Punjab Politics: सिद्धू के इस्तीफे पर आज खत्म हो सकता है सस्पेंस,दिल्ली में शीर्ष नेताओं के साथ होगी अहम बैठक

दिल्ली में आज नवजोत सिंह सिद्धू की प्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत और कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। जानकारों के मुताबिक इस बैठक के दौरान सिद्धू के इस्तीफे पर भी चर्चा होगी।

Report :  Anshuman Tiwari
Published By :  Deepak Kumar
Update:2021-10-14 12:25 IST

पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू। (Social Media)

New Delhi: पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू ने 28 सितंबर को इस्तीफा दिया था। मगर उनके इस्तीफे पर अभी भी सस्पेंस बरकरार है। सिद्धू को आज दिल्ली तलब किया गया है। माना जा रहा है कि आज पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा के बाद सिद्धू के इस्तीफे पर छाए संकट के बादल छंट सकते हैं। सिद्धू के इस्तीफे को लेकर अभी तक पार्टी हाईकमान की ओर से कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है। यही कारण है कि पंजाब में उनके इस्तीफे को लेकर अलग-अलग अटकलें लगाई जा रही हैं।

दिल्ली में आज सिद्धू की प्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत और कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। जानकारों के मुताबिक इस बैठक के दौरान सिद्धू के इस्तीफे पर भी चर्चा होगी। माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद सिद्धू अपना इस्तीफा वापस लेने का एलान भी कर सकते हैं। पंजाब में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बागी तेवर के बाद पार्टी हाईकमान काफी सतर्क रवैया अपना रहा है। विधानसभा चुनाव सिर पर होने के कारण पंजाब से जुड़े पार्टी मसलों को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाने की कवायद की जा रही है।

रावत और वेणुगोपाल से मिलेंगे सिद्धू

कांग्रेस महासचिव और पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने 12 अक्टूबर को किए गए अपने ट्वीट में आज होने वाली महत्वपूर्ण बैठक की जानकारी दी थी। रावत के मुताबिक गुरुवार को दिल्ली में उनकी और कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल की सिद्धू के साथ महत्वपूर्ण बैठक होगी।

हालांकि रावत ने पार्टी की पंजाब इकाई से जुड़े संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा किए जाने की बात कही है । मगर कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक बैठक का मुख्य एजेंडा सिद्धू का इस्तीफा ही होगा। यह बैठक आज शाम को छह बजे वेणुगोपाल के कार्यालय में होने वाली है। अभी तक यह साफ नहीं हो सका है की दिल्ली यात्रा के दौरान सिद्धू की राहुल गांधी या प्रियंका गांधी से मुलाकात होगी या नहीं। वैसे उनके इस्तीफे के एलान के बाद पार्टी हाईकमान की नाराजगी के कारण राहुल और प्रियंका से उनकी मुलाकात मुश्किल मानी जा रही है।

पंजाब कांग्रेस में मतभेद से हाईकमान चिंतित

पंजाब में मुख्यमंत्री पद से कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद भी पार्टी नेताओं के बीच मतभेद दूर होते नहीं दिख रहे हैं। इसे लेकर पार्टी हाईकमान चिंतित है। नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ भी नवजोत सिंह सिद्धू की पटरी नहीं बैठ रही है। इसके पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ भी उनके गहरे मतभेद थे। अब नए मुख्यमंत्री चन्नी की ओर से की गई नियुक्तियों को लेकर सिद्धू नाराज बताए जा रहे हैं । इसी के विरोध में उन्होंने ट्विटर पर इस्तीफा देने की घोषणा की थी।

उन्हें इस्तीफा दिए हुए 15 दिन से ज्यादा का वक्त बीत चुका है ।.मगर अभी तक पंजाब कांग्रेस में उनके इस्तीफे को लेकर सस्पेंस बरकरार है। कांग्रेस हाईकमान और सिद्धू की ओर से भी इस मामले में अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं जताई गई है। पंजाब में पार्टी को अगले साल विधानसभा चुनाव लड़ना है। यही कारण है कि पार्टी हाईकमान अब इस मामले को ज्यादा टालना नहीं चाहता।

लंबे समय से लटका हुआ है मामला

सिद्धू के इस्तीफे का मसला इतने ज्यादा दिनों तक लटकाए रहने पर कांग्रेस नेता भी हैरान है। पार्टी अभी तक पंजाब में चुनावी मोड में नहीं आ सकी है ट, जबकि कैप्टन अमरिंदर सिंह लगातार कांग्रेस पर हमलावर रुख अपनाए हुए हैं। सिद्धू के इस्तीफे के बाद पार्टी का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चाएं भी थीं। मगर उस दिशा में भी हाईकमान की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया।

सिद्धू ने गांधी जयंती के दिन किए गए अपने ट्वीट में पद पर रहने या न रहने पर राहुल और प्रियंका के साथ खड़े रहने की बात कही थी। उनका कहना था कि सभी नकारात्मक ताकतों को मुझे हराने की कोशिश करने दें मगर आखिरकार जीत पंजाब, पंजाबियत और हर पंजाबी की होगी। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का मामला फंसा होने के कारण अभी तक कांग्रेस की संगठनात्मक मजबूती और नियुक्तियों की दिशा में भी कोई कदम नहीं उठाया जा सका है।

कार्यसमिति की बैठक में उठ सकता है मामला

पंजाब कांग्रेस में लंबे समय से अस्थिरता का माहौल चल रहा है। कांग्रेस कार्यसमिति की भी दो दिनों बाद महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक कार्यसमिति की बैठक से पहले पार्टी पंजाब से जुड़े मसले को हल करना चाहती है। यही कारण है कि आज नई दिल्ली में होने वाली बैठक पर सभी की नजरें टिकी हैं।

कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों पर चर्चा की जा सकती है। बैठक में पंजाब कांग्रेस का मामला भी उठ सकता है। इसलिए माना जा रहा है कि आज होने वाली बैठक में पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर सस्पेंस खत्म हो सकता है।

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