Rajasthan Politics: राजस्थान की सियासत में आया भूचाल, किरोड़ीलाल मीणा ने दिया मंत्री पद से इस्तीफा
Rajasthan Politics:भजनलाल सरकार के कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने पद से इस्तीफा दे दिया है। किरोड़ीलाल मीणा ने स्वयं इसका खुलासा किया है।
Rajasthan Politics: राजस्थान की भजनलाल सरकार को उस समय तगड़ा झटका लगा। जब सरकार के कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने अचानक पद से इस्तीफा दे दिया। किरोड़ी लाल मीणा सवाई माधोपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं। लोकसभा चुनाव के परिणाम आने से पहले ही श्री मीणा ने इस बात का ऐलान कर दिया था कि यदि वे अपने क्षेत्र या फिर प्रभाव वाले इलाके से कोई भी सीट हारते हैं तो वे मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे।
किरोड़ी लाल के गृह क्षेत्र दौसा में भाजपा चुनाव हार गई। जिसके बाद किरोड़ीलाल मीणा ने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने के बाद किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि मैंने पहले ही जनता के बीच इसका ऐलान कर दिया था। सभी सरकारी सुविधाओं से दूरी भी बना ली है। उल्लेखनीय है कि विधायक किरोड़ीलाल मीणा ने करीब दस दिन पूर्व ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को इस्तीफा सौंप दिया था। आज उसका सार्वजनिक रूप से ऐलान किया गया है।
सीएम भजनलाल के सामने कही थी ये बात
उल्लेखनीय है कि टोंक में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की उपस्थिति में डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा था कि अगर कोई 5 साल में सुखबीर जौनपुरिया को पराजित करने वाले हरीश मीणा के मोबाइल नंबर और ठिकाना भी बता दे तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा। किरोड़ी लाल मीणा ने यह भी कहा था कि सुखबीर जौनपुरिया सांसद रहे और 10 वर्ष तक जनता की खूब सेवा की, लेकिन आपने पता नहीं किस बहकावे में आकर उन्हें हरवा दिया।
दो बार के रहे सांसद
किरोड़ी लाल मीणा छह बार विधायक और दूसरी बार मंत्री बने थे। इसके साथ वह दो सांसद और एक बार के राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं। भजनलाल सरकार में किरोड़ी लाल मीणा खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग और श्रम नियोजन जैसे बड़े विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
पूर्वी राजस्थान में किरोड़ीलाल मीणा का दबदबा
बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के दौरान डाक्टर किरोड़ी लाल मीणा अपने भाई जगमोहन मीणा को दौसा लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाना चाहते थे। लेकिन भाजपा ने कन्हैयालाल मीणा को टिकट दे दिया। इसे लेकर किरोड़ीलाल मीणा खफा थे। किरोड़ी लाल मीणा सवाई माधोपुर सीट से विधायक हैं। जहां बीजेपी चुनाव हार गयी।
किरोड़ी लाल मीणा की वजह से ही कांग्रेस का परंपरागत मीणा आदिवासी वोट विधानसभा चुनाव में भाजपा की तरफ़ आया था। लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान किरोड़ीलाल की अनदेखी के चलते मीणा वोट फिर कांग्रेस के पास चला गया। पूर्वी राजस्थान में किरोड़ी लाल मीणा का दबदबा है। जहां के दौसा और देवली -उनियारा सीट पर विधानसभा उपचुनाव होने हैं। इसको लेकर केंद्रीय नेतृत्व ने किरोड़ी लाल मीणा को दिल्ली बुलाया था। मगर कहा यहां तक जा रहा है कि सरकार में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से किरोड़ी लाल मीणा के मतभेद काफ़ी बढ़ गए थे। जिसके बाद किरोड़ीलाल मीणा ने पद से इस्तीफा दे दिया।