Rajasthan: नूपुर की गर्दन मांगने वाले सलमान चिश्ती को बचा रही राजस्थान पुलिस, भाजपा नेताओं ने गहलोत सरकार पर बोला हमला

Rajasthan: पुलिसकर्मी सलमान चिश्ती को कानून से बचने की सलाह देते हुए कहते हैं कि बोल देना नशे में था, ताकि बचाया जाए। इस पर चिश्ती कहता है, मैं नशा नहीं करता।

Update: 2022-07-06 14:48 GMT

राजस्थान: नूपुर की गर्दन मांगने वाले सलमान चिश्ती को बचा रही राजस्थान पुलिस: Video: Newstrack

Jaisalmer: सांप्रदायिक घटनाओं और तनावों के कारण बीते कुछ समय से राजस्थान लगातार सुर्खियों में है। इन घटनाओं को लेकर राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) की भी काफी तीखी आलोचना हो रही है। उदयपुर की घटना भी पुलिस की ही बड़ी लापरवाही का परिणाम है। इस बीच भाजपा नेताओं ने अजमेर पुलिस Ajmer Police) का एक वीडियो शेयर किया है। वीडियो उस दौरान का है जब नूपुर शर्मा की गर्दन मांगने वाले ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के खादिम सलमान चिश्ती (salman chishti) को पुलिस उसके घर से गिरफ्तार कर ले जा रही थी।

वीडियो में कोई कह रहा है कि "हम साथ में ही हैं चिंता मत कर।" पुलिस चिश्ती से पूछती है, कौन सा नशा कर रखा था वीडियो बनाते समय ? इसके बाद एक पुलिसकर्मी सलमान चिश्ती को कानून से बचने की सलाह देते हुए कहते हैं कि बोल देना नशे में था, ताकि बचाया जाए। इस पर चिश्ती कहता है, मैं नशा नहीं करता। इस वीडियो को दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता तेजिंदरपाल सिंह बग्गा (Delhi BJP spokesperson Tejinderpal Singh Bagga) ने अपने ट्वीटर अकाउंट से शेयर करते हुए कहा कि यह अशोक गहलोत सरकार (Ashok Gehlot Govt.) के एंटी हिंदू चेहरे का एक सबूत है।



अमित मालवीय ने भी साधा निशाना

बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय (BJP IT cell head Amit Malviya) ने भी इस वीडियो को ट्वीट करते हुए अशोक गहलोत सरकार पर हमला बोला है। मालवीय ने ट्वीट कर लिखा, इस वीडियो में, अशोक गहलोत की पुलिस सलमान चिश्ती (salman chishti) को नुपुर शर्मा (Nupur Sharma) का सिर काटने का आह्वान करने के लिए सिखाती हुई दिखाई दे रही है, यह दावा करने के लिए कि उसने नशे की हालत में बयान दिया था, ताकि उसे बचाया जा सके। क्या कांग्रेस राज में हिंदूओं का जीवन महत्व रखता है। उन्होंने आगे कहा कि राजस्थान पुलिस उदयपुर की घटना को भी टाल सकती थी।



बता दें कि उदयपुर में टेलर कन्हैयायलाल की नृशंष हत्या सिर्फ इसलिए कर दी गई थी क्योंकि उन्होंने नूपुर शर्मा के समर्थन में एक सोशल मीडिया पोस्ट कर दिया था। मुस्लिम अतिवादियों से जान से मारने की लगातार मिल रही धमकियों के बीच उन्होंने लोकल पुलिस से इसकी शिकायत भी की थी, लेकिन पुलिस ने उनकी शिकायत पर गंभीरता नहीं दिखाई, जिसके कारण उन्हें अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।

सलमान चिश्ती का क्या है मामला

बता दें कि ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के खादिम सलमान चिश्ती ने बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर नूपुर शर्मा की गर्दन काट कर लाने वाले शख्स को अपना घर तोहफे में देने की बात कही थी। जिसपर खासा बवाल मचा था। अजमेर पुलिस ने कल ही चिश्ती को खादिम मोहल्ला स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया था। सलमान चिश्ती अजमेर दरगाह थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है। जिस पर हत्या के साथ ही 13 से अधिक मुकदमे चलाए गए थे, जिसमें से एक ट्रायल जारी है। 

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