Covid Bf-7 Variant: जयपुर में कोरोना की रफ्तार दोगुनी, एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या 71 पहुंची
Covid Bf-7 Variant: राजस्थान के जयपुर में कोरोना ने अपनी रफ़्तार पकड़ ली है। जयपुर में एक दिन में 19 कोरोना संक्रमित रोगी मिले हैं।
Covid Bf-7 Variant: राजस्थान के जयपुर में कोरोना ने अपनी रफ्तार पकड़ ली है। जयपुर में एक दिन में 19 कोरोना संक्रमित रोगी मिले हैं। इस सूचना के बाद से स्वास्थ्य विभाग की टीमें काम पर लग गयी हैं। दुनिया भर में बढ़ रहे कोविड के प्रकोप के बाद भारत में भी केंद्र सरकार ने नयी गाइड लाइन जारी कर दी है। केंद्र सरकार के बाद से सभी राज्यों ने भी सतर्कता बरतते हुए नये नियमों को अपने अपने क्षेत्र में लागू कर दिया है।
राजस्थान के जयपुर में शुक्रवार को 19 संक्रमित रोगियों को चिन्हित कर इलाज शुरू कर दिया है। शुक्रवार को ही हुई स्वास्थ्य विभाग की उच्चस्तरीय बैठक में विभागीय हेल्थ सेक्रेटरी पृथ्वी सिंह ने सभी जिला मुख्यालयों को कोरोना महामारी को लेकर सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। इसी बैठक में पृथ्वी सिंह ने बताया कि हमारे पास सभी जरुरी संसाधन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। इसलिए घबराने या पैनिक करने की कोई जरूरत नहीं हैं। सभी से अनुरोध है कि कोरोना की गाइड लाइन का पालन करें। साथ ही सिंह ने नए वैरिएंट से मरीजों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है।
डॉक्टर पृथ्वी ने कहा कि कोरोना एक तरह का बुखार है। इसमें पहले कोरोना काल के बाद जो टीकाकरण और दवाइयां ली गयी थी। उससे ज्यादातर लोगों में शारीरिक एंटी बॉडी जनरेट हो गयी थी। इस नेचुरल इम्युनिटी से इस बार खतरा इतना ज्यादा नहीं बढ़ेगा। परन्तु फिर भी सावधानी बरतने की जरुरत है। दूसरे कोरोना के बाद फिर से दवाइयां और दूसरी डोज़ की वजह से स्थिति काबू में थी। दूसरे कोरोना काल में इसी लिए सीवियर मरीज कम भर्ती हुए थे। अबकी बार ये आंकड़ा और कम होगा।
स्वास्थ्य विभाग की कैसी तैयारी है?
डॉ पृथ्वी सिंह के अनुसार अभी तक राजस्थान में कोरोना के हिसाब से कोई ढिलाई नहीं बरती गयी है। राजस्थान में ऑक्सीजन, बेड और वेंटिलेटर जैसी सारी सुविधाएं किसी भी स्थिति के लिए तैयार है। आज भी हमने 100 बेड सिर्फ कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित किए हुए हैं। बीते 15 दिनों से किसी भी मरीज की स्थिति इतनी ख़राब नहीं हुई कि उन्हें ऑक्सीजन या अस्पताल बेड की आवश्यकता पड़ी हो। इसलिए बीते 15 दिन से ये सारे बेड खाली पड़े हैं। डॉ सिंह ने कहा कि विशेषज्ञों से चर्चा की गई और इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि इस बार संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है। परन्तु एंटीबॉडी बनाने और टीकाकरण के बाद इम्युनिटी बढ़ने से मरीजों की स्थिति बिगड़ेगी नहीं। फिर भी हमारी तरफ से पूरी व्यवस्थाओं का अवलोकन किया जा चुका है और जरुरी जांचें भी लगातार करवाई जा रही है।
राजस्थान की कोरोना को लेकर रणनीति
राजस्थान स्वास्थ्य मंत्रालय ने अभी तक किसी भी तरह के कार्यक्रम पर रोक नहीं लगाई है ना ही किसी कायर्क्रम में शामिल होने वाले लोगों की संख्या पर कोई गाइड लाइन आई है। परन्तु राजस्थान में गुरुवार को ही एक गाइड लाइन जारी की, जिसमें न तो मास्क की अनिवार्यता पर कोई निर्देश आए और न ही न्यू इयर या क्रिसमिस पार्टी को लेकर कोई विशेष नियम लगाए। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी गाइड लाइन में ज्यादातर निर्देश विभागों को दिए गए हैं। जिसमें डोर टू डोर सर्वे, जीनोम सिक्वेंसिंग, सभी सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में टेस्टिंग की सुविधा और पर्याप्त मात्रा में दवाइयां उपलब्ध होने की बात कही है।