Social Media Trends: भगवान बचाए सोशल मीडिया के ऐसे ट्रेंड से

Social Media Trends: टिक टॉक के एक ट्रेंड ने हद ही कर दी जिसके चलते डाइबिटीज की दवा की किल्लत तक हो गई।

Written By :  Neel Mani Lal
Update: 2022-12-02 13:42 GMT

Social Media Trends। (Social Media)

Social Media Trends: सोशल मीडिया ट्रेंड जो न करवाये वही कम है। फैशन से लेकर लाइफ स्टाइल और यहां तक कि दवा और इलाज तक। अब टिक टॉक के एक ट्रेंड ने हद ही कर दी जिसके चलते डायबिटीज की दवा की किल्लत तक हो गई।

जानिए क्या हुआ

दरअसल, वजन घटाने की सलाह सोशल मीडिया पर हर जगह मौजूद रहती है लेकिन टिक टॉक पर वजन घटाने की तरकीब के एक वायरल ट्रेंड ने डायबिटीज की एक महत्वपूर्ण दवा की कमी करा दी। ओज़ेम्पिक नामक एक इंजेक्शन है जिसे टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों को लगाया जाता है ताकि उन मरीजों में इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ावा मिले। ये इंजेक्शन हफ्ते में एक बार दिया जाता है। इत्तेफाक से इस इंजेक्शन का एक असर ये भी है कि यह भूख को भी दबा देता है। और जब भूख ही नहीं लगेगी तो इंसान खायेगा नहीं और जब खायेगा नहीं तो वजन तो घटेगा ही।

टिकटॉक पर कुछ मशहूर हस्तियों की ऐसी कहानियां हुई खूब वायरल

टिकटॉक पर कुछ मशहूर हस्तियों की ऐसी कहानियां खूब वायरल हुई हैं जिनमें बताया गया कि ये लोग वजन घटाने के लिए इस दवा का सेवन करते हैं। नतीजा ये हुआ कि वजन घटाने में इंटरेस्टेड लोगों की नजर इस दवा पर गड़ गई। आलम ये हुआ कि डायबिटीज से पीड़ित लोग - जिनकी जान दवा से बचाई जा सकती है - उन्हें इस दवा को खोजने में परेशानी हो रही है।

किम कार्दशियन और एलोन मस्क

कुछ समय पूर्व सुपर मॉडल किम कार्दशियन ने एक समारोह के लिए मर्लिन मुनरो की पोशाक में फिट होने के लिए नाटकीय रूप से अपना वजन घटाया। जल्द ही अफवाहें चलने लगीं कि उसने ऐसा करने के लिए ओज़ेम्पिक का इस्तेमाल किया है। इस हफ्ते, ट्विटर के नए मालिक मालिक एलोन मस्क ने ओज़ेम्पिक और ऐसी एक अन्य दवा "वेगोवी" के अपने उपयोग के बारे में ट्वीट किया।

वैरायटी मैगज़ीन ने लिखा है कि हॉलीवुड में ओज़ेम्पिक के ऐसे यूजर हैं जो प्री डायबिटिक नहीं हैं और उन्हें दवा की आवश्यकता नहीं है। अमीर और प्रसिद्ध लोग इस दवा पर प्रति माह 1,200 से 1,500 डॉलर खर्च कर रहे हैं।

हाई-प्रोफाइल उपयोग ने सोशल मीडिया पर एक ट्रेंड को दिया जन्म

जैसा कि अक्सर होता है, हाई-प्रोफाइल उपयोग ने सोशल मीडिया पर एक ट्रेंड को जन्म दिया। इस दवा के हैशटैग वीडियो को 275 मिलियन से अधिक बार देखा है। चिंता की बात ये है कि वास्तव में इन वीडियो को कौन देख रहा है, और वे क्या संदेश प्राप्त कर रहे हैं। गनीमत है कि भारत में टिकटॉक बैन है लेकिन फिर भी आप किसी भी ट्रेंड के चक्कर में कतई न पड़ियेगा। कहीं लेने के देने पड़ सकते हैं।

Tags:    

Similar News