Rajasthan Politics: विधानसभा चुनाव से पहले गहलोत और सचिन खेमों के बीच बढ़ी तकरार, पायलट समर्थकों का तीखा पलटवार

Rajasthan Politics: राजस्थान में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं मगर विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान कांग्रेस में गुटबाजी खत्म होती नहीं दिख रही है। पार्टी नेतृत्व अभी तक गहलोत और पायलट खेमों के बीच पैदा हुए विवाद का निपटारा नहीं कर सका है।

Update:2023-04-02 16:50 IST
सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (सोशल मीडिया)

Rajasthan Politics: राजस्थान में कांग्रेस की दिक्कतें खत्म होती नहीं दिख रही हैं। राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के खेमों के बीच एक बार फिर तलवारें खिंच गई हैं। गहलोत समर्थक मंत्री रामलाल जाट की ओर से सचिन पायलट पर हमला किए जाने के बाद सचिन कैंप की ओर से जोरदार पलटवार किया गया है। पायलट कैंप से जुड़े माने जाने वाले मंत्री हेमाराम चौधरी और पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी ने गहलोत खेमे को जवाब देते हुए इशारों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भी निशाना साधा है।

राजस्थान में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं मगर विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान कांग्रेस में गुटबाजी खत्म होती नहीं दिख रही है। पार्टी नेतृत्व अभी तक गहलोत और पायलट खेमों के बीच पैदा हुए विवाद का निपटारा नहीं कर सका है। इसी कारण दोनों खेमों के बीच आरोप-प्रत्यारोप और एक-दूसरे पर निशाने साधने का सिलसिला अभी भी बना हुआ है। पार्टी के दोनों खेमों के बीच चल रही खींचतान के कारण पार्टी की चुनावी संभावनाओं पर भी असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।

गहलोत समर्थक मंत्री को दिया तीखा जवाब

दरअसल गहलोत कैंप से जुड़े हुए मंत्री रामलाल जाट ने हाल में सचिन पायलट का नाम लिए बिना उन्हें दोगला बता दिया था। अब सचिन कैंप की ओर से रामलाल जाट के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया जताई गई है। सचिन समर्थक मंत्री हेमाराम चौधरी ने रामलाल जाट के बयान पर हैरानी जताते हुए कहा कि चुनावी साल में इस तरह की बयानबाजी के पीछे आखिर क्या मकसद है?

उन्होंने कहा कि रामलाल जाट के इस बयान का आखिर क्या मतलब है कि कांग्रेस में रहना है तो रहो। उन्होंने सवाल किया कि क्या किसी के कांग्रेस में रहने का फैसला रामलाल जाट तय करेंगे? क्या कांग्रेस सिर्फ उन्हीं लोगों की पार्टी है और हमारा पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है? उन्होंने लंबे समय से कांग्रेस से जुड़ाव का जिक्र करते हुए रामलाल जाट को तीखा जवाब दिया।

हम कांग्रेस छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे

प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी ने भी गहलोत समर्थक मंत्री रामलाल जाट के बयान पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस तरह का व्यवहार कर रहे हैं ताकि हम लोग कांग्रेस छोड़कर चले जाएं और वे राजस्थान में कांग्रेस के मालिक बन जाएं। उन्होंने कहा कि मैं ऐसे लोगों को मैं बहुत साफ शब्दों में समझा देना चाहता हूं कि सचिन पायलट और हेमाराम चौधरी कांग्रेस छोड़कर कहीं नहीं जाने वाले हैं। कांग्रेस हमारे खून में रही है और हम इसी पार्टी के साथ जीने और मरने वाले हैं।

उन्होंने कहा कि रामलाल जाट पहले भी मंत्री रहे हैं मगर उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था। आखिरकार कोई तो कारण रहा होगा जिसकी वजह से उन्हें मंत्री पद से हटाया गया था। अब वे हम लोगों को नसीहत देने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने नसीहत देने से बाज आकर अपना काम करना चाहिए।

गहलोत के समर्थन में जमकर लगे नारे

दरअसल विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके समर्थकों की ओर से एक बार फिर हावी होने की कोशिशें की जा रही हैं। पार्टी के सम्मेलनों में इसका नजारा भी दिख रहा है। गहलोत समर्थक मंत्री महेश जोशी ने जयपुर संभाग के पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में गहलोत के समर्थन में खूब नारे लगवाए। उनकी ओर से लगवाया गया नारा चौथी बार गहलोत सरकार कांग्रेस में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस बात की चर्चा की कि माली समाज का एकमात्र प्रतिनिधि होने के बावजूद पार्टी हाईकमान की ओर से उन्हें राज्य में मुख्यमंत्री पद की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई।

यहां पर उल्लेखनीय है कि गहलोत समर्थक मंत्री महेश जोशी को पिछले साल 25 सितंबर को समानांतर बैठक करने के मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था मगर अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। अभी कांग्रेस की ओर से सीएम चेहरे को लेकर कोई ऐलान नहीं किया गया है मगर उसके पहले ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके समर्थक शक्ति प्रदर्शन करने में जुटे हुए हैं।

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