क्या वसुंधरा को नहीं है मोदी व अमित शाह की जरूरत, पोस्टर बैनर से गायब है तस्वीर..!

Vasundhara Raje: राजस्थान में वसुंधरा रसोई ने राजनीतिक गलियारे में हलचल बढ़ा दी है।

Newstrack :  Network
Published By :  Shivani
Update: 2021-05-31 06:00 GMT

वसुंधरा रसोई में फूड पैकेट वितरण (Photo Social Media)

Vasundhara Raje: आमतौर पर ऐसा देखा जाता है कि जब भी कोई जनहित का कार्यक्रम किया जाता है या उसका पोस्टर बैनर तैयार किया जाता है, तो उसमें पार्टी के दिग्गज नेताओं की तस्वीर जरूर लगाई जाती है लेकिन राजस्थान में गरीबों को खाना देने के एक कार्यक्रम में लगे पोस्टर को देखकर ऐसा लगने लगा है कि राजस्थान में वसुंधरा राजे के समर्थकों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की जरूरत ही नहीं है। तभी तो इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के बैनर पोस्टर में इन दोनों का ना तो जिक्र है और ना ही तस्वीर है।

राजस्थान की राजनीति में भारतीय जनता पार्टी में अंदरूनी कलाह दिखने लगी है। सामने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से है और टक्कर देने वाला कोई और नहीं राजस्थान की दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे हैं। 

दरअसल, कोरोना संकट के बीच राजस्थान में वसुंधरा रसोई शुरू की गयी। इस अभियान के जरिये कोरोना काल में गरीबों को खाना खिलाया जा रहा है। लोगों में फूड पैकेट बांटे जा रहे हैं। इसके कोई बड़ी बात नहीं, लेकिन राजनीतिक गलियारे में वसुंधरा रसोई उस समय चर्चा में आ गयी, जब इसके कार्यक्रम से जुड़े पोस्टर पर लोगों की नजर गयी। 

वसुंधरा रसोई का पोस्टर दे रहा राजनीतिक संदेश

आम लोगों के बीच छवि बनाने में जुटे वसुंधरा राजे के समर्थकों ने वसुंधरा रसोई के पोस्टर के जरिये एक बड़ा राजनीतिक संदेश देने की भी कोशिश की है। 
वसुंधरा रसोई का जो पोस्टर तैयार किया गया, उनमें सिर्फ वसुंधरा राजे की ही तस्वीर देखने को मिल रही है।
छोटे-बड़े नेता किसी भी कार्यक्रम या अभियान को लेकर एक तरफ तो मोदी, शाह और पार्टी के दिग्गज नेताओं की तस्वीर लगाने से पीछे नहीं हटते, वहीं वसुंधरा राजे की तस्वीर के साथ पोस्टर में किसी को जगह नहीं मिली, न तो पीएम मोदी को और न ही शाह को। इस पोस्टर के जरिए वसुंधरा को सबसे बड़ा नेता दिखाने की कोशिश की जा रही है।
यहां ध्यान देने वाली बात ये भी है कि वसुंधरा राजे के नाम पर गरीबों में भले ही फ़ूड पैकेट बांटे जा रहे हों लेकिन राजस्थान भाजपा ने पहले ही ऐसा राहत कार्य चला रखा है। ऐसे में पार्टी से अलग वसुंधरा रसोई जनता के बीच अपना अलग मुकाम बनाने में जुटी है। जिसके लिए जयपुर में सुरेश पटौदिया और विधायक कालीचरण सर्राफ़ जैसे नेता कार्य कर रहे हैं। वहीं कोटा के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल भी अपने स्तर पर सभी गरीबों में फूड पैकेट बांट रहे हैं और वसुंधरा राजे का प्रचार कर रहे हैं।
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