Fact check: हाथ में तिरंगा थामे यूक्रेन से आने वाले छात्रों को बताया जा रहा पाकिस्तानी, क्या है वायरल तस्वीर की है हकीकत
Fact check: सोशल मीडिया पर ऐसे ही कुछ वायरल पोस्ट की सच्चाई परखकर हम आपके सामने प्रस्तुत करते हैं।
Fact check: रूस द्वारा यूक्रेन के साथ जंग छेड़ने के बाद सोशल मीडिया पर तरह – तरह के वीडियो और फोटो की बाढ़ आ चुकी है। इसे लेकर तरह – तरह के दावे किए जा रहे हैं। इनमे से कई पोस्ट भ्रामक और गलत जानिकारियों के आधार पर गलत दावे करते हैं। सोशल मीडिया पर ऐसे ही कुछ वायरल पोस्ट की सच्चाई परखकर हम आपके सामने प्रस्तुत करते हैं।
क्या हो रहा वायरल
युध्दग्रस्त यूक्रेन में ब़ड़ी संख्या में भारतीय छात्र फंसे हुए हैं। जिसे वहां से सुरक्षित निकालने के लिए भारत सरकार ऑपरेशन गंगा के जरिए अभियान चलाए हुए हैं। इस दौरान भारत के अलावा पाकिस्तान के भी छात्र तिरेंगे को ढ़ाल बना बाहर निकल रहे हैं।
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक ऐसा ही पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमे एक बस में सवार कुछ छात्र हाथों में तिरंगा थामे हुए हैं। फेसबुक पर वायरल इस पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि ये छात्र पाकिस्तानी हैं। फेसबुक पेज zee news fans club ने 3 मार्च 2022 को इसे पोस्ट करते हुए लिखा है कि मुसीबत में #पिताजी ही याद आते हैं।
पड़ताल
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस तस्वीर की हमने पड़ताल शुरू की। हमने गूगल रिवर्स टूल के जरिए इसे सर्च किया। सर्च में हमे 26 फरवरी 2022 को tribuneindia में छपी खबर का लिंक मिला। खबर में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस तस्वीर का भी उपयोग किया गया है। खबर में बताया गया है कि यूक्रेन से भारतीय छात्रों का पहला जत्था हंगरी की सीमा पर पहुंचा। जहां से उन्हें हंगरी स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारी बुडापेस्ट ले गए। फिर यहां से उन्हें भारत के लिए रवाना कर दिया गया।
26 फरवरी 2022 को हंगरी स्थित भारतीय दूतावास ने भी हाथों में लिए तिरंगा लिए छात्रों का एक वीडियो ट्वीट किया था, जिसमे इन सभी को भारतीय बताया गया। इस तरह हंगरी स्थित भारतीय दूतावास के दावे ने तिरंगा थामे छात्रों के भारतीय होने की पुष्टि कर दी है। जबकि छात्रों के पाकिस्तानी होने का दावा असत्य पाया गया है।