Destination Wedding Rajasthan : कोरोना में डेस्टिनेशन वेडिंग का हाल बेहाल, राज्यों में बंटती दिखी शादियां

Destination Wedding Rajasthan: कोरोना महामारी के प्रतिबंधों के बाद अब राजस्थान के लोग ही शादियों के लिए कहीं और पलायन कर रहे हैं।

Written By :  AKshita Pidiha
Published By :  Monika
Update:2021-08-26 11:01 IST

राजस्थान वेडिंग डेस्टिनेशन (फोटो : सोशल मीडिया )

Destination Wedding Rajasthan: कोरोना महामारी (Coronavirus) ने राजस्थान जैसे वेडिंग डेस्टिनेशन (Rajasthan wedding destination) को काफी नुकसान पहुंचा दिया है। जहाँ राजस्थान में शादी करने की सभी को जल्दी रहती थी । देश दुनिया में राजस्थान एक पसंदीदा जगह है, जहाँ पर अब तक अनेक विदेशी और देशी सेलेब्रिटीज (celebrities ) ने शादियाँ की है।

लेकिन कोरोना महामारी के प्रतिबंधों के बाद अब राजस्थान के लोग ही शादियों के लिए कहीं और पलायन कर रहे हैं। वजह राज्य सरकार के कोरोना प्रतिबंधों के तहत सिर्फ 50 लोगो को ही शादी में आने की इजाजत है।

कम से कम 1000 करोड़ की सम्भावना है। अब राजस्थान के लोग पड़ोसी राज्य जैसे गुजरात (Gujrat) जाने को मजबूर हैं। जून-जुलाई में करीब 535 शादियाँ पड़ोसी राज्य में हुई हैं। वहीं नवंबर से फरवरी के बीच 2500 शादियां पड़ोसी राज्य में हुई है। आगामी नवम्बर से फरवरी के बीच 40000 शादियाँ होनी है जिसमे 5000 शादियाँ बड़ी बजट की होने वाली हैं। पर अब 50 फीसदी बड़ी बजट की शादियाँ दूसरे राज्यों में होने की संभावना हैं।वजह ये है कि पडोसी राज्यों में 400 मेहमानों को आने की अनुमति है।

जून जुलाई में होने वाली 535 शादियाँ अब अन्य राज्यों में शिफ्ट कर दी गयी है। कोई उत्तरप्रदेश तो कोई पंजाब तो कोई मध्यप्रदेश में जाकर शादी करवा रहे हैं।

कोरोना में शादी (फोटो : सोशल मीडिया )

किस राज्य में कितने मेहमानों की अनुमति

गुजरात में 400 ,महाराष्ट्र में 200,उत्तरप्रदेश में 200,मध्यप्रदेश ,हरियाणा ,पंजाब ,दिल्ली ,चंडीगढ़ में 100 से 150 मेहमानों की अनुमति है। इसी वजह से जून जुलाई में गुजरात में 150 शादियाँ, एमपी में 100 ,हरियाणा में 60, पंजाब में 75 और दिल्ली में 50 और उत्तरप्रदेश में 100 में शादियाँ शिफ्ट हो चुकी हैं।

शादी में किस सेक्टर की कितनी जिम्मेदारी

ज्वेलरी 25 फ़ीसदी, केटरिंग 15 फीसदी, टेंट और गार्डन 25 फीसदी, कपड़ा 5 फीसदी , ब्यूटीपार्लर , फोटोग्राफर व अन्य 30 फीसदी ।

शादी (फोटो : सोशल मीडिया )

वेडिंग डेस्टिनेशन पर नहीं हो रही बुकिंग

पाबंदियों के कारण राजस्थान के वेडिंग डेस्टिनेशन जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, जैसलमेर, कुंभलगढ़, पुष्कर और सवाई माधोपुर समेत अन्य प्रमुख स्थानों पर शादियों के लिये बुकिंग काफी कम हुई है। अगर बुकिंग हो भी गई तो उनमे एडवांश नहीं मिल पाया है क्योंकि तीसरी लहर की आशंका के चलते लोग हिचकिचा रहे हैं। इसका सीधा असर शादियों से जुड़े कारोबार पर पड़ रहा है। इन लोगों की मांग है कि या तो सरकार अतिथियों की संख्या बढ़ाने की छूट दे या फिर मैरिज गार्डन की क्षमता के मुकाबले 50% तक लोगों को बुलाने की छूट देनी चाहिये।

शादी के लिए फेरे लेते वर वधु (फोटो : सोशल मीडिया )

करीब 5 लाख लोग भी बेरोजगार हो चुके हैं

टेंट डीलर्स एसोसिएशन के वाइस प्रेसिन्डेन्ट दिनेश गोगर और कैटरिंग एसोसिएशन के महासचिव विवेक गुप्ता समेत वेडिंग इंडस्ट्री से जुड़े अन्य संगठनों के पदाधिकारियों का कहना था पाबंदियों के चलते उन्हें खासा नुकसान हुआ है।वहीं इस इंडस्ट्री से जुड़े करीब 5 लाख लोग भी बेरोजगार हो चुके हैं। संगठनों के पदाधिकारियों का कहना है कि करीब 1 साल से पाबंदिया लगातार जारी है इसके चलते उनका रोजगार ठप हो गया है और परिवार पालने का संकट खड़ा हो गया है।

जून में इन्ही पाबंदियों के चलते वेडिंग इंडस्ट्री से जुड़े विभिन्न संगठनों ने प्रदर्शन कर गहलोत सरकार से पाबंदी हटाने की मांग की थी।वेडिंग इंडस्ट्री फेडरेशन का दावा है कि लॉकडाउन और पाबंदियों के चलते इंडस्ट्री को अब तक करीब 350 करोड़ का नुकसान हो चुका है।

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