Punjab News: भ्रष्टाचार के मामले में मान का बड़ा एक्शन, कांग्रेस के पूर्व मंत्री सहयोगी समेत गिरफ्तार
Punjab News: सीएम भगवंत मान ने राज्य के पूर्व मंत्री साधु सिंह धर्मसोत के खिलाफ कार्रवाई की है।
Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़े एक्शन की मुहिम छेड़ रखी है। अपनी ही सरकार के एक मंत्री को गिरफ्तार कराने के बाद अब मान सरकार की ओर से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मंत्री साधु सिंह धर्मसोत के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। भ्रष्टाचार के मामले में कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार में मंत्री रहे धर्मसोत को एक सहयोगी समेत गिरफ्तार कर लिया गया है।
विजिलेंस ब्यूरो के अधिकारी का कहना है कि यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के मामले में की गई है। पंजाब के मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद भगवंत मान ने कई बार कहा है कि राज्य में भ्रष्टाचार के मामलों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनका कहना है कि भ्रष्टाचार के मामलों की शिकायत पर उनकी सरकार तुरंत एक्शन लेगी।
सबूत मिलने के बाद गिरफ्तारी की कार्रवाई
धर्मसोत कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में वन और समाज कल्याण विभाग के मंत्री थे। विजिलेंस ब्यूरो की ओर से उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों की जांच की जा रही थी। ब्यूरो की ओर से पिछले दिनों संभागीय वन अधिकारी गुरनाम प्रीत सिंह और एक अन्य व्यक्ति हरमिंदर सिंह हम्मी को गिरफ्तार किया गया था।
इस गिरफ्तारी के बाद पूर्व मंत्री के भ्रष्टाचार के मामलों में लिप्त होने के सबूत मिले थे। पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ था कि हम्मी ने पत्रकार कमलजीत सिंह के जरिए पूर्व मंत्री को जमकर रिश्वत दी थी। इस मामले में सबूत जुटाने के बाद विजिलेंस ब्यूरो की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई है। धर्मसोत के साथ पत्रकार कमलजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। विजिलेंस ब्यूरो के अधिकारियों का कहना है कि पुख्ता सबूत मिलने के बाद ही यह कार्रवाई की गई है।
पहले भी उछाला था पूर्व मंत्री का नाम
कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल में भी धर्मसोत पर उंगलियां उठी थीं। एक आईएएस अधिकारी कृपाशंकर सरोज ने धर्मसोत पर छात्रवृत्ति घोटाले में लिप्त होने का आरोप लगाया था। इस मामले को लेकर सियासी हलकों में खूब संग्राम भी छिड़ा था मगर आखिरकार धर्मसोत क्लीनचिट पाने में कामयाब रहे थे और उनकी कुर्सी बच गई थी।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने हाल ही में वरिंदर कुमार को विजिलेंस ब्यूरो का नया निदेशक बनाया है। कुमार का ट्रैक रिकॉर्ड काफी अच्छा रहा है और वे अमरिंदर सरकार के समय में खुफिया विभाग के प्रमुख के रूप में कार्य कर चुके हैं। निदेशक के रूप में उनके काम संभालने के बाद कांग्रेस के पूर्व मंत्री के खिलाफ यह बड़ी कार्रवाई की गई है।
भ्रष्टाचार पर मान सरकार का कड़ा रुख
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद भगवंत मान हमेशा कहते रहे हैं कि राज्य में भ्रष्टाचार के मामलों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनका कहना है कि जब उन्होंने अपने ही स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को गिरफ्तार करा दिया तो दूसरे लोगों को यह समझ लेना चाहिए कि उन्हें भ्रष्टाचार कतई सहन नहीं होगा।
भगवंत मान की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद कांग्रेस के पूर्व मंत्री और उसके सहयोगी को गिरफ्तार किया गया है। विजिलेंस ब्यूरो अब उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई करने में जुटा हुआ है।