ये हैं मर कर जीने वाली खुशनसीब, यमलोक में बिताए पूरे 10 घंटे
एक 90 साल की महिला कैला देवी अपनी मौत के 10 घंटे बाद फिर से जिंदा हो गई। कैला देवी ने अर्थी से उठने के बाद दावा किया कि यमराज खुद उसे छोड़ने आए हैं। जिसने भी यह बात सुनी वह दंग रह गया।इस घटना के बाद कैला देवी से मिलने के लिए लोगों में उत्सुकता बढ़ गई है। लोग कैला देवी से उसकी आपबीती और मौत के बाद के रहस्य को जानने के लिए आने लगे हैं। इस घटना को करीब 13 दिन बीत चुके हैं और कैला देवी पूरी तरह से स्वस्थ हैं और लोगों को यमराज के रहस्य और अपनी आपबीती भी बता रही हैं।
बुलंदशहर: अक्सर हम बचपन से ही कुछ ऐसे रहस्यों के बारें में सुनते आए हैं जिनपर चाह कर भी कोई विश्वास नहीं कर सकता। वैज्ञानिक भी ऐसी घटनाओं को महज काल्पनिक मानते हैं और इनपर विश्वास नहीं करते हैं। पिछले महीने बुलंदशहर जिले के खुर्जा इलाके में एक ऐसा ही अजीबो-गरीब मामला सामने आया था। जिसे देखकर लोगों के पैरों तले जमीन खिसक गई।
विज्ञान और प्रकृति के नियम अवश्य ही इस घटना के सभी दावों के खिलाफ हैं, लेकिन यह भी सत्य है कि मौत किसी को बख्शती नहीं, लेकिन पिछले दिनों बुजुर्ग महिला कैला देवी के साथ जो कुछ भी हुआ वह किसी चमत्कार से कम नहीं है।
दरअसल एक 90 साल की महिला कैला देवी अपनी मौत के 10 घंटे बाद फिर से जिंदा हो गई। कैला देवी ने अर्थी से उठने के बाद दावा किया कि यमराज खुद उसे छोड़ने आए हैं। जिसने भी यह बात सुनी वह दंग रह गया।
इस घटना के बाद कैला देवी से मिलने के लिए लोगों में उत्सुकता बढ़ गई है। लोग कैला देवी से उसकी आपबीती और मौत के बाद के रहस्य को जानने के लिए आने लगे हैं। इस घटना को करीब 13 दिन बीत चुके हैं और कैला देवी पूरी तरह से स्वस्थ हैं और लोगों को यमराज के रहस्य और अपनी आपबीती भी बता रही हैं। इस घटना को जिसने नहीं देखा उनके लिए यह काल्पनिक हो सकता है लेकिन जिस किसी ने भी यह पूरा वाक्या देखा वह इस घटना को चमत्कार मानता है।
क्या कहती हैं कैलादेवी ?
-कैला देवी ने बताया कि यमराज उन्हें भू लोक तक छोड़ने के लिए खुद वापस आए।
-उन्हें लेने के लिए 4 लोग आए थे, जिनमें से एक की दाढ़ी थी।
-कैला देवी ने दावा किया कि उन्हें लेकर वह यमलोक पहुंचे।
-जहां कागजों का लेखा-जोखा भी देखा गया, और फिर बताया गया कि इन्हें अभी जीने दिया जाए क्योंकि अभी इनका कुछ वक्त बाकी है।
-कैला देवी कहती हैं यमलोक का संसार पूरी तरह से अदभुत और अकल्पनीय है, वह बहुत बड़ा है।
-यमलोक में सभी लोग अजीब-गरीब हैं। वहां पूरा माहौल बहुत शांत है।
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क्या था पूरा मामला ?
-90 साल की कैला देवी खुर्जा के बगराई गांव की रहने वाली हैं।
-पिछले कुछ वक्त से उनकी तबियत खराब चल रही थी।
-25 जुलाई की सुबह उनके परिवार की तमाम कोशिशों के बाद भी उनकी मौत हो गई।
-गांव के डॉक्टर ने भी कैलादेवी को जिंदा रहते दवा दी थी।
-कैला देवी के मरने के बाद भी डॉक्टर उन्हें चेक करने आए थे।
-कैला देवी की मौत के बाद गांव-कुनबे के लोग जमा हो गए और फिर अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरु हो गईं।
-शव को बर्फ पर रख दिया गया और रिश्तेदारों के आने का इंतजार किया जाने लगा।
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मौत के 10 घंटे बाद शरीर में आई जान
-10 घंटे बीत गए और फिर शव को शमशान के लिए ले जाया जाने लगा।
-तभी कुछ ऐसा हुआ जिसकी किसी ने सपने में भी उम्मीद नहीं की थी।
-अचानक कैलादेवी के शरीर में जान आ गई।
-वह बोलने लगीं और फिर वहां मौजूद सभी लोगों में हडकंप मच गया।
-आनन-फानन में उन्हें अर्थी से उतारा गया।
-गांव के बुजुर्ग उन्हें देखने के लिए पहुंचने लगे और देखते ही देखते वहां मजमा लग गया।