ओम प्रकाश राजभर ने कहा- 24 तारीख को पार्टी करेगी बड़ा फैसला

आये दिन अपनी ही सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ बयान देकर सरकार की मुसीबतें बढ़ा उनके अपने मन्त्री ओम प्रकाश राजभर ने एक बार फिर सरकार की नीतियों पर आक्रामक हुए है। ओम प्रकाश ने कहा कि योगी जी के पास गरीबों पर खर्च करने के लिए पैसा नहीं है मगर कुम्भ और मन्दिर पर खर्च करने के लिए खजाना खोल देते है।

Update: 2019-01-19 15:04 GMT

बाराबंकी: आये दिन अपनी ही सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ बयान देकर सरकार की मुसीबतें बढ़ा उनके अपने मन्त्री ओम प्रकाश राजभर ने एक बार फिर सरकार की नीतियों पर आक्रामक हुए है। ओम प्रकाश ने कहा कि योगी जी के पास गरीबों पर खर्च करने के लिए पैसा नहीं है मगर कुम्भ और मन्दिर पर खर्च करने के लिए खजाना खोल देते है। 2000 करोड़ रुपया गरीबों पर खर्च कर देते तो सबका भला हो जाता मगर गरीबों पर 2000 करोड़ खर्च नहीं किया 2000 करोड़ कुम्भ पर खर्च कर दिया। ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि सरकार विकास की ओर न देखकर मन्दिर और कुम्भ की तरफ जनता का ध्यान मोड़ देती है।

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बाराबंकी के जैदपुर कस्बे में आज सुभासपा के कार्यकर्ता सम्मेलन में प्रदेश सरकार के मन्त्री और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।राजभर ने अपने इस कार्यक्रम के दौरान अपनी ही सरकार की नीतियों को कटघरे में खड़ा किया।राजभर इस तरह बोल रहे थे कि जैसे कोई सरकार में शामिल मन्त्री नहीं बल्कि विपक्ष में बैठी पार्टी का नेता भाषण दे रहा हो। राजभर ने कहा कि योगी जी गोरखपुर पीठ के महंत है जहाँ 10 लाख रुपया रोज चढ़ावा आता है मगर उनका इससे पेट नहीं भरा तो दिल्ली में लोकसभा सदस्य बनकर चले गए। जब वहाँ भी कुछ नहीं हुआ तो लखनऊ के मन्दिर आ गए और मुख्यमंत्री बनकर बैठ गए। अब जब भी उनसे हम विकास की बात करते है तो कहते है कि अयोध्या में मन्दिर बन जायेगा तो विकास हो जाएगा। मन्दिर से किसी का विकास हुआ है क्या।

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गठबन्धन पर राजभर ने कहा कि यह देश गठबंधन से जूझ रहा है उसी क्रम में सपा बसपा का भी गठबन्धन हुआ है। राजभर ने कहा कि वह 10 प्रतिशत सवर्णों को आरक्षण पर खुश है उनकी बहुत पुरानी मांग थी कि आर्थिक आधार पर आरक्षण दिया जाए। अब प्रदेश में अतिपिछड़ों को भी आर्थिक आरक्षण 27 प्रतिशत के बाद दिया जाना चाहिए क्योंकि उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर अतिपिछड़ों का वोट निर्णायक है तो सपा में या बसपा में भी जाता है। राजभर ने कहा कि वह 24 तारीख को अपने नेताओं की एक बड़ी बैठक बुलाएंगे और यह तय करेंगे कि 80 लोकसभा पर वह अकेले चुनाव लड़ेंगे।

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