Punjab: पहली कैबिनेट मीटिंग में सीएम भगवंत मान ने खोला नौकरियों का पिटारा, लिया ये बड़ा फैसला
Punjab: पहली कैबिनेट मीटिंग में सीएम भगवंत मान ने मंत्रिमंडल की बैठक में बड़े पैमाने पर सरकारी पदों पर नियुक्ति (appointment to government posts) को हरी झंडी दी है।
Punjab News: पंजाब (Punjab) के नए नवेले मुख्यमंत्री भगवंत मान (Chief Minister Bhagwant Mann) ने आते ही बड़े फैसले लेने शुरू कर दिए हैं। मान ने आज अपनी सरकार की पहली कैबिनेट मीटिंग में पंजाब के युवाओं को बड़ी सौगात दी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सीएम मान ने मंत्रिमंडल की बैठक में बड़े पैमाने पर सरकारी पदों पर नियुक्ति (appointment to government posts) को हरी झंडी दी है।
पंजाब के बोर्डों कॉरपोरेशनों और सरकारी ऑफिसों में खाली पड़े 25 हजार पदों पर तत्काल बहाली की मंजूरी दे दी है। इसके अलावा सप्लीमेंटस ग्रांट (Supplements Grant) को भी कैबिनेट ने मंजूरी दी है। इस साल जून में भगवंत मान सरकार अपना पहला बजट पेश करेगी।
रोजगार का किया था वादा
पंजाब के नवनियुक्त मुख्यमंत्री भगवंत मान अपनी चुनावी रैलियों में भ्रष्टाचार के बाद सबसे अधिक रोजगार (employment) पर बोला करते थे। 10 मार्च को जब नतीजों ने तय कर दिया था कि पंजाब का अगला कैप्टन अब भगवंत मान ही होंगे, तब उन्होंने सार्वजनिक रूप से घोषणा की थी कि मुख्यमंत्री बनने पर उनका हरा कलम सबसे पहले नौकरियों के लिए चलेगी। मान ने अपने इस कथन को हकीकत में बदला है।
इससे पहले चंडीगढ़ में आज मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली मंत्रिमंडल में 10 विधायकों को शामिल करवाया गया। राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित (Governor Banwarilal Purohit) ने पंजाब भवन में इन मंत्रियों को पद एवं गोपनियता की शरथ दिलाई। मान मंत्रिमंडल में एक महिला समेत दस चेहरों को शामिल किया गया है। सभी मंत्रियों ने पंजाबी भाषा में शपथ ली। बता दें कि सीएम मान ने भी पंजाबी में ही शपथ ली थी।
10 विधायकों में से 8 पहली बार बने विधायक
'आप' सरकार में पहली बार मंत्री बने 10 विधायकों में से 8 पहली बार विधायकी का चुनाव जीते हैं। हरपाल सिंह चीमा, हरभजन सिंह, डॉ विजय सिंगला, लाल चंद, गुरमीत सिंह मीत हेयर, कुलदीप सिंह धालीवाल, लालजीत सिंह भुल्लर, ब्रह्म शंकर जिम्पा, हरजोत सिंह बैंस और डॉ बलजीत कौर को पंजाब की पहली आप सरकार मे शामिल होने का मौका मिला है। कैबिनेट में अभी भी सात पद रिक्त हैं। माना जा रहा है कि इसे बाद में परिस्थितयों के अनुसार भरा जाएगा।
बता दें कि पंजाब में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की तर्ज पर कांग्रेस का सूफड़ा साफ करते हुए उसे सत्ता से बेदखल कर दिया था। आप को 117 में से 92 सीटों पर प्रचंड जीत मिली थी। आप की इस आंधी ने पंजाब के कई सियासी दिग्गजों को चुनाव में उड़ा दिया ।