कभी स्कूटर पर साथ घूमते थे नड्डा और मोदी, पार्टी के लिए किया ये बड़ा काम
जगत प्रकाश नड्डा (59) आम सहमति से भाजपा के 11वें राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए। उन्होंने चुनाव प्रक्रिया के तहत सोमवार को पार्टी मुख्यालय में इस पद के लिए नामांकन दाखिल किया। कोई उम्मीदवार नहीं आने पर उन्हें अध्यक्ष बनाया गया।
नई दिल्ली: जगत प्रकाश नड्डा (59) आम सहमति से बीजेपी के 11वें राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए। उन्होंने चुनाव प्रक्रिया के तहत सोमवार को पार्टी मुख्यालय में इस पद के लिए नामांकन दाखिल किया। कोई उम्मीदवार नहीं आने पर उन्हें अध्यक्ष बनाया गया। वे अमित शाह के बाद दूसरे ऐसे नेता हैं, जिन्हें उत्तर प्रदेश में सफलता के बाद पार्टी की कमान सौंपी गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी मुख्यालय पहुंचकर नड्डा का स्वागत और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। मोदी ने कहा कि नड्डा ने पार्टी के विकास में बहुत योगदान दिया है।
हिमाचल के लोगों को लगता होगा कि हिमाचल का एक बेटा आज बीजेपी का अध्यक्ष बना है लेकिन नड्डा जी पर जितना हक हिमाचल का है, उतना ही बिहार का भी है। उनकी पढ़ाई बिहार में हुई। नड्डा जी का अधिकतर समय बिहार में बीता है, इसलिए बिहार पर उनका ज्यादा अधिकार है।
उन्होंने कहा- मैंने नड्डाजी के साथ स्कूटर पर बैठकर पार्टी का काम किया है। अमित शाह की तारीफ करते हुए मोदी ने कहा- अमित भाई का कार्यकाल इसलिए याद रखा जाएगा, क्योंकि टेक्नोलॉजी, पार्टी को बढ़ाने और कार्यकर्ताओं के लिए उन्होंने काम किया। मैंने नड्डाजी के साथ स्कूटर पर बैठकर काम किया है।
जब मैं संगठन का काम देखता था, तब ये युवा मोर्चा का काम देखते थे। जब जो जिम्मेदारी मिली, उसे निभाते रहें। जो काम मिले, उसमें उत्तम से उत्तम करके दिखाना हमने नड्डाजी में देखा है।
'भाजपा संघर्ष और संगठन की पटरियों पर चलती है'
प्रधानमंत्री ने कहा- जिन आदर्शों और मूल्यों के लिए 5-5 पीढ़ियां खप गईं, उन्हीं आदर्शों और मूल्यों को लेकर भाजपा राष्ट्र की आशा और अपेक्षाओं के अनुरूप अपने आप को ढालेगी। पार्टी हॉरिजेंटल विस्तार करती है और कार्यकर्ताओं का वर्टिकल विकास होता है।
इसी परंपरा का परिणाम है कि भाजपा को लगातार नई पीढ़ियां मिलती चली जा रही हैं। मोदी ने कहा- 2014 में अमित भाई और 2014 के पहले हम राजनाथजी के नेतृत्व में लड़े। राजनीतिक दलों के लिए चुनाव लगातार चलने वाली प्रक्रिया है। हमारी पार्टी का विकास संघर्ष और संगठन की पटरियों पर चलती है।
'हम सदियों तक मां भारती की सेवा करने आए हैं'
सत्ता में रहते हुए पार्टी को चलाना बहुत बड़ी चुनौती होती है। राजनीतिक दल भी सरकार का हिस्सा दिखने लगता है। हम सरकार और दल के बीच की लकीर को खत्म नहीं होने देंगे।
मोदी ने कहा- भाजपा की विशेषता रही है कि हम एक सुचारु ढंग से चलने वाली व्यवस्था के तहत आगे बढ़ते हैं। हम लंबे अरसे तक मां भारती की सेवा करने के लिए आए लोग हैं। हमें सदियों तक यही काम करना है। जिन अपेक्षाओं से इस पार्टी का जन्म हुआ है, उसे पूरा किए बगैर चैन से बैठना नहीं है।
'जिन्हें जनता ने नकारा वे अब केवल झूठ फैला रहे'
हम जिन आदर्शों को लेकर चले, कुछ लोगों को उसी पर ऐतराज है। उनके लिए बहुत काम रास्ते बचे हैं। इसलिए उनका एजेंडा है कि भ्रम फैलाओ, झूठ फैलाओ। हर चीज को एक रूप और रंग दे दो, हवा दे दो। ये हम लगातार देख रहे हैं। हम जहां पहुंचे हैं, उसकी वजह एक-एक भाजपा कार्यकर्ता का जनता के एक-एक नागरिक के साथ विश्वास का नाता है। उसी शक्ति ने पहली बार गैर कांग्रेसी पार्टी को पूर्ण बहुमत दिया और दूसरी बार पहले से ज्यादा वोट देकर जीत दिलाई।
