अमेठी: यूपी के अमेठी से बड़ी ख़बर है, वो ये कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी नें वोटरों को लुभाने का काम शुरू कर दिया है। धनतेरस और दिपावली से यहां की महिलाओं को तोहफे में 10 हज़ार साड़ियां भेजकर उन्होंने कांग्रेसी किले को भेदनें का काम शुरू कर दिया है।
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अमेठी की दीदी होना राजनीति क्षेत्र में एक प्रकार का चमत्कार
गौरतलब हो कि अमेठी से 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से शिकस्त खा चुकी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी 2019 में कोई कोर कसर छोड़ना नहीं चाहती। इस बीच कई सालों से त्योहारो पर लोगों को तोहफा देने की पहल को उन्होंने बरकारार रखते हुए अमेठी की महिलाओं को 10 हज़ार साड़ियों का तोहफा अपने प्रतिनिधि विजय गुप्ता के हाथों भिजवाया है।
इस बात की जानकारी देते हुए भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष उमाशंकर पाण्डेय में बताया कि हर होली-दिपावली के अवसर पर स्मृति ईरानी अपनी बहनों को साड़ियों का उपहार भेजती हैं। इस बार उन्होंने दिपावली और धनतेरस की पूर्व संध्या पर लगभग 10 हजार साड़ियां अमेठी की बहनों के लिए भेजा है।
बतौर उमाशंकर पाण्डेय स्मृति ईरानी का रिश्ता इस प्रकार अमेठी से कायम हो गया है कि वो अमेठी की दीदी हो गई हैं। उन्होंने कहा कि सच्चे अर्थो में राजनीति क्षेत्र में एक प्रकार का ये चमत्कार है कि वो अमेठी की दीदी हो गई।
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इन्हें बांटी जा रहीं साड़ियां
उन्होंने बताया कि ये साड़ियां बूथ अध्यक्ष की महिलाओ, सेक्टर स्तर के पदाधिकारियों, मंडल स्तर के पदाधिकारियों, जिला स्तर के पदाधिकारियो के घर की महिलाओं को सौंपा जा रहा है। स्मृति ईरानी के निजी सचिव विजय गुप्ता नें आज अमेठी के तिलोई पहुंचकर बूथ कार्यकर्ताओं व अध्यक्षों सहित पदाधिकारियों को साड़ी बांटकर दीपावली की शुभकामनाएं दी।
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कांग्रेस बोली चुनाव पास आया तो स्मृति को याद आए कार्यकर्ता
उधर 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले अमेठी में चुनावी सरगर्मियां बढ़ गई हैं। विपक्ष के नेता एमएलसी दीपक सिंह का कहना है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में हारने के बाद भी भाजपा स्मृति ईरानी को केंद्रीय मंत्री बनाया। लेकिन केंद्रीय मंत्री बनने के बाद आज तक उन्हें अपने कार्यकर्ता याद नही आये। आज जब चुनाव पास आया तो स्मृति ईरानी को अपने कार्यकर्ता याद आ रहे।