जयपुर:अमेरिका में 18 वर्षीय एक युवती ने पगड़ी की जंग जीतने वाले गुरिंदर सिंह के जीवन पर एक लघु फिल्म ‘सिंह’ बनाई है। गुरिंदर के अभियान की बदौलत अमेरिका को सिख समुदाय के लिए अपनी पगड़ी नीति में बदलाव करना पड़ा। इंडियाना की छात्रा और अदाकारा जेना रूइज द्वारा निर्देशित फिल्म 2007 की एक सच्ची घटना पर आधारित है जब सिख उद्यमी गुरिंदर सिंह खालसा को न्यूयार्क के बफेलो में विमान पर सवार होने से रोक दिया गया था। एयरपोर्ट पर तमाम सुरक्षा व्यवस्था से सफलतापूर्वक गुजरने के बाद उन्होंने पगड़ी उतारने से मना कर दिया था इसलिए उन्हें रोक दिया गया था। इस घटना के बाद इंडियाना पुलिस में रहने वाले खालसा ने अमेरिकी कांग्रेस का ध्यान इस मुद्दे की ओर दिलाया। इसके बाद देशभर के हवाई अड्डे में पगड़ी को लेकर नीति में बदलाव हुआ। खालसा को उनके अभियान के लिए हाल में विशिष्ट रोसा पार्क्स ट्रेलब्लेजर अवार्ड से सम्मानित किया गया था।
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इंडियाना यूनिवर्सिटी-परड्यू यूनिवर्सिटी इंडियाना पोलिस में न्यूक्लियर मेडिसीन टेक्नोलॉजी में स्नातक कर रहीं रूइज ने कहा कि अतीत की उस घटना को दिखाना सम्मान की बात है जिसकी बदौलत पगड़ी हटाने संबंधी हमारी नीति में बदलाव करना पड़ा। इंडियाना पोलिस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ‘सिंह’ फिल्म का फिल्मांकन हुआ है और अगले महीने यह फिल्म रिलीज