PM मोदी ने कहा- 'राजकुमार' ने 5 साल सिर्फ फीते काटे, क्या यही इनका काम बोलता है
लखीमपुर खीरी: पीएम मोदी ने भारत माता की जय के साथ जनसभा में संबोधन शुरू किया। पीएम ने 'परिवर्तन संकल्प रैली' को संबोधित करते हुए जनता से 2017 से 2022 तक के लिए सरकार चुनने का आह्वान किया।
यूपी के सीएम अखिलेश के बचपन का नाम टीपू हैं । घर के बडे उन्हें इसी नाम से बुलाते हैं । स्कूल में उनका नाम अखिलेश यादव लिखा गया लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी ने आज उन्हें नया नाम दिया 'राजकुमार'। गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी 2014 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को 'युवराज' कहा करते थे
पीएम मोदी ने कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और सत्ताधारी समाजवादी पार्टी को निशाने पर रखा। पीएम बोले, इन तीनों पार्टियों ने वादे किया लेकिन निभाया नहीं, इसलिए अब इन्हें दोबारा परीक्षा देने का हक़ नहीं।
सपा जोड़तोड़ में जुट गई
पीएम ने कहा, 2014 के लोकसभा चुनाव में यूपी की जनता ने बसपा को साफ कर दिया। सपा-कांग्रेस गठबंधन पर बोलते हुए उन्होंने कहा, कितने भी गठबंधन कर लो, आपके पाप धुलने वाले नहीं हैं। 2014 के चुनाव के बाद सपा जोड़तोड़ में जुट गई है।
5 साल का हिसाब देना होगा
पीएम मोदी ने आगे कहा, '2014 चुनाव में सभी पार्टियों का सूपड़ा साफ हो गया था। राज्य में 5 साल से सपा की सरकार है, इन्हें हिसाब देना होगा। गठबंधन कर आप अपने पाप को छुपा नहीं सकते हैं।'
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सपा का काम नहीं कारनामा बोलता है
पीएम ने कहा, सपा ने कांग्रेस से गठबंधन कर लोहिया को अपमानित किया। लोहिया जिंदगी भर जिससे लड़ते रहे, समाजवादी पार्टी ने उन्हीं से गठबंधन कर लिया। सीएम अखिलेश कहते हैं उनका काम बोलता है मैं कहता कहता हूं उनका कारनाम बोलता है।
तीन बार बदला घोषणा पत्र
पहले चरण का मतदान साफ बताता है कितना भी गठबंधन कर लो जीतने वाले नहीं हो। चुनाव के दौरान सपा ने तीसरा घोषणा पत्र निकला। जब पराजय सामने दिखा तो मीडिया के सामने गिडगिडाने लगे।
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इंदिरा गांधी का दिया उदाहरण
पीएम मोदी ने कहा, 'आपातकाल के बाद इंदिरा जी ने 20 मुद्दे निकाले थे। उन 20 मुद्दों के बावजूद कांग्रेस हार गई थी। उसी तरह सपा-कांग्रेस ने भी 10 मुद्दे निकाले हैं फिर भी वो हार रही है।'
केंद्र के मंत्री-सांसद को नहीं बुलाया
लखनऊ मेट्रो के लिए केंद्र सरकार ने पैसे दिए थे। लेकिन मेट्रो के उद्घाटन के दौरान अखिलेश यादव ने केंद्र के किसी मंत्री, सांसद को नहीं बुलाया। अखिलेश ने उद्घाटन किया न मेट्रो स्टेशन बने और न मेट्रो चली। फिर किसका उद्घाटन किया।
फीता काटने से नहीं बोलता है काम
अखिलेश ने हड़बड़ी में मेदांता अस्पताल का उद्घाटन किया। अस्पताल में न डॉक्टर, न मरीज सिर्फ फीता काट दिया। सिर्फ फीता काटने से काम नहीं बोलता है। पीएम ने जनता से पूछा, आप ही बताएं क्या आपने ऐसा अस्पताल देखा है। ऐसे होता है काम?
सरकार भाई-भतीजावाद के लिए नहीं होती
पीएम ने कहा, राजनेता ने यूरिया में भ्रष्टाचार करते थे। हमने ये व्यवस्था ख़त्म की। पीएम ने किसानों को आश्वासन दिया कि किसानों के फसल ख़रीदे जायेंगे। पीएम ने आगे कहा, सरकार भाई-भतीजावाद और जात-पात के जरिये नहीं चलायी जा सकती है। सरकारें सिर्फ विकास के लिए होती हैं।