Neeraj Dangi Biography: दलितों के मसीहा हैं दिग्गज कांग्रेसी नेता नीरज डांगी, जानें उनके राजनीतिक और निजी जीवन के बारे में

Famous Dalit Neta Neeraj Dangi Wikipedia in Hindi: नीरज डांगी राजस्थान से एक बेहद जुझारू भारतीय राजनीतिज्ञ के तौर पर लोकप्रिय हैं। आज वह अपना 55वां जन्मदिन मना रहे हैं। आइए जानें उनके बारे में।;

Written By :  Jyotsna Singh
Update:2025-02-04 20:35 IST

Famous Dalit Neta Neeraj Dangi Wikipedia in Hindi (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Famous Dalit Neta Neeraj Dangi Wikipedia: राजस्थान से राज्यसभा पहुंचे कांग्रेस उम्मीदवार नीरज डांगी (Neeraj Dangi) अपने लंबे राजनैतिक जीवन में सामाजिक सरोकारों के प्रति सक्रिय योगदान के साथ दलितों से जुड़े मुद्दों को लगातार संसद के भीतर उठाते रहें हैं। यही वजह है कि वह एक दलित चेहरे के रूप में उभर कर राज्य में अपनी अलग पहचान बना चुके हैं। नीरज डांगी राजस्थान से एक बेहद जुझारू भारतीय राजनीतिज्ञ के तौर पर लोकप्रिय हैं। ये कद्दावर नेता एवं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य व राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव हैं। वे जून 2020 के राज्यसभा चुनावों में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में राजस्थान से भारतीय संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा के लिए चुने गए थे।

नीरज डांगी का जन्म 4 फरवरी 1970 को जयपुर, राजस्थान में दिनेश डांगी और ब्रिजू देवी डांगी के घर हुआ था। नीरज डांगी पूर्व राज्य मंत्री (राजस्थान) स्वर्गीय दिनेश डांगी के पुत्र हैं। नीरज डांगी के पिता राजस्थान कांग्रेस से थे और कांग्रेस के टिकट पर वह विधायक भी चुने जा चुके हैं। वह राजस्थान के देसूरी विधान सभा से विधायक थे और बाद में वह पूर्व राजस्थान सरकार में राज्य मंत्री बनाये गए थे।

पारिवारिक जीवन (Dalit Neta Neeraj Dangi Ka Jivan Parichay in Hindi)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

नीरज डांगी का विवाह प्रीति सोनी (Neeraj Dangi Wife) से हुआ था। प्रीति सोनी पेशे से होम्योपैथी डॉक्टर (Neeraj Dangi Wife Profession) है। उनके दो बच्चे हैx। एक बेटा और एक बेटी है। बेटे का नाम युवान डांगी है और बेटी का नाम कात्यायनी डांगी (Neeraj Dangi Children) है।

नीरज डांगी का शैक्षिक सफर (Dalit Neta Neeraj Dangi Career)

मेघावी छात्रों में शामिल नीरज डांगी ने अपनी स्कूली शिक्षा हासिल करने के उपरांत वर्ष 1993 में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान सूरतकल मैंगलोर विश्वविद्यालय कर्नाटक से ग्रेजुएट प्रोफेशनल बीई सिविल में (1989-93) इंजीनियरिंग की डिग्री (Neeraj Dangi Education Qualification In Hindi) ली।

इस तरह हुई राजनीतिक जीवन की शुरुआत (Dalit Neta Neeraj Dangi Political Career)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

एक राजनैतिक परिवेश में जन्म लेने के कारण नीरज डांगी की बाल्यावस्था से लेकर युवा होने तक जीवन राजनैतिक परिवेश में ही बीता। नीरज डांगी के पिता राजस्थान कांग्रेस के विधायक और मंत्री बनाये गए थे। इसी कारण नीरज भी युवा काल में ही राजनीति से जुड़ गए थे। नीरज ने शुरूआती समय में छात्र राजनीति की थी और फिर कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए थे।

विधानसभा चुनाव में मामूली अंतर से हारने के बावजूद नीरज डांगी ने अपने विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए लगातार कड़ी मेहनत की, जिसका नतीजा यह हुआ कि 2008-2013 के पांच सालों में कांग्रेस सरकार के दौरान 4 अरब से ज्यादा के विकास कार्य हुए। वे पिछले 25 वर्षों से भी ज्यादा समय से ये कांग्रेस से जुड़े हुए हैं। वे अपनी सशक्त वाकपटुता, बुद्धिमत्ता और जनता, सहकर्मियों और अधीनस्थों को संगठित करने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं। राज्य के अधिकांश प्रमुख नेताओं के साथ उनके अच्छे संबंध हैं।

यूथ कांग्रेस नेता से लेकर राजस्थान राज्यसभा सांसद तक का यूं रहा सफर 

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

राजस्थान से राज्यसभा का सफर तय करने वाले कांग्रेस का चेहरा बन चुके नीरज डांगी पिछले लंबे समय से दलित चेहरे के रूप में उभर कर राज्य में अपनी अलग पहचान बना चुके हैं। नीरज डांगी पारिवारिक रूप से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से काफी करीबी रिश्ते हैं। अपने युवा काल से ही नीरज डांगी ने यूथ कांग्रेस से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद 2002 में राजस्थान यूथ कांग्रेस के वाइस प्रेसिडेंट बने। जिसके चलते कांग्रेस पार्टी ने उन्हें 2003 में राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए देसूरी से उम्मीदवार बनाया।

