RPSC Paper Leak: राजस्थान में एक और पेपर लीक,गहलोत ने कहा छात्र तैयारी पर ध्यान दें, नक़ल पर नहीं

RPSC Paper Leak: शनिवार को सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा का पर्चा भी लीक हो गया। पेपर लीक होने के बाद परीक्षा को भी रद्द कर दिया गया। अब इस मुद्दे पर राजनीति भी शुरू हो चुकी है।

Newstrack :  Network
Update: 2022-12-24 16:48 GMT

RPSC Paper Leak (Social Media)

RPSC Paper Leak: राजस्थान और पेपर लीक का नाता टूट ही नहीं रहा है। शनिवार को सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा का पर्चा भी लीक हो गया। पेपर लीक होने के बाद परीक्षा को भी रद्द कर दिया गया है। अब इस मुद्दे पर राजनीति भी शुरू हो चुकी है। अशोक गहलोत ने छात्रों को किसी बहकावे में नहीं आने की अपील की है। साथ ही कहा है कि अनुचित तरीके से परीक्षा पास करने वालों का चयन नहीं होने दिया जाएगा।

24 दिसंबर को होने वाली सीनियर टीचर की परीक्षा से 10 मिनट पहले ही परीक्षार्थियों को पेपर कैंसिल होने की सूचना दी गयी। जिसकी वजह परीक्षा पत्र लीक होना बताया गया। उसके बाद राज्य भर में परीक्षार्थियों का प्रदर्शन शुरू हो गया। उदयपुर में 40 छात्र एक निजी बस में परीक्षा पत्र को हल करते पाए गए। जब खबर फैली तो परीक्षा केन्द्रों पर मौजूद परीक्षार्थियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया।

आज दो पारियों में परीक्षा होनी थी, जिसमें पहली पारी में होने वाली सामान्य ज्ञान की परीक्षा का पेपर पहले ही लीक हो गया। उदयपुर पुलिस को इसका इनपुट एक रात पहले शुक्रवार को मिला।

जिस पर पुलिस ने तुंरत एक्शन लेते हुए शनिवार को बेकरिया थाने के बाहर ही खड़ी एक बस की छानबीन की। जिसमें 7 लडकियों सहित 40 छात्र एक प्रश्न पत्र को हल करते पाए गए। जब पूछताछ की तब पता चला कि ये थोड़ी देर में होने वाली परीक्षा का ही पर्चा है। जिसे 10 लाख रूपये में ख़रीदा गया।


पेपर लीक का मास्टरमाइंड सुरेश बिश्नोई सरकारी टीचर

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जोधपुर निवासी सुरेश बिश्नोई को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। सुरेश ने छात्रों को ये पेपर 10 – 10 लाख रूपये में बेचे हैं। सुरेश जालोर में ही सरकारी टीचर के पद पर कार्यरत है। पेपर लीक का पूरा प्लान बनाने वाला सुरेश बिश्नोई ही था।

जबकि उस तक पेपर पहुँचाने वाले सुरेश ढाका और भूपी सहारण है। सुरेश ढाका ने ये पेपर व्हाट्सएप पर बिश्नोई को भेजे थे। इन दोनों से पेपर मिलने के बाद सुरेश बिश्नोई ने भजनलाल नाम के एक व्यक्ति की मदद से सबको पेपर भेजा था। ढाका और भूपी को पेपर भेजने वाला आरपीएससी का ही कर्मचारी था।

परीक्षार्थियों के भविष्य पर राजनीति

शनिवार को ग्रुप सी की परीक्षा होनी थी, जिसे पेपर लीक के बाद में रद्द कर दिया। पहली पारी के इस पेपर के लिए 1193 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। परीक्षा में बैठने वाले रजिस्टर्ड छात्रों की संख्या 3 लाख 74 हज़ार से ज्यादा थी। पेपर लीक पर विपक्ष ने गहलोत सरकार की व्यवस्था पर सवाल उठाया।

नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि, "उदयपुर में बस में 50 लोग पेपर लीक करवाने के लिए घूम रहे थे। जो पकडे गए, पर ये घटना सरकार के लिए कलंक है। आरपीएससी का परीक्षा रद्द कर देना इस समस्या का समाधान नहीं है। एक रैकेट है जो परीक्षाओं को लीक करने में लगा हुआ है। इस रैकेट को खत्म करना जरुरी है। इससे पहले भी 8 पेपर लीक हो चुके हैं, ये नौवां पेपर है जो लीक हुआ है।"

आरपीएससी की तरफ से आया बयान

आरपीएससी के सचिव हरजीलाल अटल ने अपने बयान में कहा, "हर बार जिला प्रशासन के सहयोग से ही परीक्षाओं को आयोजित किया जाता है। अभी एहतियात के तौर पर परीक्षा स्थगित की गयी है।

अभी इस पर जांच होनी है, जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। जानकारी मिलने के बाद आयोग इस पर विचार करेगा। ये जांच का विषय है कि पुख्ता बन्दोबस्त के निर्देशों के बाद ये कैसे हुआ। आयोग की तरफ से सतर्कता बरतने के निर्देश भी थे।

मुख्यमंत्री गहलोत का बयान

इस पूरी घटना के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान सामने आया है, गहलोत कहते हैं, "मैं परीक्षार्थियों को होने वाली परेशानी को महसूस कर सकता हूँ। अनुचित तरीके से परीक्षा पास करने वालों का चयन नहीं होने दिया जाएगा। राजस्थान में सिर्फ मेहनती युवाओं को ही उनका हक़ मिलेगा। मेरी अपील है कि किसी के बहकावे में आने की बजाय आप अपनी तैयारी करें।"

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