लखनऊ: यूपी विधानसभा का बजट सत्र गुरुवार (08 फ़रवरी) से शुरू हो गया। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही समाजवादी पार्टी के विधायकों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान सपा विधायाकों ने बैनर और तख्ती लेकर प्रदर्शन भी किया। प्रदर्शन कर रहे सपा विधायकों ने योगी सरकार के खिलाफ नारेबाजी के साथ-साथ बजट सत्र अभिभाषण के दौरान राज्यपाल राम नाईक के ऊपर कागज के गोले भी फेंके।
इसके बाद सीएम योगी ने कहा, सपा विधायकों का आचरण निंदनीय था। साथ ही उन्होंने चेताया, कि 'अब अगर लाल टोपी वाले नहीं संभले तो जनता निपटाना शुरू कर देगी।'
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प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर
इसके बाद नेता प्रतिपक्ष विधानसभा रामगोविंद चौधरी ने योगी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। रामगोविंद बोले, 'जो ख़ुद निंदनीय होता है वही निंदा करता है। आज प्रदेश में आलू किसान परेशान हैं। भ्रष्टाचार चरम पर है। लेकिन सरकार को ये सब नहीं दिख रहा।' रामगोविंद चौधरी ने कासगंज हिंसा का मुद्दा उठाते हुए कहा, मुस्लिम समुदाय ने तिरंगा फराया था। लेकिन कासगंज पर योगी सरकार एकतरफ़ कार्रवाई कर रही है।
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सीएम के 'लाल टोपी' बयान पर बिफरे रामगोविंद
उन्होंने सीएम की टिप्पणी की निंदा की और उन्हें मर्यादित भाषा सीखने की सलाह दी। सीएम के 'लाल टोपी' वाले बयान पर रामगोविंद बोले, 'लाल टोपी आज़ादी की निशानी है। भगवा देश के विरोधियों की लड़ाई की निशानी रही है। इन्होंने भगवा को आलोचना का पात्र बना दिया, जैसे राम को आलोचनाओं का केंद्र बनाया।'