लल्ला! ये जो लिटिल-लिटिल क्रिकेट वाली निदास ट्रॉफी है इसके 7 फैक्ट बड़े मारक हैं
नई दिल्ली : दोस्तों और उनकी दोस्तनियों, भाइयों और उनकी बहनों। जैसा कि आपको पता ही है कि हर एक नाम के पीछे बड़ी सी छोटी कहानी होती है। तो कान में तेल और आखों में गुलाब जल डाल कर देखिए हम बता क्या रहे हैं आपको। मितरों मैं आपका ज्यादा समय नहीं लेते हुए सीधे मुद्दे पर आता हूं। अपनी क्रिकेट टीम इस समय श्रीलंका में है। यहां वो श्रीलंका और बांगलादेश के खिलाफ टी-20 सीरीज खेल रही है। टी-20 सीरीज का नाम है... अमा हां नाम में ही तो खेल है – नाम है निदास ट्रॉफी। तो आज हम इसीलिए हाजिर हुए हैं कि बताएंगे इसके बारे में 7 मारक टाइप फैक्ट।
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1 अपना पड़ोसी श्रीलंका जब आजाद हुआ तो आजादी के जश्र के लिए सीरीज शुरू करवाईं। नाम मिला निदास यानी आजादी (संस्कृत का शब्द है ये)। श्रीलंका में आम बोलचाल की भाषा में संस्कृत के काफी शब्दों का प्रयोग होता है। अब ये न कहना कि सीता मैया वहां गईं थी तो उन्होंने फुर्सत के समय में बच्चों को संस्कृत की क्लास दी थी।
2 निदास ट्रॉफी पहली बार 1998 में आयोजित हुई थी। टोकना मत मुझे पता है कि पहले लिखा है कि आजादी के जश्र में शुरू हुई थी। तो जानकारी बढ़ा लो उस साल श्रीलंका अपनी आजादी का 50वां साल मना रहा था। याद रखना ये बात शायद किसी के सामने भोकाल टाइट करने के काम आ जाए। उस पहली सीरिज में श्रीलंका, इंडिया और न्यूजीलैंड की टीम शामिल हुई थीं।
3 ये वाली जो हो रही है निदास ट्रॉफी इसमें पहली बार टी20 मैच हो रहे हैं। वर्ना पहले के सभी टूर्नामेंट वनडे मैच के साथ ही संपन्न हुए थे। इस बार कुल जमा सात मैच खेले जाएंगे। तीनों टीमें चार-चार मैच खेलेगी। इसके बाद फाइनल होगा।
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4 1998 में श्रीलंका ने आजादी के 50 साल पूरे किए थे। उस समय सिंगर अकी निदहास के नाम पर ट्राफी की शुरुआत हुई थी। इसीलिए कुछ लोग इसे निदहास भी लिखते, बोलते हैं। उस समय इसका मकसद था समाज सेवा के लिए फंड जुटाना। आज भी मकसद यही है।
5 पहली त्रिकोणीय सीरीज में श्रीलंका, इंडिया और न्यूजीलैंड ने हिस्सा लिया था। इंडिया के कैप्टन थे मोहम्मद अजहरुद्दीन, न्यूजीलैंड के स्टैफन फ्लैमिंग और श्रीलंका के थे अर्जुना राणातुंगा।
6 बारिश और श्रीलंका का रिश्ता चोली दामन वाला है। जब मूड होता है इंद्र देव का बरस लेते हैं। उस समय भी कुछ ऐसा ही हुआ था। इंद्र देव मूड में थे। पूरी सीरीज में इंडिया ने सिर्फ दो मैच पूरे खेले थे। पहला मैच खेला और हार मिली। लेकिन टीम इंडिया फाइनल में पहुंच गई। फाइनल खेला तो छह रन से जीत लिया।
7 गॉड ऑफ क्रिकेट सचिन तेंदुलकर और प्रिंस ऑफ कोलकाता सौरव गांगुली ने इस सीरीज में इंडिया की ओर से पहले विकेट के लिए रिकॉर्ड 252 रन की पार्टनरशिप बनाई थी। सचिन ने वनडे में अपने 7 हजार रन भी पूरे किए। जबकि सीरीज में 368 रन बना श्रीलंका के अरविंद डी सिल्वा प्लेयर ऑफ द सीरीज बने थे।
मजा आया न पढ़ कर हम ऐसे ही मजेदार किस्से बताते सुनाते रहते हैं मजा तो आएगा ही।