फैक्ट चेक: पाकिस्तान में सोशल मीडिया बैन, जानिए क्या है सच
पीटीए ने बताया कि सार्वजनिक व्यवस्था और सुरक्षा बनाए रखने के लिए सोशल मीडिया को अस्थायी रूप से प्रतिबंधित कर दी गई है।
इस्लामाबाद: पाकिस्तान सरकार ने फ्रांस विरोधी हिंसा के कारण सोशल मीडिया के कई प्लेटफॉर्म को बैन करने का आदेश दिया था। आदेश के अनुसार, वाट्सऐप, ट्विटर, फेसबुक, यूट्यूब और टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को सुबह 11 बजे से 3 बजे तक बैन कर दिया गया था। क्या ऐसा सच में हुआ था, क्या पाकिस्तान में चार घंटे के लिए सोशल मीडिया बैन हो गई थी आइए जानते है...
दरअसल, बीते शुक्रवार को पीटीए ने ट्विटर के माध्यम से जानकारी दी थी कि सार्वजनिक व्यवस्था और सुरक्षा बनाए रखने के लिए, कुछ सोशल मीडिया अनुप्रयोगों तक पहुंच अस्थायी रूप से प्रतिबंधित कर दी गई है। इस खबर के बाद पाकिस्तान की आवाम में हड़कंप मच गया। लेकिन क्या सच में सोशल मीडिया अस्थायी रूप से प्रतिबंधित कर दी गई थी।
इंटरनेट भी प्रतिबंधित है- यूजर
न्यूज ट्रैक की ऐंटी फेक न्यूज टीम ने इस खबर की सच्चाई जानने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म को खंगाला। एक ट्विटर यूज ने लिखा था, "मुझे लगता है कि जोंगर्स के रूप में इंटरनेट भी प्रतिबंधित है। लाहौर में नेटवर्क केवल 2g है LTE नहीं ???" इस कमेट्म पर पाकिस्तानी ज़ोंग (Zong) ने रिप्लाई दिया है कि, "नमस्ते, हम इस मुद्दे के लिए माफी माँगते हैं कि कृपया बेहतर सुविधा के लिए अपना ज़ोंग नंबर और स्थान डीएम के माध्यम से साझा करें।"
फैक्ट चेक में पाया गया कि कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्टिव नहीं थी। उन्हें कुछ समय के लिए बैन कर दिया गया था। पीटीए ने शाम को अपने ट्विटर हैंडल पर बहाल करने की सूचना दी।