Power Cut in Punjab: 'पावर कट' पर सिद्धू ने उठाए CM अमरिंदर पर सवाल, क्रमबद्ध तरीके से रखी पूरी बात

Power Cut in Punjab: पंजाब में पावर कट को लेकर कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर निशाना साधते हुए कई ट्वीट किए हैं।

Newstrack :  Network
Published By :  Chitra Singh
Update: 2021-07-02 09:34 GMT

Power Cut in Punjab: कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) के बीच खींचतान जारी है। उत्तर भारत में पड़ रहे भीषण गर्मी के बीच पंजाब वासियों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है। इसी मुद्दे को उठाते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह हमला बोला है और सोशल मीडिया के माध्यम से पंजाब में बिजली संकट को लेकर राज्य सरकार से कई सवाल पूछे है।

पंजाब में पावर कट को लेकर कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर निशाना साधते हुए कई ट्वीट किए हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, "बिजली की लागत, कटौती, बिजली खरीद समझौतों की सच्चाई और पंजाब के लोगों को मुफ्त और 24 घंटे बिजली कैसे दें: - पंजाब में बिजली कटौती की कोई आवश्यकता नहीं पड़ेगी। मुख्यमंत्री को कार्यालय कामकाज का समय या एसी के उपयोग निर्धारित नहीं कर सकते। अगर हम सही दिशा में कार्य करते हैं तो।"

वहीं अपने दूसरे ट्वीट में नवजोत सिंह ने लिखा है, "बिजली खरीद लागत- पंजाब 4.54 रुपये प्रति यूनिट की औसत लागत पर बिजली खरीद रहा है जबकि राष्ट्रीय औसत 3.85 रुपये प्रति यूनिट और चंडीगढ़ 3.44 रुपये प्रति यूनिट का भुगतान कर रहा है। 3 प्राइवेट थर्मल प्लांट्स को पंजाब 5-8 रुपये प्रति यूनिट की दर भुगतान करना पड़ता है जो अन्य राज्यों की तुलना में ज्यादा है।"

सिद्दू ने अपने तीसरे प्वाइंट पर चर्चा करते हुए कहा, "बिजली खरीद समझौते (पीपीए) - बादल सरकार ने पंजाब में 3 प्राइवेट थर्मल प्लांट्स के साथ पीपीए पर हस्ताक्षर किए। 2020 तक पंजाब इन समझौतों में दोषपूर्ण धाराओं के कारण पहले ही 5400 करोड़ का भुगतान कर चुका है और उम्मीद की जा रही है कि वह फिक्स चार्ज के रूप में पंजाब पीपुल्स मनी के 65,000 करोड़ रुपये का भुगतान करेगा।"

उन्होंने ये भी बताया, "राज्य से सब्सिडी में 9000 करोड़ से अधिक प्राप्त करने के बाद भी पीएसपीसीएल आपूर्ति की गई प्रत्येक इकाई पर 0.18 रुपये प्रति यूनिट "अतिरिक्त" का भुगतान करता है। पंजाब पहले ही 9000 करोड़ बिजली सब्सिडी देता है लेकिन दिल्ली बिजली सब्सिडी के रूप में केवल 1699 करोड़ देती है। अगर पंजाब दिल्ली मॉडल की नकल करता है, तो हमें सब्सिडी के रूप में केवल 1600-2000 करोड़ मिलेंगे। पंजाब के लोगों की बेहतर सेवा के लिए पंजाब को एक ओरिजिनल पंजाब मॉडल की जरूरत है, कॉपी किए गए मॉडल की नहीं"।

नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने अंतिम ट्वीट में लिखा है, "प्राइवेट थर्मल प्लांट्स को अनुचित और अत्यधिक लाभ देने पर खर्च किए गए धन का उपयोग लोगों के कल्याण के लिए किया जाना चाहिए जैसे- यानी घरेलू उपयोग (300 यूनिट तक) के लिए मुफ्त बिजली के लिए बिजली सब्सिडी देना, 24 घंटे आपूर्ति और शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल में निवेश करना।"

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