Shambhu Sharan Patel Wiki in Hindi: संघर्षशील स्वभाव, सामाजिक जुड़ाव और संगठनात्मक क्षमता के बल पर एक मजबूत राजनीतिक पहचान रखते हैं शंभू शरण पटेल
Politician Shambhu Sharan Patel Biography: शंभू शरण पटेल का जन्म 20 फरवरी, 1982 को मुंगेर, बिहार में रामस्वरूप राउत और मनोरमा देवी के घर हुआ था। उन्होंने 2003 में अंजू पटेल से शादी की और उनके तीन बच्चे हुए। शंभू शरण पटेल ने 2012 में मगध विश्वविद्यालय, बिहार से स्नातक की उपाधि प्राप्त की।;
Politician Shambhu Sharan Patel Biography
Politician Shambhu Sharan Patel Biography: शंभू शरण पटेल एक प्रमुख भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जो वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य के रूप में राज्यसभा सांसद हैं। उनका राजनीतिक सफर जनता दल (यूनाइटेड) से शुरू हुआ।लेकिन बाद में उन्होंने भाजपा का दामन थामा। 2022 में, भाजपा ने उन्हें बिहार से राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाया, जो राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय रहा। वे बिहार से भारतीय संसद के ऊपरी सदन, राज्य सभा के सदस्य हैं।शंभू शरण पटेल धानुक समुदाय से आते हैं, जो बिहार में अति पिछड़ा वर्ग के अंतर्गत आता है। उनकी नियुक्ति को भाजपा की ओर से सामाजिक संतुलन साधने और विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधित्व को बढ़ावा देने के प्रयास के रूप में देखा गया।
शंभू शरण पटेल, जन्म 20 फरवरी 1982 मुंगेर, बिहार
शम्भू शरण पटेल का व्यक्तिगत जीवन
शंभू शरण पटेल का जन्म 20 फरवरी, 1982 को मुंगेर, बिहार में रामस्वरूप राउत और मनोरमा देवी के घर हुआ था। उन्होंने 2003 में अंजू पटेल से शादी की और उनके तीन बच्चे हुए। शंभू शरण पटेल ने 2012 में मगध विश्वविद्यालय, बिहार से स्नातक की उपाधि प्राप्त की।
राजनैतिक सफर
श्री शंभू शरण पटेल भारतीय राजनीति के एक प्रमुख चेहरे हैं, जिन्होंने अपने संघर्षशील स्वभाव, सामाजिक जुड़ाव और संगठनात्मक क्षमता के बल पर एक मजबूत राजनीतिक पहचान बनाई है। उनका राजनीतिक सफर जनता दल (यूनाइटेड) (जद (यू)) से शुरू हुआ।.लेकिन बाद में वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जुड़ गए और बिहार से राज्यसभा सांसद बने। उनकी उपलब्धियाँ मुख्य रूप से सामाजिक न्याय, पिछड़ा वर्ग सशक्तिकरण, विकास कार्यों और विधायी योगदान में देखने को मिलती हैं।
छात्र जीवन से राजनीति में प्रवेश करने वाले शरण पटेल 2016 में प्रदेश महासचिव, ओबीसी मोर्चा, भाजपा, बिहार लोकसभा प्रभारी, जमुई (बिहार) के तौर पर चुने गए। वहीं 2019 में राज्य सचिव, भाजपा, बिहार के पद पर रहे। वे 2022 में भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में बिहार से राज्यसभा के लिए चुने गए। एक समर्पित व्यक्ति के रूप में, वे अन्य पिछड़ा वर्ग के कल्याण संबंधी समिति के सदस्य के रूप में कार्य करते हैं। इसके अतिरिक्त, वे गृह मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति में स्थायी विशेष आमंत्रित सदस्य का पद भी संभालते हैं। इसके अलावा, उन्हें वित्त मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति का सदस्य होने का गौरव प्राप्त है। इसके अलावा वे स्वास्थ्य और परिवार कल्याण संबंधी समिति के सदस्य के रूप में कार्य करते हैं।राज्यसभा में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने विभिन्न विधेयकों और नीतिगत मुद्दों पर सक्रिय रूप से भाग लिया है। उनकी राजनीतिक छवि एक समर्पित और सक्रिय सांसद की है, जो अपने समुदाय और राज्य के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं।
हाल ही में, इन्होंने जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ एजेंसियों के बीच समन्वय को मजबूत करने पर जोर दिया।
उनकी राजनीतिक यात्रा और सक्रियता उन्हें बिहार और राष्ट्रीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व बनाती है।
इन्होंने सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में गहरी रुचि लेते हुए बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में वे सामाजिक न्याय और पिछड़ा वर्ग के अधिकारों के लिए संघर्षरत नेताओं में शामिल रहे। अपने शुरुआती राजनीतिक जीवन में वे जनता दल (यूनाइटेड) से जुड़े, जो बिहार की राजनीति में एक प्रमुख दल था। हालांकि, समय के साथ उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया और भाजपा ने 2022 में उन्हें बिहार से राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया। यह उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि थी, क्योंकि भाजपा ने उन्हें एक मजबूत नेता और सामाजिक समीकरण को संतुलित करने वाले चेहरे के रूप में देखा।