Mamata Mohanta Wiki in Hindi: कुड़मी समुदाय में महिलाओं को सशक्त बनाने और उनके अधिकारों को बढ़ावा देने की दिशा में मुखर समर्थक रहीं हैं ममता मोहंता
Mamata Mohanta Biography in Hindi: ममता मोहंता ने 2000 में श्री मां महिला महाविद्यालय, उत्कल विश्वविद्यालय, बारीपदा, ओडिशा से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इनके पति बिजय कुमार मोहंता राज्य सरकार कर्मचारी हैं।;
Politician Mamata Mohanta Biography in Hindi
Mamata Mohanta Biography in Hindi: ममता मोहंता की राजनीतिक पहचान एक सामाजिक कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि के रूप में बनी हुई है, जो विशेष रूप से ओडिशा के कुड़मी समुदाय के अधिकारों के लिए संघर्ष करती रही हैं। उनकी छवि जनता के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने वाली नेता की रही है, जो ग्रामीण और वंचित वर्गों के लिए काम करती हैं। ममता मोहंता एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वह बीजू जनता दल की सदस्य के रूप में ओडिशा से भारतीय संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा की सदस्य थीं । उन्हें 27 अगस्त, 2024 को भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुना गया है।
ममता मोहंता : जन्म 20 फरवरी 1976, उड़ीसा, बीजेपी
व्यक्तिगत जीवन
इनका जन्म 20 फरवरी, 1976 को उड़ीसा में हुआ था।
ममता मोहंता ने 2000 में श्री मां महिला महाविद्यालय, उत्कल विश्वविद्यालय, बारीपदा, ओडिशा से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इनके पति बिजय कुमार मोहंता राज्य सरकार कर्मचारी हैं।
ममता मोहंता का राजनैतिक सफर
ममता मोहंता भारत के ओडिशा में कुड़मी समुदाय की एक सामाजिक कार्यकर्ता और नेता हैं। कुड़मी समुदाय ऐतिहासिक रूप से हाशिए पर और उत्पीड़ित है और मुख्य रूप से अपनी आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर है। ममता मोहंता कुड़मी समुदाय के अधिकारों की मुखर समर्थक रही हैं। भूमि अधिकार, किसानों के लिए बेहतर कामकाजी परिस्थितियों और शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच की मांग के लिए विभिन्न आंदोलनों और विरोध प्रदर्शनों में शामिल रही हैं। वह कुड़मी महिला सभा की संस्थापक भी हैं, जो एक महिला संगठन है, जो कुड़मी समुदाय में महिलाओं को सशक्त बनाने और उनके अधिकारों को बढ़ावा देने की दिशा में काम करती है। ममता मोहंता को उनके काम के लिए पहचाना गया है और उन्हें कई पुरस्कार मिले हैं, जिनमें ओडिशा लिविंग लीजेंड अवार्ड और अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पुरस्कार शामिल हैं। कुल मिलाकर, ममता मोहंता कुड़मी समुदाय में एक सम्मानित व्यक्ति हैं और ओडिशा में सामाजिक न्याय और समानता की एक प्रमुख आवाज़ हैं।
2012 में ये सदस्य, जिला परिषद, जिला मयूरभंज, ओडिशा के तौर पर अपना कार्यकाल शुरू किया।
जबकि 2020 में राज्यसभा के लिए चुने गए । सदस्य, सामाजिक न्याय और अधिकारिता समिति के सदस्य, महिला सशक्तिकरण समिति के सदस्य, ग्रामीण विकास मंत्रालय और पंचायती राज मंत्रालय के लिए परामर्शदात्री समिति के सदस्य, नियमों पर समिति के सदस्य रहीं हैं। 2020 के राज्यसभा चुनाव में ओडिशा की चार सीटों के लिए चार उम्मीदवारों में से उन्हें निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया। उन्होंने बीजद से इस्तीफा दे दिया और भाजपा में शामिल हो गईं। उन्होंने राज्यसभा सांसद के पद से भी इस्तीफा दे दिया।
हालांकि, जब उन्होंने बीजू जनता दल (बीजद) से राज्यसभा सांसद रहते हुए इस्तीफा दिया, तो इस फैसले को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई गईं। इससे उनकी राजनीतिक स्थिति को लेकर असमंजस की स्थिति बनी। कुछ विश्लेषकों ने इसे पार्टी के प्रति असंतोष का संकेत माना, जबकि कुछ ने इसे उनके भविष्य की राजनीतिक रणनीति का हिस्सा बताया। कुल मिलाकर, ममता मोहंता की छवि एक जमीनी स्तर की नेता के रूप में देखी जाती है, जो विशेष रूप से अपने समुदाय और किसानों के मुद्दों पर मुखर रही हैं। उनके आगे की राजनीतिक गतिविधियों से उनकी छवि और दिशा अधिक स्पष्ट होगी।