K.C Venugopal Biography: छात्र आंदोलन के माध्यम से राजनीति में रखा कदम, आज भी युवाओं के बने हुए हैं मसीहा
K.C Venugopal Wikipedia in Hindi: क्या आप जानते हैं कि के.सी वेणुगोपाल का राजनीतिक जीवन कैसा रहा और क्या रही इनकी प्रारंभिक लाइफ आइये विस्तार से जानते हैं।;
K.C Venugopal Biography in Hindi: केसी वेणुगोपाल केरल के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं में से एक हैं। यूपीए सरकार में नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री रहे केसी वेणुगोपाल ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में छात्र आंदोलन के माध्यम से राजनीति में कदम रखा और केरल छात्र संघ के राज्य अध्यक्ष और भारतीय युवा कांग्रेस के राज्य अध्यक्ष बने। यही वजह है कि आज भी ये युवाओं से जुड़े मुद्दों के पक्षधर बने हुए हैं। के.सी. वेणुगोपाल एक भारतीय राजनीतिज्ञ तथा वर्तमान में राजस्थान से राज्यसभा के सांसद हैं। वे भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद थे। 2014 के चुनावों में इन्होंने केरल की अलप्पुझा सीट से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से भाग लिया। केसी वेणुगोपाल का जन्म 4 फरवरी, 1963 को केरल के कन्नूर जिले के पय्यानूर में कुंजुकृष्णन नांबी और जानकी अम्मा के घर हुआ था। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य के.सी. वेणुगोपाल को 29 अप्रैल, 2017 को एआईसीसी का महासचिव और कर्नाटक का प्रभारी नियुक्त किया गया। बाद में, उन्हें संगठन के महासचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया।
- इनकी पत्नी श्रीमती आशा वेणुगोपाल वीटीएम एनएसएस कॉलेज धनुवाचापुरम
- में एएसएसटी, प्रोफेसर हैं। इनकी दो संतान हैं। जिसमें एक बेटा और एक बेटी है।
केसी वेणुगोपाल के बारे में रोचक तथ्य
वह मुख्य रूप से कृषिविद् हैं, साथ ही उन्होंने गणित में स्नातकोत्तर की डिग्री भी प्राप्त की है।
इस तरह शुरू हुआ राजनैतिक सफर
ऊर्जा मंत्री भी रह चुके के.सी. वेणुगोपाल छात्र राजनीति के समय से ही वे कांग्रेस से जुड़े थे और पहले केरल छात्र संघ के राज्य अध्यक्ष बने और फिर युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बने।
एमएससी तक की पढ़ाई करने वाले केसी वेणुगोपाल ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत छात्र संगठन एनएसयूआई से किया था। 1987-92 तक वे एनएसयूआई के केरल प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं।1991 में केरल के तत्कालीन मुख्यमंत्री के करुणाकरन ने केसी वेणुगोपाल को केरल की कासरगोड लोकसभा सीट से टिकट दे दिया। उस वक्त केसी की उम्र मात्र 28 साल थी। वेणुगोपाल अपना पहला चुनाव करीब 10 हजार वोटों से हार गए। वेणुगोपाल की सीट उन 3 सीटों में शामिल थी, जो कांग्रेस केरल में हार गई। केसी राष्ट्रीय राजनीति में तब सुर्खियों में आए, जब उन्होंने 1995 में अर्जुन सिंह विवाद में पीवी नरसिम्हा राव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। अर्जुन सिंह और नरसिम्हा राव की लड़ाई में केसी के राजनीति गुरु करुणाकरन की भी कुर्सी चली गई। इसके बाद एके एंटोनी राज्य के मुख्यमंत्री बनाए गए। एंटोनी को 10 जनपथ का वरदहस्त प्राप्त था। करुणाकरन की विदाई के बाद रमेश चेन्निथल्ला और अन्य नेताओं के साथ मिलकर केसी वेणुगोपाल ने 1995 में केरल कांग्रेस में सुधारवादी ग्रुप बनाया, जिसे मलयालम में थिरुथेलवाड़ी कहा जाता था। केसी 1996 में पहली बार विधायक बने और फिर 2004 में उन्हें ओमान चांडी की सरकार में मंत्री बनाया गया। इससे पहले ये अलाप्पुझा विधानसभा क्षेत्र से 1996, 2001 और 2006 में विधायक चुने गए थे। अलाप्पुझा लोकसभा क्षेत्र से उन्हें पहली बार 2009 में संसदीय चुनाव में उतारा गया और उन्होंने बड़े अंतर से जीत हासिल की। इन्होंने 2004-06 तक ओमन चांडी मंत्रालय में देवासम और पर्यटन मंत्री के रूप में कार्य किया। उन्होंने 2009 में अलपुझा निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए आम चुनाव लड़ा और चुने गए। 