लखनऊ : समाजवादी पार्टी के संरक्षक बन राजनैतिक निर्वासन झेल रहे धरतीपुत्र मुलायम सिंह यादव अपने भाई शिवपाल सिंह यादव की नवगठित पार्टी 'प्रगतिशील समाजवादी पार्टी' के कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में छोटे भाई शिवपाल ने जब मुलायम सिंह यादव को पार्टी का अध्यक्ष बनाने की बात उठाई तो सभी ने एक सुर में सहमति जताई। इसके बाद मुलायम ने शिवपाल से पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन बुलाने को कहा।
ये भी देखें : शिवपाल के पार्टी दफ्तर पहुंचे मुलायम सिंह यादव, हुआ जोरदार स्वागत
यह भी पढ़ें : शिवपाल यादव को मिला इस कट्टर समाजवादी नेता का साथ, सपा सांसद हुए बागी
ये भी देखें: योगी सरकार के मंत्री तीन दिवसीय दौरे पर, सभी लोकसभा क्षेत्रों में होंगी बैठकेें
दिल बदले, रिश्ते बदले
समाजवादी पार्टी और यादव परिवार के कद्दावर व्यक्ति शिवपाल पिछले काफी समय से अपनों के बीच गैर बने हुए थे। भतीजे अखिलेश यादव ने उनसे रिश्ते क्या समाप्त किए पार्टी और परिवार में वो अछूत बन गए। किसी को उनकी फिक्र ही नहीं रही। इसके बाद शिवपाल सिंह ने पहले समाजवादी सेक्युलर मोर्चा बनाया और अपनी ताकत अजमाने लगे। इसके बाद जब उन्हें लगा कि वो पार्टी बना अखिलेश को टक्कर दे सकते हैं, तो उन्होंने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन किया। इसका फायदा ये हुआ की जो बड़े-छोटे नेता अभीतक खुल कर उके साथ नहीं आ सके थे उन्होंने दामन थाम लिया। कयास ये हैं कि आने वाले समय में वो बड़े समाजवादी नेता जो अखिलेश ने नेत्रत्व में अपने को उपेक्षत महसूस कर रहे थे वो भी शिवपाल के साथ खड़े होंगे। यहां एक बात बड़ी महत्वपूर्ण है की यदि मुलायम प्रसपा के अध्यक्ष बन जाते हैं तो शिवपाल बाप बेटे को एक दूसरे के सामने खड़ा कर अपना हिसाब बराबर कर लेंगे।
शिवपाल को मुलायम की हां..
प्रसपा कार्यालय में जब मुलायम आए तो शिवपाल समर्थकों में जोश भर गया। मुलायम का यहां जोरदार स्वागत हुआ। शिवपाल ने कहा,'नेताजी यह प्रगतिशील समाजवादी पार्टी है और अब आपको इसी में रहना है। बताया जा रहा है कि इस पर नेताजी बोले- ठीक है।
इसके बाद शिवपाल बोले, आपको इस पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना है। हम आपको राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव करते हैं। जहां समाजवादी लोग हैं वहीं नेता जी हैं।
इस पर मुलायम ने राष्ट्रीय सम्मेलन बुलाने के लिए कहा। जवाब में शिवपाल ने कहा कि 15 दिन में राष्ट्रीय सम्मेलन कर लेंगे।
छोटी बहू के बाद मुलायम शिवपाल के पाले में!
मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव ने हाल में ही एक कार्यक्रम में शिवपाल के सामने कहा था कि मैं चाचा का बेहद सम्मान करती हूं। नेताजी के बाद मैंने सबसे ज्यादा शिवपाल चाचा को ही माना है।
अब जो बड़ा सवाल यूपी के राजनीतिक गलियारे में तैर रहा है वो ये है कि अगर मुलायम प्रसपा के अध्यक्ष बना जाते हैं तो अखिलेश और रामगोपाल का क्या होगा। क्या प्रसपा के उम्मीदवार सपा के खिलाफ मैदान में होंगे। क्या प्रसपा के राष्ट्रीय सम्मेलन में मुलायम अखिलेश को झटका दे शिवपाल के साथ आ खड़े होंगे या फिर मुलायम पहले की तरह ही चरखा दांव लगा शिवपाल के सपने तोड़ देंगे।