VIDEO: कल्कि महोत्सव में दिखी राधे मां की संगीत साधना, कुछ ऐसे मारा डांस पे चांस

खुद को देवी बताबे वाली राधे मां एक बार फिर से सुर्खियों में हैं दरअसल इस बार वह साधू-संतो और भक्तों के बीच डांस करने को लेकर चर्चा में हैं। यूपी के संभल में चल रहे कल्कि महोत्सव में सोमवार को राधे मां की संगीत साधना देखने को मिली।

Update: 2016-11-08 13:33 GMT

मंच पर डांस करतीं राधे मां

संभल: खुद को देवी बताने वाली राधे मां एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। दरअसल इस बार वह साधु-संतो और भक्तों के बीच डांस करने को लेकर चर्चा में हैं। यूपी के संभल में चल रहे कल्कि महोत्सव में सोमवार को राधे मां की संगीत साधना देखने को मिली। जहां उन्होंने 'ओ मां सेवा तेरी करते करते उम्र गुजारूं सारी, रोज सवेरे तेरे मंदिर आऊं' गीत पर राधे मां ने खूब डांस किया। इस दौरान कार्यक्रम के आयोजक आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी राधे मां का साथ दिया। राधे मां के डांस ने कल्कि महोत्सव में रंग भर दिया और यहां आए भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कल्कि भक्तों के बीच डांस कर राधे मां ने खूब वाह वाही लूटी।

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कौन हैं राधे मां ?

-राधे मां उर्फ गुड़िया उर्फ सुखविंदर कौर का जन्म 1964 में गांव दोरांगला (गुरदासपुर) में हुआ था।

-जब सुखविंदर कौर 18 साल की थी तो उनका विवाह करम सिंह हलवाई के बेटे मोहन सिंह के साथ हो गया।

-मोहन सिंह ने कुछ समय मिठाई की दुकान की और फिर दोहा कतर चला गया।

-कहते हैं 21 साल की उम्र में सुखविंदर कौर महंत रामाधीन परमहंस की शरण में जा पहुंची।

-परमहंस ने 6 महीने तक उन्हें दीक्षा दी और नाम दिया राधे मां।

-जिसके बाद उन्होंने पंजाब-हिमाचल में कई जगह अपनी चौकी लगाई और उनके लाखों भक्त बन गए।

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