बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमला, तुलसी गबार्ड की तीखी प्रतिक्रिया
तुलसी गबार्ड ने कहा कि इन जेहादी-कट्टरपंथी विचारधारा का सामना करने के लिए पूरी दुनिया को आगे आना पड़ेगा।
नई दिल्ली: भारतीय मूल की अमेरिकी नेता तुलसी गबार्ड एक बार फिर से चर्चा में हैं। तुलसी गबार्ड ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिये बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि सन् 1971 से बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों को लगातार प्रताड़ित किया जाता रहा है। जिसकी उन्होंने कड़ी निंदा की हैं।
तुलसी गबार्ड ने अपने गुस्से को ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट करके जाहिर किया। जिसमें उन्होंने कहा कि 1971 से बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों पर लगातार अत्याचार हो रहा है। जहां पाकिस्तानी सेना ने 1971 में लाखों बंगाली हिंदुओं की हत्या की और बलात्कार किए साथ ही उन्हें घर से भगा दिया गया। इन सब अत्याचारों का कारण सिर्फ धर्म और नस्ल रहा।
थमा नहीं अत्याचार
अमेरिकी की पहली हिंदू सांसद तुलसी गबार्ड ने कहा कि इन जेहादी-कट्टरपंथी विचारधारा का सामना करने के लिए पूरी दुनिया को आगे आना पड़ेगा। बांग्लादेश में आजादी के बाद हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार आज भी थमे नहीं हैं। कुछ समय पहले ही हिंदू मंदिरों पर हमले किए गए, ट्रेनों में आग लगाई गई। बांग्लादेश की सरकार की जिम्मेदारी है कि वह ऐसे लोगों को सजा दिलाए।
गावों को बनाया गया निशाना
उन्होंने अपने ट्वीट किए गए वीडियो में आगे कहा कि शुरुआत में हिंदू पड़ोसियों और गांवों को निशाना बनाया गया। जिसमें ढाका यूनिवर्सिटी में हिंदू सराय जगन्नाथ हॉल पर सबसे पहले हमला किया गया। एक ही रात में 5 से 10 हजार लोगों को जान से मार दिया गया। हिंदुओं पर हो रहा यह अत्याचार 10 महीनों तक चलता रहा। जिसमें लगभग 30 लाख लोगों की हत्याएं हुईं। वहीं हजारों की संख्या में महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया गया और लाखों लोगों को घर छोड़कर जाना पड़ा।
यूजर्स ने की सराहना
तुलसी गबार्ड के इस ट्वीट को लेकर कई लोगों ने उनकी सराहना की। एक यूजर ने कहा कि आप आप हिंदू समुदाय की ग्लोबल आवाज हैं। आपके योगदान के लिए धन्यवाद। वहीं एक ने कहा कि । आप जैसे लोग ही हमारे देश की सरकार पर राजनयिक दबाव डालने की शक्ति रखते हैं ताकि वे हमारी सुरक्षा का ध्यान रख सकें और हम अधिक सुरक्षित हो सकें। हम बांग्लादेशी हिंदुओं को आप पर गर्व है।