बहू के SDM न बनने पर ससुराल वालों ने घर से निकाला, दहेज के लिए किया परेशान
Rajasthan News: महिलाओं पर अनेकों तरह का अत्याचार होता है पर एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे आप सुन आश्चर्य में आ जायेंगे।
Rajasthan News: महिलाओं पर अनेकों तरह का अत्याचार होता है पर एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे आप सुन आश्चर्य में आ जायेंगे। राजस्थान प्रशासनिक सेवा आरएएस(RAS) 2018 परीक्षा में झुंझुनूं जिला की चिड़ावा की बेटी मुक्ता राव अव्वल रही हैं तो वहीं दूसरी ओर झुंझुनूं की ही एक दूसरी बेटी के लिए आरएएस परीक्षा ने घर छुड़वाने का काम कर दिया है।
आरोप यह है कि आरएएस परीक्षा पास नहीं होने के कारण इस महिला को ससुराल के लोगों ने घर से ही निकाल दिया है। इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है। झुंझुनूं जिला के सूरजगढ़ कस्बे के वार्ड नंबर 2 की उषा ने बताया कि उसने वर्ष 2013 में आरएएस प्री की परीक्षा पास की थी। जिसके बाद गांव बुगाला निवासी विकास से रिश्ता तय हुआ था।
पॉलिटेक्निक कॉलेज में व्याख्याता विकास और उसके परिजनों को लगा था कि उषा आरएएस प्री निकल चुकी है और जल्द ही एसडीएम बन जाएगी। जिसके कारण साल 2016 में विकास और उषा की शादी करवा दी गई। साल 2013 की आरएएस भर्ती की मुख्य परीक्षा उषा की शादी के बाद हुई, जिसमें वह फेल हो गई। उषा का कहना है कि आरएएस परीक्षा में फेल होने के बाद से ही उसके ससुराल पक्ष के लोग उसे प्रताड़ित करने में लग गए।
उषा का यह आरोप है कि ससुराल के लोग उसे फेल होने पर ताने मारने के साथ ही दहेज के लिए भी परेशान करने लगे। इसके बावजूद भी उषा ने हिम्मत नहीं हारी और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में भी भाग्य आजमाया। मगर सफलता हाथ नहीं लगी। जिसके कारण ससुराल वालों ने घर से निकाल दिया। सूरजगढ़ एसएचओ मुकेश कुमार ने कहा कि उषा ने न्यायालय में इस्तगासा पेश कर व्याख्याता पति विकास, सास बिमला, ससुर नानड़राम और दो बिचौलिए संजय और प्रकाशदेवी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने यह मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है।