SDM को थप्पड़ मारने वाला नरेश मीणा चकमा देकर फरार, समर्थकों ने पुलिस पर किया हमला, गाड़िया फूंकी और काटा बवाल
Naresh Meena : राजस्थान के टाेंक जिले में बड़ा बवाल हो गया है, यहां एसडीएम को थप्पड़ मारने वाले नरेश मीणा के समर्थकों ने सड़कों पर उतर कर जमकर बवाल किया है।
Naresh Meena : राजस्थान के टाेंक जिले में बड़ा बवाल हो गया है, यहां एसडीएम को थप्पड़ मारने वाले नरेश मीणा के समर्थकों ने सड़कों पर उतर कर जमकर बवाल किया है। पुलिस की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया है। पुलिस भी हालात को काबू पाने में नाकाम दिख रही है। वहीं, आरोपी रमेश मीणा पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया है।
राजस्थान में विधानसभा की सात सीटों पर उपचुनाव को लेकर 13 नवंबर को मतदान हो रहा था। देवलील-उनियारा विधानसभा सभा पर मतदान के दौरान एक पोलिंग बूथ पर हंगामा हुआ। इस दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा और चुनाव ड्यूटी पर तैनात एसडीएम अमित चौधरी के बीच तीखी नोकझोंक हुई और ये मामला तब और बढ़ गया, जब नरेश मीणा ने एसडीएम को थप्पड़ मार दिया और कॉलर पकड़ लिया।
क्या था मामला
जिला निर्वाचन अधिकारी सौम्या झा ने बताया कि समरावता गांव के मतदाताओं ने अपनी मांगों को लेकर मतदान का बहिष्कार करने की घोषणा की थी। एसडीएम अमित चौधरी उन मतदाताओं को समझाने और मनाने के लिए गए थे, इसी दौरान नरेश मीणा ने एसडीएम को थप्पड़ मार दिया और फरार हो गया। पुलिस और प्रशासन की टीम उसकी तलाश में जुटी हुई थी। इन ग्रामीणों को नरेश मीणा का समर्थन प्राप्त था। उसके समर्थकों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है और प्रशासन को चेतावनी दे डाली कि यदि उनके खिलाफ कार्रवाई हुई तो अंजाम बुरा होगा।
हालांकि पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही थी। देररात पुलिस ने देवली-उनियारा से नरेश मीणा को हिरासत में ले लिया था, हालांकि समर्थकों के आ जाने के कारण वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। वहीं, समर्थकों ने बवाल शुरू कर दिया। कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस ले हालात पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। इस दौरान कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।
ग्रामीणों की मांग थी कि उनका गांव उनियारा तहसील से जोड़ दिया जाए। इससे पहले भी ग्रामीण अपनी मांग उठा चुके हैं, तब उन्हें आश्वासन दिया गया था कि आचार संहिता हटने के बाद इस पर विचार किया जाएगा।