Punjab Election 2022: पंजाब में चन्नी को सीएम फेस बनाने की कांग्रेस की तैयारी, सिद्धू को फिर लग सकता है बड़ा झटका

Punjab Election 2022: एक बार फिर कांग्रेस नेतृत्व सिद्धू को पंजाब की सियासत में बड़ा झटका दे सकता है। कांग्रेस नेतृत्व चन्नी को सीएम फेस बनाकर राज्य में दलित मतदाताओं को साधने की तैयारी में जुटा हुआ है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Monika
Update:2022-01-31 12:34 IST

चरणजीत सिंह चन्नी-नवजोत सिंह सिद्धू (photo : सोशल मीडिया ) 

Punjab Election 2022: पंजाब में कांग्रेस (Congress) की ओर से जल्द ही सीएम चेहरे (Punjab CM Face) के ऐलान की तैयारी है। सीएम चेहरे को लेकर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के बीच जोरदार जंग चल रही है मगर पार्टी सूत्रों का कहना है कि सिद्धू इस रेस में पिछड़ गए हैं। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की ओर से जल्द ही चन्नी को सीएम चेहरा बनाने का ऐलान किया जा सकता है।

कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) को मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद भी सिद्धू ने सीएम पद की दावेदारी की थी मगर उस समय चन्नी को मुख्यमंत्री बनाए जाने से उन्हें जोरदार झटका लगा था। अब एक बार फिर कांग्रेस नेतृत्व सिद्धू को पंजाब की सियासत में बड़ा झटका दे सकता है। कांग्रेस नेतृत्व चन्नी को सीएम फेस बनाकर राज्य में दलित मतदाताओं  (Dalit Voters) को साधने की तैयारी में जुटा हुआ है।

सीएम चेहरे के लिए लगातार बढ़ रहा दबाव

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धू खुद को सीएम चेहरा बनाने के लिए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर लगातार अप्रत्यक्ष दबाव बनाते रहे हैं। हाल में पार्टी नेता राहुल गांधी की लुधियाना में हुई रैली में भी उन्होंने पार्टी की ओर से जल्द सीएम चेहरे का ऐलान किए जाने का दबाव बनाया था।

दूसरी ओर मुख्यमंत्री चन्नी ने भी मांग की थी कि उन्हें राज्य के लोगों की सेवा के लिए पूरे पांच साल का मौका दिया जाना चाहिए। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जल्द ही पार्टी के सीएम चेहरे का ऐलान किए जाने की बात कही थी। उनका कहना था कि पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से विचार विमर्श के बाद इस बाबत आखिरी फैसला लिया जाएगा।

चन्नी को दो सीटों से उतारना बड़ा संकेत

रविवार को कांग्रेस नेतृत्व की ओर से मुख्यमंत्री चन्नी को चमकौर साहिब के बाद भदौर सुरक्षित सीट से भी चुनाव मैदान में उतारने का फैसला लिया गया। विपक्ष की ओर से चमकौर साहिब में चन्नी की जबर्दस्त घेराबंदी की जा रही है और माना जा रहा है कि इसी कारण कांग्रेस नेतृत्व ने किसी भी प्रकार का खतरा मोल न लेने का फैसला किया। जानकारों का कहना है कि पार्टी नेतृत्व ने कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेने का काम शुरू कर दिया है।

वैसे पार्टी की ओर से लिए गए फीडबैक में चन्नी सिद्धू से आगे निकलते दिख रहे हैं। पार्टी के अधिकांश नेताओं का मानना है कि चन्नी को सीएम चेहरा बनाने से राज्य के दलित मतदाताओं को साधने में बड़ी मदद मिल सकती है। इसी कारण कांग्रेस चन्नी को सीएम चेहरा बनाकर अन्य दलों पर सियासी बढ़त हासिल करने की कोशिश में जुट गई है।

दलितों को साधने की कांग्रेस की तैयारी

पंजाब में दलित मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है और इनकी आबादी करीब 33 फ़ीसदी मानी जाती है। मालवा क्षेत्र की करीब 68 विधानसभा सीटों पर दलित मतदाताओं का खासा प्रभाव है और उनके रुख से ही हार-जीत का फैसला होता है। आम आदमी पार्टी ने भगवंत मान को अपना चेहरा बनाने का ऐलान किया है। सिद्धू और मान दोनों जट सिख हैं और इस बिरादरी के मतदाता करीब 19 फ़ीसदी हैं। ऐसे में सिद्धू की अपेक्षा चन्नी को सीएम चेहरा बनाने पर कांग्रेस को ज्यादा सियासी फायदा हो सकता है।

अब कांग्रेस विलंब करने के मूड में नहीं

2017 के विधानसभा चुनाव में कैप्टन को सीएम चेहरा घोषित किए जाने का कांग्रेस को लाभ मिला था। मौजूदा समय में चन्नी के मुख्यमंत्री होने के बावजूद पार्टी की ओर से अभी तक उन्हें सीएम चेहरा नहीं घोषित किया गया है। इसके पीछे सिद्धू के दबाव को बड़ा कारण माना जाता रहा है मगर अब पार्टी सीएम चेहरे को लेकर अपना पत्ता खोलने के लिए तैयार है। माना जा रहा है कि पार्टी की ओर से जल्द ही चन्नी को सीएम चेहरा घोषित कर दिया जाएगा। राज्य में 20 फरवरी को मतदान होना है और ऐसे में कांग्रेस नेतृत्व अब इस मामले में ज्यादा विलंब करने के मूड में नहीं है।

Tags:    

Similar News