NRC: कांग्रेस के इस नेता ने किया दावा- 'हमारा था यह प्रोजेक्ट', BJP संभाल नहीं पाई
गुवाहाटी: असम के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी के नेता तरूण गोगोई ने राज्य में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (एनआरसी) के मुद्दे पर बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी इस मामले को ठीक तरह से संभालने में विफल रही है और सरकार ने एनआरसी का एक दोषपूर्ण मसौदा पेश कर विवाद की स्थिति खड़ी कर दी है। हाल ही में दिए एक साक्षात्कार में गोगोई ने कहा कि उनके शासन के दौरान पूर्ववर्ती सरकार ने ही असम में एनआरसी की पहल की थी और अब बीजेपी इसका श्रेय ले रही है। गोगोई ने कहा कि बीजेपी एनआरसी को चुनावी फायदे के लिए इस्तेमाल कर रही है।
घुसपैठ की समस्या हल करने में बीजेपी की दिलचस्पी नहीं- गोगोई
गोगोई ने इस साक्षात्कार में कहा कि एनआरसी को राज्य में लागू करने की पहल उन्होंने ही की थी लेकिन बीजेपी इसके ठीक तरह से संभालने में विफल रही जिसके कारण एक दोषपूर्ण मसौदा प्रकाशित किया गया। इस दोषपूर्ण मसौदे में राज्य के 40 लाख लोगों को नाम छूट गए। असम के तीन बार मुख्यमंत्री रहने वाले गोगोई ने आरोप लगाया कि घुसपैठ की समस्या हल करने में बीजेपी की कोई दिलचस्पी नहीं है और पार्टी आगामी चुनाव को देखते हुए इस मसले को राजनीतिक हथकंडे के रूप में इस्तेमाल कर रही है।
गोगोई ने पीएम मोदी पर लगाया ये आरोप
गोगोई ने कहा कि चुनावों से पहले हमेशा घुसपैठ का मुद्दा उठाया जाता है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी इस मामले को कभी सुलझाना नहीं चाहती। गोगोई ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विदेशियों को बाहर नहीं करना चाहते हैं बल्कि वह और लोगों को लाने में दिलचस्पी रखते हैं। भाजपा इस मुद्दे को जिंदा रखना चाहती है और यही मंशा गठबंधन में उसके सहयोगियों की भी है। बता दें कि गोगोई के यह बयान उस वक्त आए हैं, जबकि असम में नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। हालांकि असम के अलावा पिछले कुछ दिनों में कुछ अन्य राज्यों में भी एनआरसी को लागू करने की मांग हुई है।
ये भी पढ़ें...भाजपा ने कहा- क्या ‘एनआरसी’ पर राजीव और इंदिरा के स्टैंड से पलट गई है कांग्रेस