Punjab Congress Crisis : जानें क्या है नवजोत सिंह सिद्धू के अध्यक्ष पद पर बने रहने को लेकर उनके सलाहकार का बयान?
Punjab Congress Crisis : बीते मंगलवार को नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। सोनिया गांधी को लिखी इस्तीफे की चिट्ठी में इस बात का भी ज़िक्र किया था कि वह एक कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में हमेशा सच्चे भाव से कार्य करते रहेंगे।
Punjab Congress Crisis : नवजोत सिंह सिद्धू के पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद पर बने रहने को लेकर एक बड़ा बयान सामने आया है, जिसमें सिद्धू के सलाहकार मोहम्मद मुस्तफा ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा है कि-"नवजोत सिद्धू कांग्रेस पंजाब अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे। पार्टी के जो भी आपसी मसलें हैं , उन्हें जल्द ही सुलझा लिया जाएगा।"
साथ ही मोहम्मद मुस्तफा ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी और उनके पदाधिकारी नवजोत सिद्धू को भलीभांति समझते हैं। मोहम्मद मुस्तफा ने कैप्टन अमरिंदर सिंह पर हमला कर्तव्य हुए कहा कि अमरिंदर सिंह ने कभी भी कांग्रेस और कांग्रेस नेतृत्व की परवाह नहीं की।
कांग्रेस पार्टी हमारे लिए सर्वोपरि
ग़ौरतलब है कि बीते मंगलवार को नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। सोनिया गांधी को लिखी इस्तीफे की चिट्ठी में इस बात का भी ज़िक्र किया था कि वह एक कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में हमेशा सच्चे भाव से कार्य करते रहेंगे।
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि नवजोत सिद्धू ही पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे। उन्होंने बातचीत करके समस्याओं को हल करने को लेकर सिद्धू को मिलने के लिए भी कहा था। साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था कि कांग्रेस पार्टी हमारे लिए सर्वोपरि है। हमारी सरकार कांग्रेसी विचारधारा का पूर्ण रूप से पालन करती है।
पंजाब के भविष्य के साथ कभी भी समझौता नहीं
बुधवार को एक वीडियो के माध्यम से अपने इस्तीफे को लेकर तमाम सवालों का जवाब देते हुए सिद्धू ने कहा कि उनके इस्तीफा देने की वजह सरकार द्वारा भ्रष्ट मंत्रियों और अधिकारियों की भर्ती होना है। साथ ही सिद्धू ने यह भी कहा था कि वह पंजाब के भविष्य के साथ कभी भी समझौता नहीं करेंगे।
सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में सिद्धू ने कहा था कि-"मेरी किसी से भी आपसी दुश्मनी नहीं है। मैनें अपने 17 साल के करियर में सिर्फ लोगों की ज़िंदगी आसान करने और बदलाव लाने के लिए कार्य किया है। यही मेरा एकमात्र धर्म भी है। मैं कभी भी अपनी नैतिकता और उसूलों के साथ समझौता नहीं करूंगा।"