29 अप्रैल, 2017 को उन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का महासचिव चुना गया । उन्हें कई चुनावों में कांग्रेस वॉर रूम का प्रभारी भी बनाया गया। वे 19 जून, 2020 को राजस्थान से राज्यसभा के सदस्य चुने गए। उन्हें 1 सितंबर, 2023 को अपने मुंबई सम्मेलन में भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन की समन्वय समिति के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया है ।
एक मेघावी छात्र के साथ बेहतरीन खिलाड़ी भी हैं केसी वेणुगोपाल
बचपन से ही मेधावी छात्र रहे केसी वेणुगोपाल ने मैथ से पोस्ट-ग्रेजुएशन किया और उनका महत्वपूर्ण योगदान राजनीति में आकर दिया। उन्हें वॉलीबॉल में भी उत्कृष्टता प्राप्त हुई और उन्होंने कई बार पय्यानूर कॉलेज और कालीकट विश्वविद्यालय के लिए खेला। केसी वेणुगोपाल को राजनीति में माहिर माना जाता है, इसीलिए उन्हें कई चुनावों में कांग्रेस के वॉररूम का प्रभारी बनाया गया। बात इनकी कुल संपत्ति की करें तो केरल निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव की तिथिः 26 अप्रैल, 2024। 61 वर्षीय के. सी. वेणुगोपाल अपने शैक्षिक रिकॉर्ड के अनुसार स्नातकोत्तर हैं। वित्तीय रूप से, के. सी. वेणुगोपाल के पास 3.6 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति या शुद्ध संपत्ति है, जिसमें 1.2 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 2.4 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। उनके पास 2.7 लाख रुपये की देनदारियाँ हैं। पेशेवर रूप से, के. सी. वेणुगोपाल सामाजिक कार्यकर्ता हैं।
के.सी. वेणुगोपाल का पूरा राजनैतिक घटनाक्रम
- अध्यक्ष, लोक लेखा समिति 14 अगस्त 2024, वर्तमान,
- 18वीं लोक सभा के लिए निर्वाचित, जून 2024
- सदस्य, रक्षा संबंधी समिति, सितंबर 2021, वर्तमान,
- शिक्षा मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति के सदस्य जुलाई 2020 - वर्तमान
- सदस्य, परिवहन, पर्यटन और संस्कृति संबंधी समिति जुलाई 2020 दृ सितंबर 2021
- राज्य सभा के लिए निर्वाचित जून, 2020
- सुरक्षा हित प्रवर्तन और ऋण वसूली कानून और विविध प्रावधान (संशोधन) विधेयक, 2016 पर संयुक्त समिति के सदस्य 11 मई 2016, वर्तमान
- सदस्य, परामर्शदात्री समिति, मानव संसाधन विकास मंत्रालय
- सदस्य, रेलवे कन्वेंशन कमेटी (आरसीसी) 27 अप्रैल 2015, वर्तमान
- उप सचेतक, कांग्रेस संसदीय दल (लोकसभा)
- सदस्य, परिवहन, पर्यटन और संस्कृति संबंधी स्थायी समिति
- सदस्य, सरकारी आश्वासन समिति 1 सितंबर 2014 - वर्तमान
- 16वीं लोक सभा के लिए पुनः निर्वाचित (दूसरा कार्यकाल) मई 2014
- नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री 1 मई 2012, 2014
- केंद्रीय राज्य मंत्री, नागरिक उड्डयन मंत्रालय 28 अक्टूबर 2012, 2014
- विद्युत राज्य मंत्री 1 मई 2011
- केंद्रीय राज्य मंत्री, विद्युत मंत्रालय 19 जनवरी 2011, 28 अक्टूबर 2012
- सदस्य, भारत-बांग्लादेश संसदीय मैत्री समूह 22 जुलाई 2010
- सदस्य, परामर्शदात्री समिति, कृषि मंत्रालय
- सदस्य, रेलवे कन्वेंशन समिति
- सदस्य, परिवहन, पर्यटन और संस्कृति संबंधी स्थायी समिति 31 अगस्त 2009
- सदस्य, अनुमान समिति 6 अगस्त 2009
- 15वीं लोक सभा के लिए निर्वाचित 2009
- मंत्री, केरल सरकार 1 सितंबर 2004, 2006
- कैबिनेट मंत्री, केरल सरकार 2004, 2006
- विधान सभा सदस्य (एमएलए), केरल 1 मई 1996, 2009
- केरल विधान सभा के सदस्य (तीन कार्यकाल) 1996, 2009