इस मंत्री के पास है सभी मर्ज की दवा, सुलझाते हैं सभी की समस्याएं

झारखंड के कैबिनेट मंत्री बादल पत्रलेख के पास वैसे तो कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग का ज़िम्मा है लेकिन मंत्री जी सभी विभागों की समस्याएं सुनते हैं। मंत्री बादल पत्रलेख प्रदेश कांग्रेस भवन में वैसे सफल अभ्यर्थियों की समस्साएं सुन रहे थे जो किन्ही कारणों से नौकरी पाने से महरूम रह गए।

Update: 2020-11-04 14:22 GMT
इस मंत्री के पास है सभी मर्ज की दवा, सुलझाते हैं सभी की समस्याएं

झारखंड के कैबिनेट मंत्री बादल पत्रलेख के पास वैसे तो कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग का ज़िम्मा है लेकिन मंत्री जी सभी विभागों की समस्याएं सुनते हैं। मंत्री बादल पत्रलेख प्रदेश कांग्रेस भवन में वैसे सफल अभ्यर्थियों की समस्साएं सुन रहे थे जो किन्ही कारणों से नौकरी पाने से महरूम रह गए। बात चाहे पंचायत सचिव अभ्यर्थियों की हो या फिर होमगार्ड जवानों की समस्या का हो या फिर मामला सहायक पुलिस कर्मियों के स्थायीकरण का हो। मंत्री बादल पत्रलेख ने सभी को आश्वासन दिया कि, उनकी समस्याओं का जल्द निदान होगा। विभागीय मंत्री और सचिव तक उनकी बात पहुंचाई जाएगी।

प्रत्येक सप्ताह सुनी जाएगी समस्या

कोरोना वायरस महामारी के दौर में पहली बार अभ्यर्थियों की समस्याएं सुनी गई। कांग्रेस भवन में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि, अगली बार से विभागीय सचिव भी कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। उनकी मौजूदगी में तय समय सीमा के अंदर समस्याओं का निदान किया जाएगा। उन्होने कहा कि, पूर्व की सरकार की ग़लतियों की वजह से समस्याएं पैदा हुई हैं। वर्तमान सरकार सभी वर्गों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।

मंत्री के आश्वासन पर आंदोलन स्थगित

राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में अपनी मांगों को लेकर विभिन्न संगठनों के लोग आंदोलनरत थे। विशेषकर सहायक पुलिसकर्मी, होमगार्ड, जेटेट और पंचायत सचिव समेत विभिन्न अभ्यर्थी अपनी मांगों लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। कांग्रेस ने मंत्री बादल पत्रलेख की अगुवाई में एक कमेटी का गठन किया और आंदोलनरत अभ्यर्थियों की समस्याओं के समाधान की दिशा में आगे बढ़ने का निर्देश दिया। कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व रामेश्वर उरांव के निर्देश पर ही अभ्यर्थियों की मांगों को सुना जा रहा है।

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कांग्रेस दरबार से कितनी उम्मीदें

विभिन्न बैनर के तले आंदोलन करने वाले अभ्यर्थियों ने अपनी समस्याओं के समाधान को लेकर सकारात्मक सोच रखा है। होमगार्ड की अभ्यर्थी देवंती कुमारी ने कहा कि, उन लोगों को हर जगह से केवल आश्वासन मिल रहा है। समय सीमा के अंदर समस्याओं के निदान का पुख्त भरोसा नहीं दिया जा रहा है। मंत्री जी ने भी समय मांगा है। ऐसे में कुछ दिन देखने के बाद फिर से रणनीति बनाई जाएगी। एक दूसरे अभ्यर्थी ने कहा कि, कांग्रेस एक्शन मोड में है। उम्मीद है कि, छात्रों की समस्याओं का निदान होगा। बेरोज़गार युवा वर्तमान हेमंत सरकार से काफी उम्मीदें रखते हैं। लिहाज़ा, कांग्रेस उनकी उम्मीदों को पूरा करेगी।

रोज़गार के वादे के साथ बनी सरकार

झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार रोज़गार देने के वादे के साथ सत्ता में आई है। सरकार गठन के बाद ही सरकार ने बेरोज़गार युवाओं को बेरोज़गारी भत्ता देने की प्रक्रिया शुरू की लेकिन कोरोना महामारी के कारण उसे स्थगित कर दिया गया। नई सरकार में बड़े पैमाने पर बहाली नहीं हुई है। लिहाज़ा, बेरोज़गार युवा हेमंत सरकार पर टकटकी लगाए बैठे हैं।

शाहनवाज़ की रिपोर्ट

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