Rajasthan News: ‘मैंने अस्पताल की बिल्डिंग में बम रखा दिया है, तुम सब...’ 100 अस्पतालों के बम से उड़ाने की धमकी
Bomb threat in Rajasthan: “मैंने अस्पताल की बिल्डिंग में बम रखा दिया है। बम को अस्पताल के बेड के अंदर और बाथरूम में छिपाकर रखा गया है। जो भी व्यक्ति अस्पताल की बिल्डिंग के अंदर होगा, वह....
Bomb threat: “मैंने अस्पताल की बिल्डिंग में बम रखा दिया है। बम को अस्पताल के बेड के अंदर और बाथरूम में छिपाकर रखा गया है। जो भी व्यक्ति अस्पताल की बिल्डिंग के अंदर होगा, वह मारा जाएगा। कोई भी बच नहीं पाएगा। तुम किसी को बचा नहीं पोओगे। सब खून के तालाब में समा जाओगे। तुम मौत के अलावा कुछ भी पाने के लायक नहीं रहोगे।” यह धमकी भरा मैसेज राजस्थान में दी गई, जहा 100 अस्पतालों को बम से उड़ाने की धमकी मेल के जरिए दी गई है।
अस्पताल पहुंची ATS और बम स्क्वाड की टीम
आपको बता दें, कि राजस्थान के 100 अस्पतालों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। जिसमें राजधानी जयपुर के भी दो मोनीलेक और सीके बिरला अस्पताल शामिल हैं। एक ईमेल के जरिए इन 100 अस्पतालों को उड़ाने की धमकी दी गई है। भेजे गए मेल में लिखा गया है कि, “अस्पताल में सब मारे जाएंगे”। धमकी भरा मेल मिलने की जानकारी पर राजस्थान एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) और बम स्क्वाड की टीम मोनीलेक और सीके बिरला हॉस्पिट पहुंची। दोनों टीमों ने अस्पताल के अंदर गहनता पूर्वक जांच-पड़ताल की, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।
जांच में जुटी पुलिस
इसके बाद इन दोनों अस्पतालों ने पुलिस को बताया कि अस्पताल के आधिकारिक मेल पर बम से उड़ाने की धमकी भरा मेल आया है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम अस्पताल पहुंच गई। इसके साथ ही एटीएस और बम स्क्वायड की टीम को भी बुलाया गया। टीम ने पहले अस्पताल की बरीकी से जांच-शुरू कर दी, लेकिन काफी समय तक जांच करने के बाद भी कुछ संदिग्ध सामान नहीं मिला। इस मामले में जयपुर के एडिशनल कमिश्नर कुंवर राष्ट्रदीप ने कहा कि आईपी एड्रेस के जरिए मेल करने वाले का पता लगाया जा रहा है।
100 अस्पतालों को मिली थी बम से उड़ाने की धमकी
बम धमकी मामले में ATS को सूचना मिली कि ये मेल जयपुर स्थित मोनीलेक और सीके बिरला अस्पताल में ही नहीं आया बल्कि, इन दोनों सहित प्रदेश के 100 अस्पतालों को भेजा गया है। ये जानते ही एटीएस ने तत्काल आनन-फानन में सभी जिलों को अलर्ट कर अस्पतालों की गहनता पूर्वक जांच-कराई गई। हालांकि गनीमत रही कि जांच के समय अस्पताल में कुछ संदिग्ध सामान नहीं मिला।