Pahli Rajya Sabha Mahila Sadasya: जानिए क्या है राज्यसभा में नगालैंड की पहली महिला सदस्य S Phangnon Konyak की कहानी
Rajya Sabha Ki Pahli Mahila Sadasya: क्या आप जानते हैं कि कौन हैं एस फांगनोन कोन्याक जो राज्यसभा में नगालैंड की पहली महिला सदस्य बनी आइये विस्तार से जानें उनका प्रारंभिक जीवन, शिक्षा और राजनैतिक करियर।;
Nagaland Pahli Rajya Sabha Mahila Sadasya: एस. फांगनोन कोन्याक नागालैंड की एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं । मार्च 2022 में, वह नागालैंड से राज्यसभा की सदस्य के रूप में चुनी जाने वाली पहली महिला और संसद या राज्य विधानसभा के किसी भी सदन के लिए चुनी जाने वाली राज्य की दूसरी महिला के तौर पर इन्होंने अखबारों की सुर्खियों पर लोकप्रियता हासिल की। वह भाजपा महिला मोर्चा , नागालैंड की राज्य अध्यक्ष हैं। इनका जन्म 05 फ़रवरी 1978, सोम, नागालैंड में हुआ था।
उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा होली क्रॉस हायर सेकेंडरी स्कूल, दीमापुर से की। जबकि दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध दौलत राम कॉलेज (2002 बैच) से अंग्रेजी साहित्य में मास्टर डिग्री प्राप्त की है । वह छात्र सक्रियता और सामाजिक संगठनों में शामिल थीं।
राज्यसभा में नगालैंड की पहली महिला सदस्य एस फांगनोन कोन्याक
वर्ष 2023 में राज्यसभा में नागालैंड से पहली महिला सदस्य फांगनोन कोन्याक को सदन की अध्यक्षता मिला। फांगनोन कोन्याक उपाध्यक्षों के पैनल में नियुक्त होने वाली पहली महिला सदस्य बनकर भी इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया है।
फांगनोन कोन्याक और तीन अन्य महिला सदस्यों को उपाध्यक्ष के पैनल में नामित किया था। इसमें पीटी उषा,फौजिया खान और सुलता देव का नाम शामिल है। उच्च सदन के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब उपाध्यक्षों के पैनल में महिला सदस्यों और पुरुष सदस्यों का प्रतिशत सामान रहा हो।राज्यसभा में नगालैंड की पहली महिला सदस्य एस फांगनोन कोन्याक की इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी थी।कोन्याक भाजपा महिला मोर्चा , नागालैंड की प्रदेश अध्यक्ष हैं । मार्च 2022 में, वह नागालैंड से राज्यसभा सांसद के रूप में चुनी जाने वाली पहली महिला बनीं और संसद या राज्य विधानसभा के किसी भी सदन के लिए चुनी जाने वाली राज्य की दूसरी महिला बनीं। जुलाई 2023 में, उन्हें राज्यसभा के उपाध्यक्षों के पैनल में नियुक्त किया गया, जिससे वह उस पद पर नियुक्त होने वाली पहली महिला बन गईं। अपने राजनीति में कदम रखने से पहले से ही ये छात्र जीवन से ही महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर मुखरित रहीं हैं और महिला सशक्तिकरण को लेकर सदैव सक्रिय भूमिका में दिखाई दी हैं।