यादा नाम राम से जुड़ता है।

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24 घंटे के अंदर लिया एक्‍शन

उन्होंने कहा कि सीएम बना 24 घंटे के अंदर प्रशासन से कहा कि सभी बूचड़खाने बंद करो। अफसरों ने कहा कि यह नहीं हो सकता। मैंने कहा कि यह होना है तो हर हाल में होना है। 24 घंटे अंदर यह होना है। मुझे बाबूगिरी नहीं चाहिए। हमें दक्ष अफसर चाहिए। जो काम कर सकते हैं। काम करो नहीं तो बोरिया बिस्तर बांधो।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी में जब मुझे पार्टी ने सीएम के रूप में भेजा। तब हर सप्ताह दंगे होते थे। बहन बेटियां सुरक्षित नहीं थी। हाईकोर्ट, सुप्रीमकोर्ट या एनजीटी के कोई भी फैसले लागू नहीं हो पाते थे। अराजकता का वातावरण था। चूंकि हम भी उसी के साथ जी रहे थे। उसके अभ्यस्त से हो गए थे। लेकिन जब मेरे उपर ही दायित्व आया कि यूपी में काम करना है। अचानक मुझे बोला गया था। मानसिक रूप से तैयार नहीं था। मैंने सोचा कि यह अवसर अच्छा है।

हमारी सरकार में कोई अपहरण नहीं हो सकता। कोई दंगा नहीं हो सकता। अभी विवाद भाई—भाई, पिता—पुत्र और भाई—बहन में विवाद है। इसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता। भारतीय मनीषा ने कहा था कि विदया ऐसा धन है। जिसको कोई छीन नहीं सकता। बंटवारा नहीं कर सकता। जिस भारतीय मनीषा ने विदया धन को सबसे बड़ा माना हो। उस भारतीय परम्परा में आखिर भारत के गौरवशाली परम्परा को विस्मृत कर दिया। बीच में प्रयागराज में भारद्वाज रिषी के आश्रम में गया था। उसकी दुर्दशा देख कर अफसरों से कहा कि उसके जीर्णोद्वार के लिए कुछ करो। कल कुरूक्षेत्र के एक गुरूकुल में गया था।

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