नीरज डांगी की राजनीतिक यात्रा के आरम्भ में सबसे पहले उन्हें अप्रैल 1998 में ‘राजस्थान प्रदेश युवा कांग्रेस’ का उपाध्यक्ष बना दिया गया। इस पद पर वह 2002 तक रहें। इससे पहले वह मई 1997 से नवंबर 1999 तक पाली जिला के देसूरी ब्लॉक से पीसीसी के सदस्य रह चुके थे। बाद में नीरज डांगी राजस्थान सरकार के जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति, पाली के सदस्य बनाये गए। वह इस पद पर 1999 से लेकर दिसंबर 2003 तक रहें। एआईसीसी के मेंबर होने के साथ ही कांग्रेस पार्टी ने 2009 में उन्हें यूथ कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाया। इसके बाद 2014 में वह कांग्रेस के प्रवक्ता बने इसके साथ ही पीसीसी के महासचिव भी बनाया गया।

लगातार पार्टी के प्रति निष्ठा और ईमानदारी के बाद कांग्रेस ने एक बार फिर 2018 में रेवदर विधानसभा से उम्मीदवार घोषित किया लेकिन पार्टी की आपसी फूट और नेतृत्व की लड़ाई के चलते वो एक बार फिर जीता हुआ चुनाव हार गए। नीरज डांगी के पिता दिनेश डांगी राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री थे और तत्कालीन मंत्री रहते हुए उन्हें दलितों के लिए बड़ी लड़ाई लड़ी।

वहीं, उनके पुत्र नीरज डांगी छात्र जीवन से ही राजनीति में दक्षता रखते थे। उनकी ईमानदारी और पार्टी के प्रति निष्ठा और वफादारी को देखते हुए 2020 में कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यसभा में भेजने के लिए उम्मीदवार बनाया। अंत में उन्हें पार्टी ने राज्यसभा से टिकट देकर राज्यसभा भेज दिया। वर्तमान में नीरज डांगी राजस्थान से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद हैं।

सामाजिक सरोकारों के प्रति है गहरा समर्पण

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

सामाजिक सरोकारों के प्रति समर्पित नीरज डांगी की अध्यक्षता में राजस्थान प्रदेश युवा कांग्रेस द्वारा विभिन्न अवसरों पर जिनमें मुख्य रूप से 21 मई- श्री राजीव गांधी जी की पुण्यतिथि, 31 अक्टूबर- श्रीमती इंदिरा गांधी जी की पुण्यतिथि, 3 मई- राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का जन्मदिन पर राजस्थान में कई रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जा चुका है। जिनमें जरूरतमंदों की जान बचाने के लिए इन शिविरों के दौरान युवा कार्यकर्ताओं द्वारा हजारों यूनिट रक्त दान किया गया। राजस्थान प्रदेश युवा कांग्रेस ने नीरज डांगी की अध्यक्षता में वर्ष 2004-2008 के दौरान राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों के लिए विभिन्न निःशुल्क चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया था।

ही पर्यावरण की रक्षा के लिए पूरे राज्य में नियमित रूप से वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किए गए। राज्य के विभिन्न जन मुद्दों जैसे बिजली समस्या, पेयजल, महिलाओं, गरीब व वंचित लोगों की सुरक्षा, सरकार की आबकारी नीति, राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति, सूखे के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में राहत कार्य, केन्द्र सरकार की राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत काम करने वाले श्रमिकों को उचित वेतन, दलित अत्याचार आदि को उठाने के लिए सैकड़ों आंदोलन कार्यक्रम आयोजित किए। इन कार्यक्रमों में 11 अप्रैल 2005 और 18 सितम्बर 2007 को राजस्थान विधानसभा के बाहर दो बड़े राज्य स्तरीय प्रदर्शन शामिल थे। पूरे राजस्थान से लगभग 15 से 20 हजार युवा कांग्रेस कार्यकर्ता जयपुर में एकत्र हुए और राज्य के विभिन्न जन मुद्दों के लिए आवाज उठाई।

जनवरी 2005 में, नीरज डांगी की अध्यक्षता में राजस्थान प्रदेश युवा कांग्रेस ने सुनामी प्रभावित लोगों के लिए ’राजीव गांधी राष्ट्रीय राहत एवं कल्याण ट्रस्ट’ को 3,37,120/- रुपये का योगदान दिया। दिसंबर 2005 में, जम्मू और कश्मीर भूकंप प्रभावित लोगों के लिए ’राजीव गांधी राष्ट्रीय राहत एवं कल्याण ट्रस्ट’ को 3,86,417/- रुपये का योगदान दिया। वर्ष 2007 में, बाड़मेर, राजस्थान के बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए ’राजीव गांधी राष्ट्रीय राहत एवं कल्याण ट्रस्ट’ को 2,36,361/- रुपये का योगदान दिया।

सदस्य ’महावीर इंटरनेशनल’ पाली जिला, देसूरी विधानसभा क्षेत्र में, राजस्थान के पूर्व मंत्री स्वर्गीय श्री दिनेश डांगी की स्मृति में 1 मार्च 1997 से 6 मार्च 1997 तक निःशुल्क नेत्र ऑपरेशन शिविर के साथ-साथ टीबी और दंत रोग शिविर का आयोजन किया गया। समाज सेवा से जुड़े ऐसे अनगिनत कार्य लगातार नीरज डांगी द्वारा किया जाना आज भी जारी हैं। यही वजह कि अपने राज्य के भीतर और जनता के बीच इनकी लोकप्रियता का डंका बजता है।

Tags:    

Similar News