WHATSAPP अब है पूरी तरह सिक्योर, जानिए इंडिया में क्यों हो सकता है बैन

Update: 2016-04-07 13:11 GMT

नई दिल्ली: अब वॉट्सएप पूरी तरह से सिक्योर हो गया है। वॉट्सएप ने चैट और कॉल के लिए एनक्रिप्शन सेवा शुरू की है। अब मैसेज सेंडर और रिसीवर के अलावा कोई भी वॉट्सऐप मैसेज नहीं पढ़ पाएगा। वॉट्सऐप की एनक्रिप्शन पॉलिसी ऐंड्रॉयड, आईफोन, ब्लैकबेरी और विंडोज सभी पर लागू की गई है। हालांकि, 256 बिट एनक्रिप्शन भारत में गैरकानूनी है।

भारत में बैन होने की संभावना

2007 में टेलीकॉम डिपार्टमेंट की ओर से जारी किए गए नियमों के अनुसार, भारत में सरकार की परमिशन के बिना 40 बिट से अधिक एनक्रिप्शन का उपयोग नहीं किया जा सकता। चूंकि वॉट्सएप 256 बिट एनक्रिप्शन का यूज कर रही है, इसलिए बैन होने का खतरा है।

ऐंड टू ऐंड एनक्रिप्शन क्या है?

-एंड टु एंड एन्क्रिप्शन कंप्यूटर टेक्नोलॉजी की भाषा में 256 बिट स्ट्रॉन्ग होते हैं।

-इस तरह के एनक्रिप्टेड मेसेज को हैकर्स सबसे पावरफुल ब्रुट फोर्स मेथड से भी हैक या क्रैक नहीं कर पाएंगे।

-हालांकि,वॉट्सऐप के इस कदम के बाद अपनी आदत के अनुसार हैकर्स, इन मैसेज को क्रैक करने के लिए कोई न कोई नई तकनीक ढूंढ सकते हैं।

क्या है नया फीचर?

-इस नए सिक्योरिटी फीचर्स के आने के बाद अब सिर्फ वॉट्सएप सेंडर और रिसीवर ही मैसेज को पढ़ सकेंगे।

-इसके अलावा तीसरा कोई भी भेजे गए मैसेज को नहीं देख पाएगा।

-अब तक हैकर या सिक्योरिटी एजेंसी इन मेसेज को इच्छानसार पढ़ सकते थे, लेकिन एंड टू एंड एनक्रिप्शन के बाद ऐसा संभव नहीं होगा।

हैक नहीं कर पाएंगे हैकर्स

-ऐंड टु ऐंड के जरिए एनक्रिप्ट मैसेज 256-बिट स्ट्रॉन्ग होते हैं, जिसे हैकर्स ब्रुट फोर्स मेथड से भी क्रैक नहीं कर सकते।

-हालांकि कई बार इन सिक्युरिटी में खामी निकल ही आती है जिसका फायदा उठाकर हैकर्स इसे क्रैक कर लेते हैं।

-ऐंड टु ऐंड एनक्रिप्शन वाले वॉट्सऐप के लिए गूगल प्ले स्टोर से इसका नया अपडेट डाउनलोड करना होगा।

सिक्युरिटी तोड़ना मुश्किल

-वॉट्सएप का नया एनक्रिप्शन सिस्टम 256-बिट इंफॉर्मेशन रखता है।

-इस सिक्युरिटी को तोड़ना लगभग आसान नहीं है।

-वॉट्सएप एनक्रिप्शन की सुविधा पाने के लिए आपको इसका अपडेटेड वर्जन इस्तेमाल करना होगा।

-इस नए वर्जन में ये डिफॉल्ट एक्टिव हो जाएगा। किसी तरह की सेटिंग करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

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