Punjab Election 2022 : पंजाब में भाजपा ने सीट बंटवारे का विवाद सुलझाया, आज की जा सकती है उम्मीदवारों की घोषणा

Punjab Election 2022 : भाजपा की ओर से राज्य की 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव में उतरने की तैयारी है। पार्टी के संसदीय बोर्ड की ओर से उम्मीदवारों की सूची पर मुहर लगाई जा चुकी है।

Report :  Anshuman Tiwari
Published By :  Ragini Sinha
Update: 2022-01-21 09:00 GMT

Punjab Election 2022 : पंजाब में भाजपा ने सीट बंटवारे का विवाद सुलझाया (Social Media) 

Punjab Election 2022 : पंजाब में भाजपा ने सहयोगी दलों के साथ सीटों के बंटवारे पर पैदा हुए गतिरोध को दूर कर लिया है। भाजपा की ओर से राज्य की 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव में उतरने की तैयारी है। पार्टी के संसदीय बोर्ड की ओर से उम्मीदवारों की सूची पर मुहर लगाई जा चुकी है और उम्मीद की जा रही है कि आज किसी वक्त भाजपा की ओर से उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया जा सकता है।

बैंस बंधुओं की ओर से 15 सीटों की मांग की जा रही थी जबकि भाजपा गठबंधन में इतनी ज्यादा सीटें देने के लिए तैयार नहीं थी। इस कारण बैंस बंधु अब गठबंधन से बाहर हो गए हैं। भाजपा सूत्रों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ जिन 10 सीटों को लेकर पेंच फंसा हुआ था, उस विवाद को भी सुलझा लिया गया है। 

10 सीटों को लेकर फंसा हुआ था पेंच

पंजाब विधानसभा चुनाव के 20 फरवरी को होने वाले मतदान के लिए भाजपा ने करीब 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी की है। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस और सुखदेव सिंह ढींढसा के संयुक्त अकाली दल के साथ सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप दिया जा चुका है। 10 सीटों को लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी के साथ पेंच फंसा हुआ था।

 इसी कारण अभी तक उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की जा रही थी मगर जानकार सूत्रों का कहना है कि पार्टी नेतृत्व ने अब इस मुद्दे को सुलझा लिया है। बैंस बंधुओं की लोक इंसाफ पार्टी को दी जाने वाली 5 सीटों का बंटवारा भी अब कैप्टन और ढींढसा की पार्टी को किया जाएगा। बैंस बंधुओं की पार्टी लोक इंसाफ पार्टी गठबंधन से बाहर हो गई है और अब यह पार्टी स्वतंत्र रूप से चुनाव मैदान में उतरेगी।

इस बार पूरी ताकत के साथ उतर रही भाजपा

अकाली दल के साथ गठबंधन टूटने के बाद पंजाब में पहली बार भाजपा पूरी ताकत के साथ चुनाव मैदान में उतर रही है। किसान आंदोलन की वापसी के बाद हालात बदल चुके हैं और पार्टी का मानना है कि हिंदू बहुल इलाकों के साथ ही शहरी क्षेत्रों में भी पार्टी को अच्छा समर्थन हासिल हो सकता है। पार्टी का मानना है कि यदि ज्यादा सीटों पर जीत नहीं हासिल हुई तो भी इस बार के विधानसभा चुनाव में पार्टी का वोट शेयर काफी बढ़ेगा। पार्टी की सूची को अंतिम रूप दिया जा चुका है और जानकार सूत्रों का कहना है कि शुक्रवार को पार्टी की ओर से उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया जा सकता है।

वरिष्ठ नेताओं ने सुलझाया विवाद 

भाजपा सूत्रों के मुताबिक लोक इंसाफ पार्टी की ओर से 15 सीटों की मांग और कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ 10 सीटों पर सहमति न बन पाने के कारण ही अभी तक प्रत्याशियों के नाम की घोषणा नहीं की जा रही थी। अब इस मुद्दे को वरिष्ठ नेताओं ने मिल बैठकर सुलझा लिया है।

दरअसल बैंस बंधुओं की ओर से ऐसी सीटों की भी मांग की जा रही थी जिन पर भाजपा अपने प्रत्याशी तय कर चुकी थी और पार्टी की ओर से इन क्षेत्रों में पूरी ताकत लगाए जाने की तैयारी थी। भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह, कैप्टन और सुखदेव सिंह ढींढसा की शीर्ष स्तर पर चली बैठक के बाद अब इस मुद्दे को सुलझा लिया गया है और अब गठबंधन पूरी ताकत के साथ चुनाव मैदान में उतरने के लिए तैयार है।

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