Rajasthan Elections 2023 : पूरे प्रदेश की नजर इन हॉट सीटों पर, जानिए किसका है किससे मुकाबला

Rajasthan Elections 2023 : राजस्थान विधानसभा चुनावों के लिए 25 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। कुल 200 सीटों में से 199 पर चुनाव हों रहे हैं। इनमें से 13 ऐसी सीटें हैं, जिन पर हो रहे मुकाबले पर पूरे प्रदेश की नजरें टिकी हैं। इसका कारण हैं इन सीटों पर चुनाव लड़ रहे चेहरे। तो आइए जानते हैं वो कौन सी सीटें हैं...

Update:2023-11-24 20:55 IST

Vasundhara Raje, Sachin Pailat, Ashok Gehlot (Pic: Social Media) 

Rajasthan Elections 2023 : राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को पोलिंग पाटियां रवाना हो गईं। यहां शनिवार यानी 25 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। प्रशासन ने चुनाव के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं। राज्य में कुल 200 सीटों में से 199 पर मतदान हो रहा है। चुनाव में प्रदेश के 5.25 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मतों का प्रयोग करेंगे। चुनाव को सकुशल और शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने पौने तीन लाख कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है।

...तो आइए जानते हैं उन हॉट सीटों के बारे में जिनमें 25 नवंबर को मुकाबला काफी रोचक रहने वाला है।

सरदारपुराः यह सीट सबसे हाॅट सीट है। यहां से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार हैं तो वहीं उनके सामने भाजपा ने महेंद्र सिंह राठौड़ को मैदान में उतारा है। दोनों ही लोकल हैं। और राठौड़ यहां की स्थानीय सरकार भी संभाल चुके हैं, ऐसे में यहां मुकाबला बहुत रोचक तो नहीं, लेकिन चर्चा में जरूर है।

झालरापाटनः इस सीट से पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को भाजपा ने एक बार फिर से अपना प्रत्याशी बनाया है। वसुंधरा राजे के सामने कांग्रेस के रामलाल चैहान मैदान में हैं। यहां मुकाबला अधिक रोचक तो नहीं है, लेकिन राजे के कारण यह सीट हाॅट सीट बनी हुई है। जहां पूरे प्रदेश की नजर जरूर रहेगी।

टोंकः यहां कांग्रेस ने पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को फिर से मौका दिया है। वहीं भाजपा ने यहां से पहले भी चुनाव लड़ते रहे अजीत मेहता को टिकट दिया है। यहां भी बड़े उलटफेर की सम्भावना काफी कम ही है, लेकिन रिजल्ट पर पूरे प्रदेश की नजर रहेगी।


कोटा उत्तरः यहां से राजस्थान सरकार के सबसे कद्दावर मंत्री शांति धारीवाल कांग्रेस से और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के करीबी माने जाने वाले प्रह्लाद गुंजल भाजपा से मैदान में हैं। यहां मुकाबला बेहद रोचक है, क्योंकि गुंजल पहले भी धारीवाल को हरा चुके हैं।

नागौरः इस सीट पर कांग्रेस की ओर से हरेन्द्र मिर्धा और भाजपा की ओर से उनकी भतीजी ज्योति मिर्धा के बीच मुख्य मुकाबला है। ज्योति कांग्रेस में ही हुआ करती थीं, लेकिन अब भाजपा में हैं। यहां मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहे हैं, निर्दलीय प्रत्याशी हबीबुर्रहमान जो कांग्रेस और भाजपा दोनों के टिकट पर यहां से विधायक रह चुके हैं।

शिवः इस सीट पर पांचकोणीय मुकाबला है। कांग्रेस से अमीन खान और भाजपा से स्वरूप सिंह खारा के सामने तीन बागी हैं। अमीन खान को अपनी ही पार्टी के फतेह खान की चुनौती है तो स्वरूप सिंह खारा के समक्ष रविन्द्र सिंह भाटी और पूर्व विधायक जालम सिंह रावलोद चुनौती हैं। यहां के परिणाम पर पूरे प्रदेश की नजर है।

धौलपुरः यहां से भाजपा ने शिवचरण कुशवाहा तो कांग्रेस ने शोभारानी कुशवाहा को चुनावी मैदान में उतारा है। दोनों रिश्ते में जीजा-साली हैं, लेकिन सबसे रोचक यह है कि दोनों ने इस बार पार्टियां बदल ली हैं। शोभारानी पिछली बार भाजपा से थीं और शिवचरण कांग्रेस से। इस बार उलटा हो गया है।

लक्ष्मणगढ़ः कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का मुकाबला पहले भाजपा फिर कांग्रेस और अब फिर भाजपा में आ गए सुभाष महरिया से है। यहां की लड़ाई काफी रोचक है और डोटासरा का प्रचार के लिए कहीं और नहीं जाना पड़ा। यहां का मुकाबला काफी कड़ा हो सकता है।

विद्याधर नगरः यहां से भाजपा ने पार्टी की सांसद दिया कुमारी को मैदान में उतारा है जो जयपुर की राजकुमारी भी हैं। पार्टी उन्हें एक बड़े चेहरे के रूप में आगे बढ़ाती दिख रही हैं और उनका मुकाबला कांग्रेस के कोषाध्यक्ष सीताराम अग्रवाल से है जो पिछले पांच साल के दौरान काफी सक्रिय रहे हैं।

तरानगरः यहां से नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ भाजपा के उम्मीदवार हैं और चूरू से सीट बदल कर आए हैं। उनके सामने कांग्रेस के बडे़ नेता नरेन्द्र बुढ़ानिया हैं। यहां भी मुकाबला काफी रोचक होता दिख रहा है।

खींवसरः यहां की सीट भाजपा और कांग्रेस उम्मीदवार नहीं, बल्कि राजस्थान में तीसरी ताकत के रूप में उभर रहे आरएलपी के संयोजक हनुमान बेनीवाल के कारण चर्चा में हैं। वे यहां चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा ने रेवतराम डांगा और कांग्रेस ने तेजपाल मिर्धा को यहां से चुनावी मैदान में उतारा है।

तिजाराः इस सीट पर भाजपा ने अपने सांसद बाबा बालकनाथ को और कांग्रेस ने इमरान खान को मैदान में उतारा है। यह सीट राजस्थान में हिन्दु मुस्लिम वोटों के ध्रुवीकरण की सबसे बड़ी सीट मानी जा रही है।

सवाई माधोपुरः भाजपा ने यहां से चर्चित चेहरा रहे किरोड़ीलाल मीणा को टिकट दिया है और उनके सामने हैं कांग्रेस के दानिश अबरार मैदान में हैं, लेकिन यहां चुनाव को रोचक बना रही हैं, भाजपा की बागी आशा मीणा जो किरोड़ीलाल मीणा के लिए बड़ी चुनौती साबित होती दिख रही हैं।

कुल मिला कर देखा जाए जो राज्य की इन सीटों पर पूरे प्रदेश की नजरें टिकी हैं। किस की हार और किसकी जीत होगी यह तो तीन दिसंबर को ही पता चलेगा।

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