लेडी डॉन-माफिया पत्नीः आखिर क्या है दोनो का विकास से संबंध, जानें पूरी कहानी
कहते हैं कि विकास के खौफ में फरार भाई का कोई अता पता न मिलने और कहीं पर भी शरण न मिलने पर अंततः सोनू ने विकास के सामने समर्पण कर दिया और फिर से नाम बदलकर विकास का काम संभाल लिया।
विकास दुबे के काले कारनामों की परतें उघड़नी शुरू हुईं तो हर रोज एक नई कहानी सामने आ रही है। इसी कड़ी में सबसे सनसनीखेज दमदार कहानी है एक जमाने की गैंगस्टर रही सोनू की। इसमें सोनू विकास की प्रेमिका बनती है, फिर जानी दुश्मन और फिर होता है सोनू का समर्पण और विकास के दरबार में उसे मिलता है फिर गैंग की कमान का ओहदा। कहने वाले तो ये भी कहते हैं कि सोनू ही है विकास की पत्नी रिचा। सच क्या है और झूठ क्या ये तो पुलिस ही बता सकती है या खुद विकास और रिचा।
फिलहाल कानपुर देहात के डॉन विकास दुबे का पांच दिन पहले 2 जुलाई की काली रात दबिश देने आए पुलिसकर्मियों की नृशंस हत्या के बाद से कुछ भी अता पता नहीं है। पुलिस चोट खाए सांप की तरह इधर उधर सब कहीं फुंकार रही है लेकिन विकास दुबे की परछाईं तक उसके हाथ नहीं लगी है।
दो जुलाई से पहले तक विकास दुबे की सिर्फ कानपुर देहात में तूती बोलती थी। कानपुर क्षेत्र के बाहर उसे कोई नहीं जानता था लेकिन दो जुलाई के कांड के बाद वह रातों रात जरायम की दुनिया बड़ा नाम हो गया है उस पर रखी ईनाम की राशि 25 हजार रुपये से बढ़कर ढाई लाख हो गई है।
कहानी और बदलते चेहरे
वैसे इस मामले की जैसे जैसे परतें उघड़ रही हैं विकास का एक नया चेहरा सामने आ रहा है। हर चेहरे के साथ है एक नई कहानी। दुश्मनी निभाने में उसने अपने सगे संबंधियों तक को मौत दे दी। लेकिन अपने गांव का वह फरिश्ता बना रहा। चचेरे भाई और अपने गुरू सहित तमाम सनसनीखेज हत्याओं में उसका नाम आया। लेकिन गांव के लोग विकास की दुहाई देते नहीं थकते। पुलिस से उसकी दोस्ती की मिसालें रोज सामने आ रही हैं।
इसी कड़ी अब सामने आयी है विकास की प्रेम कहानी। कानपुर के शास्त्री नगर के शातिर बदमाश राजू खुल्लर और उसकी बहन सोनू इसके पात्र हैं। आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हुए राजू खुल्लर और विकास दुबे वर्ष 1995 के आसपास एक दूसरे के संपर्क में आए। कुछ ही समय में राजू विकास का जिगरी हो गया।
राजू खुल्लर विकास के तमाम गैर कानूनी धंधों में जुट गया और धीरे धीरे विश्वास जीत लिया। कहते हैं कि विकास के घर में किसी भी वक्त आने जाने की वजह से उसकी बहन सोनू से विकास को मोहब्बत हो गई और बात शादी तक पहुंच गई। विकास के सोनू से शादी करने के बाद तो साला बनकर मालामाल हो गया। राजू और विकास ने मिलकर जो बेशुमार दौलत बटोरी सब की मालकिन सोनू बनती गई।
इस बीच 2000 में ताराचंद्र इंटर कालेज के सेवानिवृत्त प्रिंसिपल सिद्धेश्वर पांडेय और 2001 में दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री संतोष शुक्ला की हत्या में विकास का नाम आया। इस दौरान विकास कभी फरार रहा तो कभी जेल में।
राजू खुल्लर और सोनू
इस दौरान विकास की सारी बादशाहत और कमाई पर राजू खुल्लर और उसकी बहन सोनू का एकाधिकार हो गया। इसी बीच विकास के भय से राजू बहन सोनू को लेकर गायब हो गया। राजू सोनू के नाम खरीदी गई विकास की जमीनों को बेचने की फिराक में था।
ये दोनो ये समझ रहे थे कि विकास को कुछ पता नहीं है। जबकि विकास को जेल में पल पल की खबर थी। जेल से छूटते ही राजू और सोनू की कारस्तानी की सजा देने के लिए वह बेचैन हो उठा। उसने अपने सभी साथियों को राजू खुल्लर और सोनू को जिंदा या मुर्दा पकड़ने को कह दिया।
लोगों का कहना है कि सोनू की तलाश में विकास दुबे ने उसके घर पर भी हमला किया। मोहल्ले के कई घरों में घुसा लेकिन सोनू नहीं मिली।
कहते हैं कि विकास के खौफ में फरार भाई का कोई अता पता न मिलने और कहीं पर भी शरण न मिलने पर अंततः सोनू ने विकास के सामने समर्पण कर दिया और फिर से नाम बदलकर विकास का काम संभाल लिया।
कहते हैं यही सोनू विकास दुबे के लखनऊ आवास में रहती थी। यानी पत्नी के रूप में चर्चित रिचा दुबे के ही सोनू होने की अफवाहें या चर्चाएं हैं।