चीन पर गरजे रक्षामंत्रीः हमले का दुस्साहस किया तो देंगे करारा जवाब
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत हमेशा जमीन को नहीं बल्कि दिलों को जीतने में विश्वास रखता रहा है। लेकिन इसका यह मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए कि हम किसी भी देश को अपने आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने की आजादी देंगे।
नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ तनातनी के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दुश्मन सेना को साफ तौर पर चेतावनी दी है। रक्षा मंत्री ने साफ कर दिया है कि अगर दुश्मन देश हम पर हमला करने का दुस्साहस करता है तो हम हर बार की तरह दुश्मन को करारा जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि हमारी दूसरों पर हमला करने की नीति नहीं है, लेकिन हम आत्मरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए कोई भी कदम उठाने के लिए तैयार हैं।
आत्मसम्मान को नहीं पहुंचने देंगे ठेस
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सशस्त्र बलों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत हमेशा जमीन को नहीं बल्कि दिलों को जीतने में विश्वास रखता रहा है। लेकिन इसका यह मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए कि हम किसी भी देश को अपने आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने की आजादी देंगे।
उन्होंने कहा कि इतिहास से इस बात की तस्दीक होती है कि भारत ने कभी किसी पर हमला नहीं किया। हमने कभी किसी दूसरे देश की जमीन पर कब्जा करने की कोई कोशिश नहीं की। उन्होंने कहा कि देशवासियों को इस बाबत निश्चिंत रहना चाहिए कि यह सरकार देश के सम्मान को कभी ठेस नहीं पहुंचने देगी।
चीन चल रहा नई चाल
इस बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव के बीच चीन अब नई चाल चल रहा है। चीन पाकिस्तान के जरिए भारत की घेरेबंदी करने में जुटा हुआ है। चीन कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान को समर्थन देने के साथ ही उसे घातक हथियारों से लैस करने की योजना भी बना रहा है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की प्रस्तावित पाक यात्रा को लेकर कयासबाजी तेज हो गई है।
पाक से कर सकता है रक्षा सौदा
पूर्व विदेश सचिव शशांक का कहना है कि जिनपिंग की पाकिस्तान यात्रा के दौरान नए रक्षा सौदे किए जा सकते हैं। इस यात्रा के दौरान चीन पाकिस्तान के साथ हथियारों की डील भी कर सकता है। उन्होंने कहा कि जिनपिंग की पहली पाकिस्तान यात्रा के दौरान भी करीब 50 समझौते किए गए थे और अब उनकी आगामी पाकिस्तान यात्रा के दौरान भीनए समझौतों की कोशिश की जाएगी।
भारत पर होगा डील का असर
निश्चित रूप से चीन और पाकिस्तान के बीच होने वाले समझौते से भारत प्रभावित होगा। उन्होंने कहा कि चीन दुनिया की सबसे बड़ी सैन्य शक्ति बनने का इच्छुक है और इसके लिए वह लगातार नई चालें चल रहा है। वह उत्तर कोरिया की तरह पाकिस्तान की मदद कर सकता है। पूर्व विदेश सचिव ने कहा कि चीन पाकिस्तान के साथ ही ईरान और अफगानिस्तान को भी साथ लेकर चलना चाहेगा।
जल्द तय होगी जिनपिंग की पाक यात्रा
चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग के पाकिस्तान दौरे की तारीख का अभी एलान नहीं किया गया है। माना जा रहा है कि पाक विदेश मंत्री की इस महीने प्रस्तावित चीन की यात्रा के दौरान जिनपिंग की पाक यात्रा की तारीखों पर चर्चा की जाएगी। जिनपिंग को पहले जून महीने में ही पाकिस्तान आना था मगर पूरी दुनिया में फैले कोरोना संकट कारण उनका दौरा टल गया था।