मोदी, शाह और राजनाथ ने रखा प्रस्ताव
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी समेत समस्त भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री, राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष जेपी नड्डा के नाम का प्रस्ताव रखा। उन्हें मोदी और अमित शाह के अलावा संघ का करीबी माना जाता है। शाह के केंद्रीय मंत्री बनने के बाद नड्डा को 19 जून 2019 का कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
सचिव और उपाध्यक्ष के पदों पर भी बदलाव होगा
भाजपा ने सभी प्रदेश अध्यक्षों, संगठन महामंत्रियों और राज्यों में कोर ग्रुप सदस्यों को दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय बुलाया है। वहीं, पिछले कुछ दिनों में भाजपा के संगठनात्मक चुनावों की प्रक्रियाओं से जुड़े कार्यों में तेजी आई। चुनाव प्रभारी राधामोहन सिंह के मुताबिक, नया अध्यक्ष मिलने के बाद पार्टी में सचिव और उपाध्यक्ष के पदों पर भी बदलाव होगा। हालांकि, महासचिव स्तर पर बदलाव की संभावना कम है।
हिमाचल से राज्यसभा सांसद हैं नड्डा
जेपी नड्डा 2012 से हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं। वे भाजपा के संसदीय बोर्ड के सचिव भी हैं। वे मोदी सरकार-1 में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री पद भी संभाल चुके हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी थी। वहां भाजपा ने 80 में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जून 2019 में नड्डा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था।
पटना से ग्रेजुएशन, हिमाचल में विधायक बने
उनके पिता रांची यूनिवर्सिटी के कुलपति और पटना यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर थे। 1975 में जेपी आंदोलन में भाग लेने के बाद नड्डा बिहार में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) में शामिल हुए। 1977 में छात्र संघ के सचिव बने।
पटना से ग्रेजुएशन के बाद हिमाचल प्रदेश से एलएलबी की। 1983 में हिमाचल यूनिवर्सिटी में छात्र संघ अध्यक्ष चुने गए। 1991 में पहली बार भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने। 1993 में हिमाचल विधानसभा चुनाव लड़ा और भाजपा विधायक दल के नेता चुने गए। 2009 में राज्य सरकार से मंत्री पद छोड़कर वह दिल्ली आ गए।
जेपी नड्डा ने कही ये बात
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हमारी पार्टी के काम करने की संस्कृति के बारे में बात की और बताया कि कैसे हम एक-दूसरे से अलग हैं। हम सिर्फ हमारे सिद्धांतों में ही अलग नहीं हैं बल्कि इनके परिणाम भी अलग-अलग आते हैं
मुझ जैसा एक पार्टी कार्यकर्ता गांव से आता है और राष्ट्रीय अध्यक्ष बन जाता है, यही भाजपा की खासियत है। हम अभी रुकने वाले नहीं हैं। अभी कुछ राज्य बचे हैं और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हमारी पहुंच वहां तक भी पहुंचे।
आज हम दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी हैं, जो भारत की सत्ता पर काबित है। हमारे पास सबसे ज्यादा सांसद और विधायक हैं। मुझे खुशी है कि लंबे समय तक अमित भाई के साथ काम करने का मौका मिला है। नेतृत्व मेरे साथ और आप जैसे कार्यकर्ता मेरे साथ हैं, मैं पूरी ताकत के साथ काम करूंगा। विश्वास और सहयोग के लिए मैं सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं।
निर्विरोध चुने जाने के लिए मुझे जो काम करने का अवसर दिया है, इसके लिए प्रदेश की सभी इकाइयों को धन्यवाद देता हूं। दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी के काम को संभालने का और इसको आगे ले चलने का जो उन्होंने विश्वास व्यक्त किया है उसका मैं तहे दिल से धन्यवाद करता हूं।