RSS के गढ़ में कांग्रेस का धमाल, बीजेपी का हुआ बहुत बुरा हाल
नागपुर की कुल 12 सीटों का सवा दो बजे तक जो रुझान आया, उसमें यह नजर आया कि आरएसएस के गढ़ में कांग्रेस ने सेंध लगा ली है। कांग्रेस 5, एनसीपी 1 और निर्दलीय 1 पर आगे हैं, जबकि बीजेपी का घाटा हुआ है। इस बार बीजेपी 11 से घटकर 5 सीटों पर आ गयी है।
नागपुर: महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों के साथ आज उपचुनाव के नतीजों के रुझान सामने आए हैं। महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों में से बीजेपी-शिवसेना गठबंधन 156 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। मतलब ये हुआ कि बीजेपी-शिवसेना गठबंधन ने बहुमत का आंकड़ा (145 सीट) पार कर लिया है। हालांकि, बीजेपी को इस बार 20 से ज्यादा सीटों का नुकसान होता नजर आ रहा है, जबकि शिवसेना ने पहले से बेहतर प्रदर्शन किया है।
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मगर नागपुर से आ रहे चुनाव परिणाम के रुझान कुछ अलग ही संदेश दे रहे हैं। दरअसल नागपुर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का गढ़ है और यहां कांग्रेस ने इस बार सेंध लगा दी है, जबकि साल 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने नागपुर की 12 सीटों में से 11 पर कब्जा किया था। हालांकि, इस बार ये फासला आधे से भी कम होता नजर आ रहा है।
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नागपुर की कुल 12 सीटों का सवा दो बजे तक जो रुझान आया, उसमें यह नजर आया कि आरएसएस के गढ़ में कांग्रेस ने सेंध लगा ली है। कांग्रेस 5, एनसीपी 1 और निर्दलीय 1 पर आगे हैं, जबकि बीजेपी का घाटा हुआ है। इस बार बीजेपी 11 से घटकर 5 सीटों पर आ गयी है। पिछली बार नागपुर से नितिन गडकरी जीते थे और संसद तक पहुंचकर केंद्रीय मंत्री बने थे। वहीं, दक्षिण-पश्चिम नागपुर विधानसभा सीट से साल 2014 में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस जीते थे और सीएम बने थे।